स्मार्ट मीटर को लेकर बिजली उपभोक्ताओं को कैसे मिलेगी संतुष्टि? विभाग करने जा रहा है ये काम
- उपभोक्ताओं के परिसर में लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर के मुकाबले तय मानक से चेक मीटर नहीं लगाए जाने के आरोपों के बीच मध्यांचल विद्युत वितरण निगम ने स्मार्ट मीटर लगाने वाली दोनों कंपनियों को पत्र लिखा है।
उपभोक्ताओं के परिसर में लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर के मुकाबले तय मानक से चेक मीटर नहीं लगाए जाने के आरोपों के बीच मध्यांचल विद्युत वितरण निगम ने स्मार्ट मीटर लगाने वाली दोनों कंपनियों को पत्र लिखा है। जिसमें भारत सरकार द्वारा तय 5% फीसदी चेक मीटर लगाने के आदेशों का पालन करने का निर्देश है। स्पष्ट कहा गया है कि उपभोक्ताओं की संतुष्टि के लिए प्रत्येक 20 स्मार्ट मीटर पर एक चेक मीटर लगाया जाए। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के निदेशक (वाणिज्य) ने इस आशय का पत्र स्मार्ट मीटर लगाने वाली दो कंपनियों को लिखा है।
चेक मीटर वाले परिसर में स्मार्ट मीटर पोल के पास लगेंगे
स्पष्ट किया है कि चेक मीटर के रूप में उपभोक्ताओं के परिसर में पहले से लगे मीटर का ही उपयोग किया जाएगा। जहां चेक मीटर होंगे वहां पर नया स्मार्ट मीटर चेक मीटर से पहले पोल साईड में लगाया जाएगा। जिससे चेक मीटर को उतारते समय केबिल में कोई कट न लगे। चेक मीटर न्यूनतम तीन महीने के लिए लगेगा। चेक मीटर को व्यापक रूप से स्थापित किया जाएगा किसी गली, मुहल्ले तक सीमित नहीं रखा जाएगा। लगाए जाने वाले चेक मीटरों की सूची हर सप्ताह परीक्षण खंड और वितरण खंड को देना होगा। वितरण खंड की जिम्मेदारी यह होगी कि वह स्थापित चेक मीटर की रीडिंग हर महीने कराएगा और विश्लेषण भी करेगा।
चेक मीटर उतारते समय यह ध्यान देना होगा
अवधि पूरा होने पर चेक मीटर उतारते समय सीलिंग सर्टिफिकेट की प्रति उपभोक्ता को भी देनी होगी। दूसरी प्रति परीक्षण खंड के पास गणना के लिए जाएगी। परीक्षण खंड द्वारा मीटर को चेक करते समय यदि कोई अनियमितता पाई जाती है तो परीक्षण खंड इससे वितरण खंड को अवगत कराएगा। चेक मीटरों की स्थापना में उपभोक्ताओं से कोई शुल्क नहीं लेना है।