शादी कार्ड डाउनलोड किया तो खाता खाली, साइबर जालसाजों ने ठगी का ट्रेंड बदला
- जालसाज अंजान नंबरों से एप और लिंक पीडीएफ वाट्सएप और फेसबुक पर भेज रहे हैं। लिंक को ओपन न करें। रविवार को लखनऊ के मल्हौर में रहने वाले रत्नाकर वर्मा के पास ऐसा ही एक निमंत्रण आया था। उन्होंने लिंक नहीं खोला, फोन कर जानकारी ली।
साइबर जालसाजों ने ठगी का ट्रेंड इन दिनों बदल दिया है। जालसाज अब शादी का निमंत्रण भेजकर आपका मोबाइल हैक कर ले रहे हैं। इसके बाद मोबाइल से कनेक्ट बैंक खाता, यूपीआई से खाते खाली कर दे रहे हैं। बिजली बिल माफी, पीएम किसान निधी का लिंक भेजकर भी ठगी कर रहे हैं। सोमवार को लखनऊ पुलिस के साइबर एक्सपर्ट एवं मीडिया सेल में तैनात दारोगा राम रक्षा सिंह ने अलर्ट जारी कर ऐसे जालसाजों से बचने की जानकारी दी। राम रक्षा सिंह ने बताया कि जालसाज अंजान नंबरों से एप व लिंक पीडीएफ वाट्सएप और फेसबुक पर भेज रहे हैं। लिंक को ओपन न करें। उन्होंने बताया कि रविवार को मल्हौर में रहने वाले रत्नाकर वर्मा के पास ऐसा ही एक निमंत्रण आया था। उन्होंने लिंक नहीं खोला, फोन कर जानकारी दी।
इस तरह का ठगी से बचने के लिए क्या करें?
1. मैसेज अथवा कार्ड भेजने वाले का नंबर देखे अगर वह +91 से शुरू हो रहा तो वह अपने देश का, किसी अन्य अंक से तो वह जालसाज का हो सकता है।
2. भेजी गई फाईल में अगर APK, PIF, VBS, तो उसे न खोलें।
3. किसी परिचित ने भी एपीके फाइल (Apk File Scam) भेजी है तो एक बार उससे फोन करके जानकारी करें तभी डाउनलोड करें।
टू-स्टेप वैरिफिकेशन
टू-स्टेप वैरिफिकेशन से मोबाइल लॉक रखें। इसके लिए सेटिंग पर आएं। अकाउंट के ऑप्शन पर क्लिक करें। टू-स्टेप वेरिफिकेशन वाले ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। इसके बाद अपना पासवर्ड डाल दें।
बंद करें ऑटो डाउनलोड
ऑटो डाउनलोड बंद करना हो तो वाट्सएप सेटिंग में स्टोरेज एंड डाटा पर क्लिक करें। नीचे व्हेन यूजिंग मोबाइल डाटा पर क्लिक कर फोटो, आडियो, वीडियो, डाक्यूमेंट के विकल्प के आगे बॉक्स पर लगे सही का निशान हटाएं।
यहां करें शिकायत:
-पुलिस कंट्रोल रूम 112
- हजरतगंज कोतवाली अथवा साइबर थाना विभूतिखंड
- टोल फ्री नंबर 1930 पर