लखनऊ शहर के इन 12 इलाकों में रसूखदारों ने विकसित कर दीं अवैध कॉलोनियां, आंख मूंदे रहे अफसर
- उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ मेें लखनऊ शहर के इन 12 इलाकों में रसूखदारों ने अवैध कॉलोनियां विकसित कर दी गईं। अवैध कालोनियां, रो हाउस, बनते रहे और जिला पंचायत, प्रशासन, एलडीए के अफसर आंख मूंदे रहे।
लखनऊ में शहर के 12 इलाकों में अवैध रूप से रसूखदारों ने टाउनशिप विकसित करा दीं। इनमें पूर्व और मौजूदा जनप्रतिनिधि शामिल हैं। इनके अलावा पूर्व प्रशासनिक अफसरों की भी बड़ी भूमिका है। नतीजतन अफसरों ने जानबूझ कर अनदेखी की। अवैध कालोनियां, रो हाउस, बनते रहे और जिला पंचायत, प्रशासन, एलडीए के अफसर आंख मूंदे रहे। शासन स्तर से एक खुफिया जांच के बाद इन इलाकों को रडार पर ले लिया गया। खासबात यह है कि ये सभी इलाके उन स्थानों पर हैं जहां जमीनों की कीमत काफी अधिक है। सूत्रों के अनुसार इन इलाकों के बिल्डर अब आयकर के रडार पर भी आ गए हैं।
इनमें सरोजनीनगर का बिजनौर, कल्ली पश्चिम, हरिहरपुर, मोहनलालगंज का पुरसेनी, सदर का लौलाई शामिल है। जांच के दौरान हरिहरपुर, कल्ली पश्चिम, लौलाई में बड़े पैमाने पर रसूखदारों के अवैध निर्माण मिले थे। इनमें से पूर्व मंत्री के करीबियों पर तो एफआईआर हो गई लेकिन अन्य पूर्व जनप्रतिनिधियों पर नहीं। निर्माण तोड़ने में भी कंजूसी बरती गई। बुलडोजर से एक हिस्सा गिराते हुए तीन-चार एंगल से वीडियो और फोटो बनाए गए। इनको कमिश्नर रोशन जैकब के पास भेज दिया गया। लौलाई में बनाए गए रो-हाउस की सड़क सरकारी बंजर जमीन गाटा संख्या 62 से निकली है। इस सड़क को छुआ तक नहीं गया। जिन पांच बिल्डरों पर एफआईआर के निर्देश थे वह भी दर्ज नहीं कराई गई। थाने में कोई तहरीर नहीं दी गई।
एक तरफ शासन दूसरी ओर रसूखदारों का दबाव
जिन 12 इलाकों में अवैध टाउनशिप पता लगी है, सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे हैं उन पर कार्रवाई के लिए शासन से निर्देश हैं। एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने भी अपने स्तर से पत्र लिखा है। शासन स्तर से निर्देश हैं कि किसी प्रभावशाली के दबाव में न आएं। दूसरी ओर सूत्रों का कहना है कि बड़ी पहुंच वाले एक्शन न लेने के लिए दबाव बना चुके हैं। इनमें एक पूर्व आईएएस भी शामिल हैं।
इन इलाकों में अवैध निर्माणों पर नजर
बिजनौर, सोनई कंजेरा, कल्ली पश्चिम, हरिहरपुर, पुरसेनी। लौलाई, हासेमऊ, मलेसेमऊ, लोनापुर। भरवारा, नौबस्ता कला, उत्तरधौना, धावा, नौबस्ता कलां।