परसिया चौबे में छह दिनों में हुई नौ मौतों से ग्रामीणों में दहशत
बरहज। संतोष कुमार उपाध्याय कोविड-19 की दूसरी लहर में संक्रमण से बचाव के
बरहज। संतोष कुमार उपाध्याय
कोविड-19 की दूसरी लहर में संक्रमण से बचाव के लिए लोग अपने को सुरक्षित रखने की जुगत में हैं। वहीं, तेजी से फैल रहे संक्रमण से असमय काल के गाल में समाने वालों की संख्या बढ़ गई है। बरहज क्षेत्र के परसिया चौबे गांव में इसी माह पिछले छह दिनों के अंदर नौ लोग की मौत हो चुकी है। इसमें दो लोग की मौत ऑक्सीजन लेवल कम होने से इलाज के दौरान देवरिया के अस्पताल में हो गई थी। अभी गांव के कुछ घरों में बुखार व खांसी से ग्रामीण पीड़ित हैं। एक के बाद एक हुई मौतों से गांव में दहशत के बीच सन्नाटा पसरा है।
बरहज विकास खंड के परसिया चौबे गांव में इस माह के प्रथम सप्ताह में गांव की जिऊती देवी (100 वर्ष) पत्नी स्व. मोतीलाल यादव को छह मई को अचानक हुए बुखार के दौरान मौत हो चुकी है। छह मई को ही सांस लेने में दिक्कत होने पर राजमती देवी (61) पत्नी स्व. कोमल गौड़ ने दम तोड़ दिया था। गांव में ही किराना की दुकान करने वाले दुकानदार परमेश्वर यादव (70) पुत्र स्व. धन्नू यादव को सांस लेने में परेशानी होने पर सात मई को उनकी मौत हो गई। सांस लेने पर दिक्कत होने से बीमार चल रहे संत यादव (72) पुत्र स्व. सूर्यनाथ यादव की हालत बिगड़ी जो सात मई को दम तोड़ दिए। गैस टैंकर के प्राइवेट चालक रमेश यादव (47) पुत्र स्व. रामवृक्ष यादव की मौत अचानक ह्दयगति रूकने से घर पर ही सात मई को हो चुकी है। सात को ही किसान परमहंस यादव (75) पुत्र स्व. तीर्थराज यादव को सांस लेने में परेशानी होता देख परिजन इलाज के लिए आनन-फानन में कार से बरहज ले जा रहे थे। घर वाले सूरदास कुटी के समीप पहुंचे ही थे कि अचानक परमहंस की रास्ते में मौत हो गई। आठ मई को किसान बुद्धू यादव (70) पुत्र स्व. किरावन यादव की मौत हार्ट अटैक से हो चुकी है। दो वर्ष पूर्व विदेश से घर लौटे अजय कुमार पाण्डेय (40) पुत्र स्व. रामचंद्र पाण्डेय गांव में किराना की छोटी दुकान करते थे। ऑक्सीजन लेवल कम होने से 10 मई को अचानक उनकी तबियत खराब हो गई। गांव के प्रधान पुत्र सतीश यादव व बगलगीर अभिमन्यु यादव ने परिजनों का सहयोग कर बरहज के एक प्राइवेट अस्पताल में अजय को पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने हालत गंभीर देख उनको देवरिया रेफर कर दिया। देवरिया के एक कोविड अस्पताल में इलाज के दौरान 11 मई को अजय की मौत हो गई। ऑक्सीजन लेवल कम होने से नौ मई को किशुनाथ प्रसाद (70) पुत्र पूर्णवासी की तबियत घर पर ही बिगड़ गई। इलाज के लिए परिजनों ने उनको देवरिया अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां इलाज के दौरान 11 मई को किशुनाथ ने दम तोड़ दिया। एक के बाद एक हुई मौतों से ग्रामीणों।
गांव में स्वास्थ शिविर लगाकर दवा वितरण की मांग
परसिया चौबे गांव की घनी आबादी के बीच स्थित दो एकड़ की एक पोखरी में झाड़-झंखाड़ व गंदगी जमा होने से पानी सड़ रहा है। ग्राम प्रधान पुत्र सतीश यादव का कहना है कि 30 वर्ष से इस पोखरी की सफाई नहीं हुई है। पानी के बीच हुए दलदल में फंसने वाले पशुओं की मौत हो जाती है। मृत पशुओं का शरीर पानी में सड़ने की वजह से दुर्गंध उठता है। इसकी सफाई नहीं होने से पूरे गांव में संक्रामक रोग फैलने की आशंका है। यहां से हर वक्त उठ रही सड़ांध से ग्रामीणों का आना-जाना व उठना बैठना दुश्वार हो गया है। वहीं गांव के दक्षिण व काली चौरा के समीप गंदगी का अंबार लगा हुआ है। ग्रामीणों ने पोखरी की सफाई कराने व गांव में चिकित्सा शिविर लगाते हुए बीमार चल रहे लोगों में दवा वितरण व अन्य सुविधाएं मुहैया कराने की मांग प्रशासन से की है।
परसिया चौबे गांव का भ्रमण कर एक संक्रमित को दवा वितरित किया गया है। अतिशीघ्र अन्य पीड़ितों में भी दवा का वितरण कराया जाएगा। ग्रामीणों के स्वास्थ्य को लेकर सजगता बरती जा रही है। गांव को शीघ्र ही सेनेटाइज कराया जाएगा। संजीव कुमार यादव, एसडीएम-बरहज।
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