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Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Cyber thuge duped a woman officer of Rs 75 lakh by keeping her digital arrested for 4 days

आपके खाते से मनी लांड्रिंग हुई है...साइबर ठगों ने 4 दिनों तक महिला अफसर रखा डिजिटल अरेस्ट, 75 लाख ठगे

  • अलीगढ़ हैकरों ने एक महिला अफसर को 4 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट रखा। इस दौरान उन्होंने महिला को ईडी का डर दिखाकर 75 लाख रुपये रुपये ठग लिए।

Pawan Kumar Sharma हिन्दुस्तान, अलीगढ़Wed, 18 Sep 2024 03:41 PM
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अलीगढ़ में साइबर हैकरों के डिजिटल अरेस्ट कर रकम ठगने का नया मामला सामने आया है। अंबाला में एक निजी कंपनी की महिला अधिकारी को हैकरों ने चार दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 75.30 लाख रुपये ऐंठ लिए। साइबर ठगों ने महिला को मनी लांड्रिंग का आरोपी बताया और सीबीआई के जरिये ईडी को केस ट्रांसफर कर कार्रवाई का डर दिखाया। इस दौरान डिजिटल अरेस्ट रहते हुए महिला अंबाला से अलीगढ़ तक पहुंची और हैकरों के अनुसार अपने खाते से रकम उनके खाते में ट्रांसफर कर दी। जिसका मुकदमा साइबर थाने में दर्ज हुआ है।

पुराने शहर के कोतवाली क्षेत्र की महिला पंजाब के अंबाला में निजी कंपनी में बड़े औहदे पर तैनात हैं। उनके पास 8 सितंबर को अंबाला में ही कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद का परिचय सीबीआई से राजेश प्रधान के तौर पर दिया और कहा कि आपके खातों से 23 करोड़ रुपये की मनी लांड्रिंग हुई है। आपके खिलाफ ईडी में केस हुआ है और जांच और कार्रवाई होगी। फिर किसी नरेश के नाम से व्हाट्सएप पर पेपर भेजे गए। जिसमें महिला के खाते से रकम का आदान प्रदान होना दिखाया गया। इस पर महिला दहशत में आ गई। बस वहीं से ठगी का खेल शुरू हो गया। उधर से हैकर लगातार महिला से वीडियो कॉल पर बातचीत कर रहा था। उसे डरा रहा था। महिला को समझाया गया कि वह अपने बैंक खातों की रकम उनके खाते में ट्रांसफर कर दे। उसे इसके ऐवज में ईडी की रसीद मिलेगी। जब केस दाखिल हो जाएगा, तब रकम वापस हो जाएगी।

इस पर महिला ने कहा कि उसके खाते अलीगढ़ के मूल पते पर हैं तो महिला पर अलीगढ़ पहुंचने का दवाब बनाया। इस पर महिला तत्काल ट्रेन से अलीगढ़ रवाना हुई। उसने तीन बार में 75.30 लाख रुपये अपने अलीगढ़ के तीन अलग-अलग बैंक खातों से उनके द्वारा बताए गए बैंक खातों से ट्रांसफर किए। उसके एवज में महिला के व्हाट्सएप पर गर्वमेंट ऑफ इंडिया ईडी की ओर से जारी एक रसीद भी भेजी गई। रकम भेजने और रसीद की जांच करने के बाद उसे ठगी का अहसास हुआ। तब उसने साइबर थाने पहुंचकर अज्ञात में मुकदमा दर्ज कराया है।

कॉल कटते ही जुड़ते थे तत्काल

साइबर हैकरों ने बेहद चालाकी से महिला को संभाले रखा। 8 से 12 सितंबर तक वह उसे कॉल पर लिए रहे। कई बार कॉल डिस्कनेक्ट हुआ तो तत्काल नए नंबर से कॉल जुड़ जाता था। कुल मिलाकर महिला को कुछ भी सोचने समझने या किसी परिवार के सदस्य से बात करने तक का मौका नहीं दिया। यहां तक धमकी दी कि अगर किसी को बताया तो झमेला बढ़ जाएगा। वह बड़ी दिक्कत में आ जाएगी। इस पर महिला और चुप्पी साधे रही।

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नागालैंड-तमिलनाडू के खातों में गई रकम

जिन दो बैंक खातों में महिला से हैकरों ने रकम ट्रांसफर कराई है। उनमें एक नागालैंड के दीमापुर के व्यक्ति के नाम से है, जबकि दूसरा तमिलनाड़ू के व्यक्ति के नाम से वहीं की बैंक का है। साथ में जांच में यह भी साफ हुआ है कि रकम उन खातों में पहुंचने के बाद तत्काल 50-50 अन्य खातों में छोटे छोटे टुकड़ों में ट्रांसफर हुई है। फिर उसे वायलेट खातों के जरिये निकाला गया है।

तीन बार में ऐसे ट्रांसफर कराई रकम

-9.40 लाख रुपये एक बार में

-5.90 लाख रुपये एक बार में

-60 लाख रुपये एक बार में

दंपती से भी ठगे 1.86 लाख रुपये

एक अन्य मुकदमा डिजिटल अरेस्ट स्वर्ण जयंती नगर के दंपती की ओर से कराया गया है। जिसमें कहा है कि उनका बेटा बंगलूरू में सेवारत है। उन्हें कॉलर ने फोन पर यह धमकी दी कि उनका बेटा उत्तराखंड में दुष्कर्म के मामले में फंस गया है। उसे बचाने के नाम पर 1.86 लाख रुपये देने होंगे। वे डर गए और रुपये देकर राहत महसूस की। मगर जब बेटे से बात हुई तो ठगी का राज खुला। इसका मुकदमा भी दर्ज कराया गया है।

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