अयोध्या में भीड़ नया इतिहास रचने को बेताब, लाखों श्रद्धालु पहुंचे; दर्शन मार्ग ठसाठस भरे
- कंट्रोल रूम से पल पल का फीड बैक सुरक्षा कर्मियों के पास जारी किया जा रहा है। रामपथ पर भीड़ नियंत्रण की व्यवस्था यथावत है। अब स्नान और दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की वापसी अधिक संख्या में हो रही है। 2 दिन में लगभग 25 लाख से अधिक श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे।
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प्रयागराज से स्नान कर अयोध्या दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का अनवरत आवागमन जारी है। 24 घंटे नगर के मार्गो पर भीड़ चल रही है। गुरुवार की अपेक्षाकृत शुक्रवार को श्रद्धालुओं की संख्या कुछ कम हुई। इसके बावजूद दर्शन मार्ग ठसाठस भरे रहे। पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद रहकर दिशा- निर्देश दे रहे हैं। कंट्रोल रूम से पल पल का फीड बैक सुरक्षा कर्मियों के पास जारी किया जा रहा है। रामपथ पर भीड़ नियंत्रण की व्यवस्था यथावत है। अब स्नान और दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की वापसी अधिक संख्या में हो रही है। दो दिन में लगभग 25 लाख श्रद्धालु अयोध्या की चौहद्दी को पार किए। इसमें दस लाख की संख्या शुक्रवार की रही।
एसडीएम और राम मंदिर के मजिस्ट्रेट अशोक सैनी ने शुक्रवार की शाम को सात बजे तक साढ़े तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं के रामलला के दर्शन कर लेने की बात बताई है। उन्होंने कहा कि भीड़ लगातार बनी हुई है इसलिए शयन आरती तक संख्या में और वृद्धि होगी।
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दूसरी तरफ कमिश्नर, आईजी और एसएसपी भीड़ नियंत्रण करने के सारे उपाय कर रहे हैं। सभी की कोशिश है कि श्रद्धालु सकुशल दर्शन कर गंतव्य को रवाना हो जाएं। प्रतिबंधों के कारण चार पहिया वाहन से आने वाले श्रद्धालुओं को ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गुरुवार को देर शाम रायगंज चौराहे पर तेलंगाना से आया एक परिवार चार वाहन को कुछ मीटर दूर होटल तक ले जाने की मिन्नत करता रहा लेकिन ट्रैफिक पुलिस ने जाने नही दिया। इसके बाद वह कुछ दूर जा कर आपने वाहन में ही बैठ गए। इसी तरह की दिक्कतों का सामना अन्य श्रद्धालुओं को करना पड़ रहा है।
दूसरी तरफ कमिश्नर, आईजी और एसएसपी भीड़ नियंत्रण करने के सारे उपाय कर रहे हैं। सभी की कोशिश है कि श्रद्धालु सकुशल दर्शन कर गंतव्य को रवाना हो जाएं। प्रतिबंधों के कारण चार पहिया वाहन से आने वाले श्रद्धालुओं को ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गुरुवार को देर शाम रायगंज चौराहे पर तेलंगाना से आया एक परिवार चार वाहन को कुछ मीटर दूर होटल तक ले जाने की मिन्नत करता रहा लेकिन ट्रैफिक पुलिस ने जाने नही दिया। इसके बाद वह कुछ दूर जा कर आपने वाहन में ही बैठ गए। इसी तरह की दिक्कतों का सामना अन्य श्रद्धालुओं को करना पड़ रहा है।
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बुजुर्गों ने कहा अयोध्या में इतनी भीड़ कभी नहीं देखी
80 वर्षीया सेवानिवृत शिक्षक राजेंद्र पांडे कहते हैं कि लगातार इतना जन सैलाब उन्होंने कभी नहीं देखा। उन्होंने बताया कि नगर के प्रमुख चार मेलों में 15 से 20 लाख श्रद्धालु पहले भी आते रहे हैं, लेकिन किसी भी मेले में भीड़ दो या तीन दिन ही रहती थी। स्नान -दर्शन करने के बाद एकाएक नगर खाली हो जाता था। हनुमान गढ़ी के सरपंच महंत रामकुमार दास कहते हैं कि राम मंदिर आंदोलन यानी ढांचा ध्वंस के समय अयोध्या कार सेवकों से पटी थी लेकिन दो या तीन दिन के लिए। अब मंदिर में भगवान विराजमान हैं जनसैलाब नया इतिहास लिख रहा है।