Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Complaint lodged in police station against KGMU doctors With folded hands pleading for treatment and death

हाथ जोड़कर इलाज की गुहार; मौत के बाद KGMU डॉक्टरों के खिलाफ थाने में शिकायत

लखनऊ में किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) अस्पताल में वेंटीलेटर नहीं मिलने के बाद एक मरीज की मौत के मामले में परिजनों ने अब यहां के वजीरगंज थाने में शिकायत देकर डॉक्टरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तानTue, 26 Nov 2024 05:47 PM
share Share
Follow Us on

लखनऊ में किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) अस्पताल में वेंटीलेटर नहीं मिलने के बाद एक मरीज की मौत के मामले में परिजनों ने अब यहां के वजीरगंज थाने में शिकायत देकर डॉक्टरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की। अपने इलाज के लिए मरीज का हाथ जोड़कर डॉक्टरों से विनती करते वीडियो सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।

वहीं, केजीएमयू प्रशासन ने मंगलवार को दावा किया कि मरीज को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया गया और वेंटीलेटर के अभाव में उन्हें दूसरे संस्थान में एंबुलेंस से स्थानांतरित किया गया। वजीरगंज थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) दिनेश चंद्र मिश्रा ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि शिकायत प्राप्त हुई है हालांकि अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है। अधिकारी ने इससे अधिक ब्यौरा देने से इनकार कर दिया।

परिजनों के अनुसार, दुबग्गा थाना क्षेत्र के रहने वाले अबरार अहमद (60) की 2018 में एंजियोप्लास्टी हुई थी। परिजनों ने बताया कि रविवार रात तबीयत बिगड़ने पर अहमत को केजीएमयू के आपात चिकित्सा कक्ष में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने उनकी हालत देखने के बाद तत्काल वेंटिलेटर की जरूरत बताई लेकिन वेंटिलेटर खाली नहीं होने से उन्हें दूसरे अस्पताल ले जाने को कहा गया।

ये भी पढ़ें:VIDEO: लखनऊ KGMU में इलाज के लिए हाथ जोड़ता रहा मरीज, नहीं मिला वेंटिलेटर, मौत

मृतक के बेटे सैफ ने आरोप लगाया है कि उसके पिता हाथ जोड़कर चिकित्सकों के सामने गिडगिडाते रहे लेकिन उन्हें वेंटीलेटर नहीं मिला। सैफ ने दावा किया कि अस्पताल के आपातकालीन विभाग में उसके पिता को कथित रूप से तीन चार इंजेक्शन लगाए गये, जिसके बाद उनकी नाक और मुंह से खून आने लगा।

मृतक के बेटे ने बताया कि उसके पिता को राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान स्थानांतरित कर दिया गया और रास्ते में उनकी मौत हो गयी। वहीं केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि उपचार में पूरी तत्परता बरती गयी। उन्होंने 'पीटीआई-भाषा' को भेजे एक लिखित बयान में बताया कि अस्पताल लाये गये 60 वर्षीय बुजुर्ग मरीज को दिल की गंभीर बीमारी थी।

सिंह ने बयान में बताया कि मरीज में वर्ष 2018 में गंभीर हृदय रोग की पुष्टि हुई थी और उसके बाद मरीज ने एंजियोप्लास्टी कराई थी। बयान के अनुसार, एंजियोप्लास्टी के बाद डॉक्टर ने समय-समय पर जांच के लिए बुलाया था लेकिन मरीज नहीं आया। सिंह ने बताया कि तबीयत बिगड़ने पर मरीज को दिल की धड़कन रुकने की गंभीर अवस्था में लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे तुरंत भर्ती कर ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा।

उन्होंने बताया कि मरीज की हालत गंभीर थी और सांस लेने में तकलीफ की वजह से चिकित्सकों ने वेंटिलेटर की जरूरत बताई और दुर्भाग्य से सभी आईसीयू-वेंटिलेटर बेड भरे हुए थे। बयान के अनुसार, मरीज को तुरंत संजय गांधी पीजीआई व डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान ले जाने की सलाह दी गई और मरीज को दूसरे संस्थान ले जाने के लिए एम्बुलेंस भी उपलब्ध कराई गई लेकिन सारे प्रयास के बावजूद दुर्भाग्य से मरीज को बचाया नहीं जा सका।

इनपुट भाषा

अगला लेखऐप पर पढ़ें