भ्रष्टाचारियों को सलाखों के पीछे फेंका जा रहा, केजीएमयू के स्थापना दिवस पर बोले सीएम योगी
केजीएमयू के 120वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश की डबल इंजन सरकार ने भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार किया है। नियमों को कड़ा किया जा रहा है। भ्रष्टाचारियों को सलाखों के पीछे फेंका जा रहा है।
उत्तर प्रदेश की डबल इंजन सरकार ने भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार किया है। नियमों को कड़ा किया जा रहा है। भ्रष्टाचारियों को सलाखों के पीछे फेंका जा रहा है। ताकि लोग गड़बड़ियां करने की हिम्मत न जुटा सकें। यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कही।
सीएम योगी शनिवार को केजीएमयू के 120वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। अटल बिहारी वाजपेई सांइटिफिक कन्वेंशन सेंटर में समारोह हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार के पास पैसे की कोई कमी नहीं है। मेडिकल संस्थान नए विभाग खोलें। नई तकनीक विकसित करें। लेकिन जो भी योजना शुरू करें उसे समय पर जरूर पूरा करें।
उन्होंने कहा कि पहले लोग सरकार से पैसे तो ले लेते थे लेकिन काम नहीं करते थे। बजट को पीएलए अकाउंट में डाल देते थे। जब भाजपा सरकार बनी तो खजाना खाली था। हमने पीएलए अकाउंट में जमा पैसा विभागों से मंगाया। उससे कर्मचारियों का वेतन दिया। किसानों का कर्ज माफ किया। इसके बाद हमने सभी विभागों को जनता से जुड़े मुद्दे को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। इससे जनता का भरोसा बढ़ा।
मिलकर काम करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की तरक्की के लिए सभी विभाग मिलकर काम करें। खासकर चिकित्सा के क्षेत्र में। आईआईटी, यूपीटीयू, पीजीआई, केजीएमयू जैसे संस्थानों को मिलकर काम करने की जरूरत है। इससे बेहतर परिणाम सामने आएंगे। हमे अब तेजी से आगे बढ़ने की आदत डालनी होगी।
अंगदान को बढ़ावा दें
गंभीर बीमारी तेजी से बढ़ रही हैं। इसके लिए काफी हद तक हमारी जीवनशैली भी जिम्मेदार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर साल हजारों मरीजों की मौत अंग प्रत्यारोपण न होने से हो रही है। अंगदान को बढ़ावा दें। जागरुक करें। डॉक्टर ब्रेन डेड मरीज के परिवारीजनों को अंगदान के लिए प्रेरित करें। ताकि जरूरतमंद मरीजों को नया जीवन मिल सके।
सड़क हादसों पर मुख्यमंत्री चिंतित
बढ़ते सड़क हादसों पर मुख्यमंत्री ने चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि गुजरे साल करीब 25000 से ज्यादा मौते सड़क हादसे में हुई हैं। इसमें 40 फीसदी मौते 18 से 40 वर्ष की उम्र के लोगों की हुई हैं। इसे रोकने के लिए यातायात के नियमों का पालन करें। ट्रॉमा सेंटर घायलों की जान बचाने में अहम भूमिका अदा कर रहा है।
मानसिक बीमारियों का खतरा बढ़ा
मुख्यमंत्री ने कहाकि स्मार्ट फोन ने मानसिक बीमारियों का खतरा बढ़ा दिया है। लोग जरूरत से ज्यादा फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे मानसिक बीमारियों बढ़ेंगी। लोगों को इससे बचाने के लिए जागरुकता बढ़ाने की जरूरत है। केजीएमयू व आईआईटी के विशेषज्ञ यदि लोगों को जागरुक करेंगे। तो इससे समाज में अच्छा संदेश जाएगा।
डॉक्टर संवेदनशील बनें
स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री ने डॉक्टर व कर्मचारियों को संवेदनशील बनने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि डॉक्टर में संवेदना बनें। मरीजों के प्रति डॉक्टर व्यवहार ठीक रखें। नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ का व्यवहार खुद-ब-खुद ठीक हो जाएगा। क्योंकि ठीक होने के बाद मरीज बीमारी को भूल जाते हैं। लेकिन डॉक्टर-कर्मचारियों का व्यहार मरीज के जेहन में रहता है।
बजट की कमी नहीं
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहाकि प्रदेश में इलाज व मेडिकल की पढ़ाई में तेजी से सुधार किया जा रहा है। बजट की कोई कमी नहीं है। अकेले केजीएमयू में मशीनों की खरीद के लिए 300 करोड़ रुपए का बजट जारी किया है। इससे पहले मशीनों के लिए 50 करोड़ रुपए का बजट था। इससे मरीजों की जांच व इलाज बदलाव आएगा। राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने कहा कि केजीएमयू में स्वास्थ्य सुविधाओं में तेजी से सुधार हुआ है। ओपीडी, भर्ती व जांच आदि की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में लगातार प्रयास कर रहे हैं।