RSS चीफ मोहन भागवत से मिले CM योगी, तय समय से दोगुना टाइम तक एकांत में संवाद
- मथुरा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच मंगलवार की देर शाम लगभग डेढ़ घंटे तक एकांत चर्चा हुई।
मथुरा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच मंगलवार की देर शाम लगभग डेढ़ घंटे तक एकांत चर्चा हुई। आधिकारिक तौर पर बैठक को लेकर कुछ सामने नहीं आया है लेकिन कयासों से सियासत गरमा गई है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्मस्थली फरह से सटे परखम गांव में दोनों की मुलाकात 45 मिनट तय थी लेकिन 90 मिनट तक संवाद चला।
परखम में संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक के मद्देनजर प्रवास कर रहे संघ प्रमुख भागवत और मुख्यमंत्री के बीच शाम साढ़े छह बजे से सवा सात बजे तक चर्चा का समय तय था लेकिन मुलाकात निर्धारित 45 मिनट के इतर करीब 90 मिनट तक चली। बाद में दोनों ने साथ खाना भी खाया। इसके बाद कुछ अन्य पदाधिकारियों संग भी चर्चा चली। इस तरह कुल करीब ढाई घंटे का समय दोनों ने साथ बिताया। रात नौ बजे के बाद योगी वहां से आगरा के लिए रवाना हुए।
चर्चा-स्थल गौ ग्राम परिसर स्थित गौतम ऋषि कुटीर के नजदीक जाने की किसी भी कार्यकर्ता को अनुमति नहीं थी। मीडिया को परिसर के बाहर ही रोक दिया गया। देश-प्रदेश की राजनीति के साथ ही आगामी चुनावों के साथ ही समन्वय आदि पर चर्चा की संभावना जताई जा रही है। यहां बता दें कि इसी साल जून में भी योगी-भागवत की संघ के कार्यकर्ता विकास वर्ग के दौरान मुलाकात की चर्चा थी लेकिन किन्हीं कारणों से ये संभव नहीं हो सकी थी।
कई विषयों पर चर्चा
विधिवत 21 अक्तूबर से प्रारंभ हुई संघ की इस बैठक में 46 प्रांतों के प्रांत व सहसंघचालक, कार्यवाह, प्रचारक हिस्सा ले रहे हैं। 25 और 26 अक्तूबर को राष्ट्रीय स्तर की बैठक के बाद इसका समापन होगा। वार्षिक योजनाओं की समीक्षा, समसामयिक विषयों, कार्य विस्तार और शताब्दी वर्ष, आदि पर चर्चा इस बैठक का मुख्य मुद्दा है। आरएसएस प्रमुख परखम में तीन दिन के एकांतवास के बाद बुधवार को पहली बार सप्तर्षि परिसर में भ्रमण पर निकलेंगे।
अन्य पदाधिकारियों के साथ भी चर्चा
एकांत बैठक और भोजन के बाद संघ प्रमुख और सीएम योगी ने अन्य पदाधिकारियों के साथ भी चर्चा की। इस दौरान सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले व अन्य सह सर कार्यवाह मौजूद रहे। इससे पहले गौतम ऋषि कुटीर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री को संघ प्रमुख का कुछ देर इंतजार करना पड़ा क्योंकि उस दौरान संघ प्रमुख और अन्य पदाधिकारी सांध्यकालीन प्रार्थना में थे।