Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Clerk openly demanded bribe from sweeper in the name of salary slip

सफाईकर्मी से वेतन स्लिप के नाम पर बाबू ने खुलेआम मांगी रिश्वत, वीडियो वायरल होने पर मचा हड़ंकप

हरदोई में विकास भवन स्थित जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें सफाईकर्मी से वेतन स्लिप के नाम पर खुलेआम बाबू पैसे मांग रहा है।

Pawan Kumar Sharma हिन्दुस्तान, हरदोईThu, 14 Nov 2024 09:25 PM
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यूपी के हरदोई में विकास भवन स्थित जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय से संबंधित सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें सफाईकर्मी से वेतन स्लिप के नाम पर खुलेआम बाबू पैसे मांग रहा है। हिन्दुस्तान अखबार वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। डीपीआरओ ने मामले की छानबीन शुरू करा दी है। बताया जा रहा है वायरल वीडियो 13 नवम्बर का है। इसमें ब्लॉक भरखनी की ग्राम पंचायत भाभर केशवपुर में तैनात सफाईकर्मी रवि कुमार कार्यालय में सभी कर्मचारियों के सामने सफाईकर्मियों के वेतन व स्थापना पटल देखने वाले लिपिक से अपनी वेतन स्लिप मांग रहा है।

इस पर लिपिक 500 रुपये या प्रिंटर वाले दो बंडल पेपर की डिमांड कर रहा है। साथ ही वायरल वीडियो में वहीं बैठीं मृतक आश्रित में नवीन तैनाती पाई महिला भी कहती दिख रही है कि पेपर मंगा दो तो स्लिप दे देंगे। वीडियो में कार्यालय में कम्प्यूटर ऑपरेटर के रूप में काम करने वाले सफाईकर्मी कह रहा है पहले सफाईकर्मियों का वेतन 7 हजार था, अब बढ़ गया है। अंत में सफाईकर्मी को वेतन स्लिप नहीं मिली और वहां से चला गया। कुल 3 मिनट 37 सेकेंड का वीडियो है।

हौसले इतने बुलंद कि सामूहिक रूप से हो रही पैसे की मांग

वायरल वीडियो में सैलेरी स्लिप के नाम पर रुपये मांगे जा रहे हैं। इसमें सबसे बड़ी बात कि अपने साथी कर्मियों के सामने पटल सहायक पैसे की डिमांड कर रहा है। इससे लोगों को खूब चर्चा है कि पैसे मांगने का खेल पुराना और सामूहिक रूप से होता होगा।

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कार्यालय में कर्मियों को टोटा, सफाईकर्मी कर रहे काम

जिले के अलग-अलग इलाकों में तैनात कई सफाईकर्मी डीपीआरओ कार्यालय में करीब 15 सालों से कार्यालय का काम संभाल रहे हैं। जिससे उनकी कार्यशैली पर लोग सवाल उठा रहे हैं। इस मामले में डीपीआओ विनय सिंह ने बताया कि रुपये मांगने का वाडियो संज्ञान में है। इस विषय में कार्यालय में लगे सीसी टीवी देखेंगे। जांच के बाद जो भी दोषी होगा। उस पर कार्यवाई की जाएगी। कार्यालय में सिर्फ लिपिक कमलेश ही स्थाई है। बाकी ग्राम पंचायत अधिकारी व सफाईकर्मियों से कार्यालय का काम लिया जा रहा है। 2011 के आसपास से कार्यालय के अलग-अलग कार्य सफाईकर्मी कर रहे हैं।

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