NCL में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी का खेल; अफसरों के ठिकानों पर CBI की छापेमारी, निजी सचिव के यहां मिले सोने के तीन कछुए
- एनसीएल में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के मामले में सोमवार को सीबीआई को अहम दस्तावेज हाथ लगे। इस मामले में गिरफ्तार निजी सचिव सूबेदार ओझा के घर के पीछे से सोने के तीन कछुए भी बरामद हुए जिनका वजन लगभग दो सौ ग्राम आंका गया था।
नॉदर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के मामले में सोमवार को सीबीआई टीम के हाथ कई अहम दस्तावेज लगे। सुबह पांच बजे ही टीम ने निदेशक (तकनीक योजना) सुनील प्रसाद सिंह और मुख्य सतर्कता अधिकारी (परियोजना) रवींद्र प्रसाद के आवास पर छापा मारा। छापा पड़ते ही सीवीओ फरार हो गए। मामले में गिरफ्तार निजी सचिव सूबेदार ओझा के घर के पीछे से सोने के तीन कछुए भी बरामद हुए जिनका वजन लगभग दो सौ ग्राम आंका गया। सोमवार को टीम ने निदेशक (तकनीक योजना) सुनील प्रसाद सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पूरे प्रकरण में रविवार को डीएसपी समेत चार लोग पकड़े गए। अब तक इस मामले में पांच लोग पकड़े जा चुके हैं।
दिल्ली की सीबीआई टीम ने सोमवार को दूसरे दिन एएसपी मुकेश कुमार के नेतृत्व में एनसीएल के निदेशक (तकनीक योजनाएं एवं परियोजना) सुनील प्रसाद सिंह और सीवीओ रवींद्र प्रसाद के घर पर छापा मारा। जानकारी होते ही सीवीओ घर से फरार हो गए। उनके आवास पर स्थानीय पुलिस फोर्स तैनाती कर दी गई। सख्त निर्देश दिया गया कि कोई भी व्यक्ति घर में प्रवेश न कर पाए। निदेशक (तकनीक योजनाएं एवं परियोजना) के घर से कई महत्वपूर्ण अभिलेख हाथ लगे। दाव किया गया कि इनसे उन अफसरों का पता चलेगा जो मशीन खरीद भ्रष्टाचार में जुड़े हैं और उन्हें कितने रुपये घूस दिए गए।
उधर, सीबीआई प्रवक्ता ने कहा कि सीएमडी के निजी सचिव सूबेदार ओझा के घर रविवार को बरामद 3.85 करोड़ रुपये ठेकेदारों को लाभ दिलाने के बदले में लिए गए थे। कहा कि रविशंकर सिंह ठेकेदारों, व्यापारियों और एनसीएल अधिकारियों के बीच मध्यस्थ था। इस मामले में पांच लाख रुपये घूस लेते सीबीआई के डीएसपी जॉय जोसेफ दामले पहले ही गिरफ्तार हो चुका है।
इनकी हुई गिरफ्तारी
जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें जबलपुर में सीबीआई की भ्रष्टाचार रोधी शाखा में तैनात पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) जॉय जोसेफ दामले, एनसीएल के मुख्य प्रबंध निदेशक (सीएमडी) के निजी सचिव सूबेदार ओझा, कंपनी के मुख्य प्रबंधक (प्रशासन) लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) बसंत कुमार सिंह, सिंगरौली स्थित संगम इंजीनियरिंग के निदेशक और कथित बिचौलिए रविशंकर सिंह और उनके सहयोगी दिनेश सिंह के नाम शामिल हैं।