जातीय जनगणना; सीएम योगी बोले- उपेक्षित वर्ग को मिलेगी उचित भागीदारी, ब्रजेश-केशव ने क्या कहा
जातीय जनगणना कराने के मोदी सरकार के फैसले की हर तरफ तारीफ हो रही है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक ने भी सरकार के फैसले को सराहा और पीएम मोदी की खूब तारीफ की है।

जातीय जनगणना कराने के मोदी सरकार के फैसले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपेक्षित वर्गों को सही पहचान और सरकारी योजनाओं में उनकी उचित भागीदारी दिलाने की दिशा में निर्णायक पहल करार दिया है। वहीं यूपी को दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने भी केंद्र सरकार के फैसले को सराहा है। मोदी सरकार ने अगली जनगणना के साथ ही जातीय गणना कराने का भी फैसला किया है। विपक्षी पार्टियां खासकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी लगातार जातीय गणना की मांग कर रही थीं। सपा ने सरकार के फैसले को पीडीए की एकजुटता की जीत बताया है। कांग्रेस की तरफ से अजय राय ने फैसला का स्वागत किया, हालांकि यह भी कहा कि पहलगाम में आतंकी हमले को लेकर जब उचित फैसले का लोग इंतजार कर रहे हैं, तब यह फैसला चौंकाता है।
सीएम योगी ने कहा कि 140 करोड़ देशवासियों के समग्र हित में आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में CCPA द्वारा जाति जनगणना को आगामी जनगणना में शामिल किए जाने का निर्णय अभूतपूर्व एवं स्वागत योग्य है। योगी ने कहा कि वंचित, पिछड़े और उपेक्षित वर्गों को सही पहचान और सरकारी योजनाओं में उनकी उचित भागीदारी दिलाने की दिशा में यह एक निर्णायक पहल है। उन्होंने प्रधानमंत्री का हार्दिक आभार जताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में भाजपा सरकार ने सामाजिक न्याय और डेटा-आधारित सुशासन को वास्तविकता में बदलने का यह ऐतिहासिक निर्णय लिया है।
वहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि काशी के लोकप्रिय सांसद एवं देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिया गया जातीय जनगणना का निर्णय 140 करोड़ देशवासियों के साथ समता व न्याय की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। इस निर्णय के लिए प्रधानमंत्री का हृदय से आभार! प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जातिगत जनगणना के फ़ैसले से कांग्रेस और सपा सहित इंडी गठबंधन की राजनीति का पूर्ण विराम हो गया है। आज रात्रि भाजपा और मोदी विरोधियों को नींद नहीं आएगी।
केशव ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री के जातिगत जनगणना के ऐलान के बाद जाति आधारित जनगणना के नाम पर ढोंग करने वाले दलों कांग्रेस, सपा, राजद और इंडी गठबंधन अब जनता को मुंह दिखाने लायक नहीं है। सबका साथ सबका विकास करने वाले प्रधानमंत्री ने देश के 140 करोड़ लोगों को ऐतिहासिक उपहार दिया है। जिसकी जितनी संख्या भारी, उनको उतनी हिस्सेदारी वाला फैसला है।
केशव ने कहा कि प्रधानमंत्री का जातीय जनगणना का फैसला ऐतिहासिक है। समूचा दलित, आदिवासी, पिछड़ा समाज उनके इस फ़ैसले का तहेदिल से स्वागत करता है। दशकों से इसका इंतज़ार था। यह उन नेताओं के लिए भी एक सबक है जो जातीय जनगणना का राग तो बहुत अलापते थे, लेकिन दशकों तक सत्ता में रहने पर उनके दल इस मुद्दे पर कंबल ओढ़कर सो जाते थे। जाति भारतीय राजनीति की सच्चाई है और जातीय जनगणना इसकी धुरी। लोकतंत्र इससे मज़बूत होगा। ज़मीनी राजनीति के धुरंधर नेता मोदी जी इस ज़मीनी सच्चाई से वाक़िफ़ हैं। उन्होंने अपने इस फ़ैसले से देशवासियों का ह्रदय छू लिया है।
वहीं, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रधानमंत्री ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए देश में आगामी जनगणना के साथ जातीय गणना भी कराने का निर्णय लिया है। देश की राजनीति में यह एक ऐतिहासिक क्षण है। यह सिर्फ एक निर्णय नहीं, बल्कि दशकों की उपेक्षा और अनदेखी का अंत है। कांग्रेस सहित जो राजनीतिक दल वर्षों तक सत्ता में रहकर भी इस विषय पर मौन साधे रहे, उनके लिए यह एक करारा संदेश है। उन राजनीतिक दलों ने सिर्फ़ घोषणाओं और भाषणों में जातीय जनगणना की बात की, लेकिन आज प्रधानमंत्री जी ने इसे कर दिखाया। जातीय आंकड़े लोकतंत्र को मजबूत करेंगे। नीति निर्माण को न्यायसंगत बनाएंगे और समावेशी विकास की राह को प्रशस्त करेंगे।