आईएसएस अभिषेक प्रकाश के करीबी निकांत की खंगाली कॉल डिटेल, पुलिस ने मांगा चैट का ब्योरा
- सोलर संयंत्र लगाने वाले एक उद्योगपति से 5 प्रतिशत रकम रिश्वत के तौर पर मांगे जाने को लेकर शासन गंभीर रुख अख्तियार कर लिया है। ताबड़तोड़ कार्रवाई चल रही है। शासन के आदेश पर इस रिश्वत प्रकरण की जांच विजिलेंस ने शुरू की है। विजिलेंस अभी इस प्रकरण से जुड़ी जरूरी सूचनाएं और वैज्ञानिक साक्ष्य जुटा रही है।

इन्वेस्ट यूपी के निलम्बित आईएएस अभिषेक प्रकाश की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। सोलर संयत्र लगाने के लिए उद्योगपति से रिश्वत मांगने के मामले में विजिलेंस ने अपनी जांच तेज कर दी है। इसी कड़ी में विजिलेंस ने निकांत जैन और उसके दो करीबियों की कॉल डिटेल खंगाली। पुलिस ने निकांत जैन की मोबाइल में डिलीट की गई चैट का ब्योरा मांगा है। फोरेंसिंक विशेषज्ञों ने इस चैट को रिकवर किया था। इसके अलावा विजिलेंस टीम ने कुछ और सूचनाएं इन्वेस्ट यूपी से मांगी है।
सोलर संयंत्र लगाने वाले एक उद्योगपति से पांच प्रतिशत रकम रिश्वत के तौर पर मांगे जाने को लेकर शासन गंभीर रुख अख्तियार कर लिया है। ताबड़तोड़ कार्रवाई चल रही है। शासन के आदेश पर इस रिश्वत प्रकरण की जांच विजिलेंस ने शुरू की है। विजिलेंस अभी इस प्रकरण से जुड़ी जरूरी सूचनाएं और वैज्ञानिक साक्ष्य जुटा रही है। आईएएस अभिषेक प्रकाश के करीबी निकांत जैन के खिलाफ गोमतीनगर थाने में एफआईआर दर्ज है। आईएएस अभिषेक प्रकाश के निलंबन के दूसरे दिन ही शासन ने विजिलेंस जांच के आदेश कर दिए थे।
एसआईटी का भी शिकंजा
एसआईटी ने भी अपनी जांच आगे बढ़ा दी है। बाराबंकी के एएसपी विकास चन्द्र त्रिपाठी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय एसआईटी गठित की गई है। इसमें एसीपी गोमतीनगर विनय द्विवेदी के अलावा इंस्पेक्टर आलोक राव शामिल है। एसआईटी ने इन्वेस्ट यूपी के अफसरों व कर्मचारियों का ब्योरा तैयार किया है। एसआईटी निकांत के जेल में बयान लेगी। इसके बाद उसके भाई और पत्नी से पूछताछ करेगी।
एसआईटी इन्वेस्ट यूपी के कुछ कर्मचारियों की कॉल डिटेल का निकांत की कॉल डिटेल से मिलान भी कराएगी। इस प्रकरण में गोमतीनगर थाने में 20 मार्च को मेरठ के मूल निवासी निकांत जैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इसमें बाद में धमकी देने की धारा बढ़ा दी गई थी। इस प्रकरण में ही इन्वेस्ट यूपी के सीईओ अभिषेक प्रकाश को निलम्बित कर दिया गया था।