टीसीएस मैनेजर सुसाइड केस: जेल में मां-बहन से गले लग खूब रोई निकिता; पुलिस के सामने निकले पिता के आंसू
- निकिता जिला जेल पहुंची तो उसे लिखापढ़ी के बाद महिला बैरक भेजा गया। वहां उसकी मां और बहन निशु पहले से बंद हैं। जैसे ही दोनों सामने आईं तीनों आपस में लिपट गईं। निकिता फूट-फूटकर रोने लगी। उसने सपने में भी नहीं सोचा था कि परिवार को ये दिन भी देखने पड़ेंगे। अन्य महिला बंदियों ने उन्हें समझाया।

टीसीएस के रिक्रूटमेंट मैनेजर मानव शर्मा की पत्नी निकिता शर्मा शनिवार को जेल पहुंची। वहां अपनी मां और बहन से गले लगकर फूट-फूटकर रोई। तीनों जिला जेल की महिला बैरक में हैं। वहीं, उसके पिता को बैरक 9-ए में रखा गया है। परिवार के चार सदस्य जेल में हैं। सबसे छोटी बहन रिश्तेदारी में है। वह अकेले परेशान हो रही है। उधर, निकिता के पिता निपेंद्र शर्मा पुलिस के सामने रोने लगे। निकिता की मां पूनम शर्मा और छोटी बहन निशु को पुलिस ने 13 मार्च को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। निकिता के पिता ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। उसके खारिज होने के बाद पुलिस ने मां और बहन को पकड़ा था। निकिता अपने पिता के साथ फरार थी।
जेल सूत्रों के अनुसार दोपहर बाद निकिता जब जिला जेल पहुंची थी तो उसे लिखापढ़ी की कार्रवाई के बाद महिला बैरक भेजा गया। वहां उसकी मां और बहन निशु पहले से बंद हैं। जैसे ही दोनों सामने आईं तीनों आपस में लिपट गईं। निकिता फूट-फूटकर रोने लगी। उसने सपने में भी नहीं सोचा था कि परिवार को यह दिन भी देखने पड़ेंगे। अन्य महिला बंदियों ने उन्हें समझाया। हिम्मत से काम लें।
दूसरी तरफ अधिकारियों ने विवेचक शक्ति राठी को निर्देश दिए हैं कि इस मुकदमे में जल्द चार्जशीट लगा दी जाए। निकिता और उसके परिवार के खिलाफ मानव शर्मा के माता-पिता, बहन और चाची को गवाह बनाया गया है। सभी ने अपने बयानों में कहा है कि निकिता और उसके परिवारीजनों ने बेटे को बुरी तरह डरा दिया था। पूरे परिवार को मुकदमे में जेल भिजवाने की धमकी दी थी। बेटा इससे भयभीत था। बहू ने बेटे को धोखा दिया था। जिसकी जानकारी के बाद बेटा परेशान था। उससे अलग होना चाहता था। निकिता और उसके परिवारीजनों की धमकी से भयभीत होकर बेटे ने खुदकुशी की थी। मरने से पहले जो वीडियो बनाया था उसमें उसने बोला भी था कि मर्दों के लिए भी कानून होना चाहिए।
धमकी का कोई साक्ष्य नहीं
पुलिस के पास अभी तक निकिता के माता-पिता और बहन के खिलाफ कोई ठोस साक्ष्य नहीं है। मानव ने मृत्यु पूर्व बनाए वीडियो में ससुरालीजनों का नाम नहीं लिया था। सिर्फ पत्नी का जिक्र किया था। किसी चैटिंग में भी उसने अपने ससुरालीजनों के लिए कुछ नहीं लिखा था। ऐसी स्थिति में पुलिस निकिता की मां, पिता और बहन को परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर आरोपित बनाएगी। निकिता को वीडियो के आधार पर मुख्य आरोपित बनाया जाएगा।
पिता का फर्ज निभाया
निकिता के पिता निपेंद्र शर्मा पुलिस के सामने टूट गए। रोने लगे। पुलिस को बताया कि सिनेमा हॉल में नौकरी की है। तीन बेटियां हैं। सिनेमा बंद हो गया तो किताब-कॉपी की दुकान खोली। बेटी की शादी की। बेटी ने घर बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए। दामाद ने अपनी आंखों से कुछ नहीं देखा था। एक मैसेज के बाद मुंबई में खुदकुशी का प्रयास किया। बेटी को मारापीटा। उससे जबरन कहलवाया कि उसका शादी से पहले अफेयर था। मुकदमा हो गया। बेटी डर गई। लोगों ने कहा कोर्ट चले जाओ तो पिता का फर्ज निभाते हुए ऐसा ही किया।