बसपा ने पीलीभीत पूर्व जिलाध्यक्ष समेत तीन को किया निष्कासित, पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप
बसपा ने पीलीभीत के पूर्व पूर्व जिलाध्यक्ष समेत तीन नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। तीनों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त और अनुशासनहीनता का आोरप है। इस एक्शन के बाद पार्टी में खलबली मच गई है।
बसपा प्रमुख मायावती ने बड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने पीलीभीत के पूर्व जिलाध्यक्ष समेत तीन नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। तीनों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त और अनुशासनहीनता का आरोप है। इस एक्शन के बाद बसपा में खलबली मच गई है। बताया जा रहा है कि निष्कासित नेताओं के खिलाफ लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं।
बसपा ने मंगलवार को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त और अनुशासनहीनता के आरोप में पीलीभीत के पूर्व पूर्व जिलाध्यक्ष समेत तीन नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया। उपर से मिले निर्देश के बाद नियुक्त जिलाध्यक्ष ने एक्शन लिया है। वहीं, संगठन के निर्देश पर किए गए एक्शन से बसपा में खलबली मच गई है।
बसपा के जिलाध्यक्ष बने सुरेश गौतम, जिला प्रभारी मोरध्वज कुशवाहा
उधर, अलीगढ़ में बसपा ने जिलाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी पूर्व मंडल प्रभारी सुरेश गौतम एडवोकेट को सौंपी गई है। इनके साथ ही पू्र्व जिलाध्यक्ष मोरध्वज कुशवाहा को विशेष प्रभारी बनाया गया है। इसके अलावा विजेन्द्र सिंह विक्रम को पुनः अलीगढ़ मंडल का प्रभारी बनाया गया है व पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश चन्द्रा को जिला प्रभारी बनाया गया है। अलीगढ़ मंडल प्रभारी पूर्व एमएलसी भीमराव अंबेडकर, समसुद्दीन राइन, सूरज सिंह जाटव सहित अशोक सिंह एडवोकेट, रणवीर सिंह कश्यप, अनिल कुमार बघेल, गजराज सिंह विमल, हरेन्द्र कुमार सिंह एवं हुक्म सिंह और जिला प्रभारी के लिए जितेन्द्र कुमार राही, दिनेश बघेल एवं केपी सिंह एडवोकेट को जिम्मेदारी दी गई है।
आगरा अलीगढ़ मंडल प्रभारी सूरज सिंह ने बताया कि संगठन में फेरबदल करते हुए सभी पदाधिकारियों को पार्टी को मजबूत करने के लिए पूरी निष्ठा एवं समर्पण के साथ कार्य करने के लिए निर्देशित किया गया है।