Notification Icon
Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़BJP district president elder brother committed suicide Lakhimpur Kheri shot himself near his head flour mill

BJP जिलाध्यक्ष के बड़े भाई ने की आत्महत्या, चक्की कारखाने में सिर से सटाकर मारी गोली

  • लखीमपुर खीरी में भाजपा जिलाध्यक्ष के भाई ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली। उनका शव का चक्की कारखाने में खून से लथपथ मिला। पास से ही एक तमंचा भी बरामद हुआ है।

Dinesh Rathour लाइव हिन्दुस्तान, लखीमपुर खीरीThu, 19 Sep 2024 02:30 PM
share Share

यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में भाजपा जिलाध्यक्ष के भाई ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या की खबर के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल करने में लगी है।

शहर के मोहल्ला रामनगर में रहने वाले भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील सिंह के बड़े भाई 58 वर्षीय गोविंद सिंह घर के एक हिस्से में ही आटा चक्की कारखाना चलाते थे। बताया जाता है कि गुरुवार की शाम जब वह कारखाने पर अकेले थे, उन्होंने खुद को गोली मार ली। गोली उनके सिर में लगी थी और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। फायर की आवाज सुनकर घर के लोग मौके पर पहुंचे। गोविंद सिंह शव खून से लथपथ फर्श पर पड़ा हुआ था। 

असलाह उनके शव के पास ही पड़ा पाया गया। सूचना पाकर सीओ सदर रमेश तिवारी, कोतवाली प्रभारी अंबर सिंह मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लिया है। यह साफ नहीं हो सका कि गोविंद सिंह ने यह कदम क्यों उठाया है। मौके पर फॉरेंसिक टीम भी पहुंच गई। सीओ रमेश तिवारी ने बताया कि प्रथम दृष्ट्या मामला आत्महत्या का लग रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।

खुशमिजाज गोविंद ने क्यों उठाया कदम, बना रहस्य

भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील सिंह के भाई गोविंद राजनीति से दूर लेकिन खुशमिजाज और जिंदादिल इंसान थे। उनके बारे में गुरुवार की शाम यह सूचना आई तो लोग गम और हैरत में पड़ गए। उन्होंने यह कदम क्यों उठाया, इस पर रहस्य बना हुआ है। उधर पारिवारिक लोगों का कहना है कि वह न्यूरो समेत कई शारीरिक दिक्कतों से जूझ रहे थे। रात को ही उनके शव का पोस्टमार्टम कराने की तैयारी शुरू कर दी गई है। भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील सिंह और उनके भाई गोविंद सिंह एक ही मकान में रहते थे। गोविंद सिंह के परिवार में उनकी पत्नी, बेटे व एक बेटी थी। वह राजनीति से दूर थे, लेकिन मेल मुलाकात सबसे रखते थे। घर के एक हिस्से में उन्होंने आटा-चक्की का कारखाना लगा रखा था। वह पूरा दिन वहीं रहते थे। 

लोगों ने बताया कि गुरुवार की दोपहर घर से भोजन करने के बाद वह कारखाने पर आ गए और वहीं बैठे थे कि अचानक गोली चलने की आवाज आई। जब परिवार के लोग और कारखाने के कर्मचारी दौड़कर आए, गोविंद का खून से सना शव वहीं पड़ा था। यह स्थिति देखकर सभी के होश उड़ गए। उनकी मां तो शव देखकर वहीं बेहोश हो गई। पूरे परिवार में चीख पुकार मच गई। सुनील सिंह सभी को संभालने में लग गए। परिवार से जुड़े लोगों ने बताया कि गोविंद सिंह कई शारीरिक दिक्कतों से जूझ रहे थे, लेकिन वह ऐसा कदम उठा लेंगे, यह किसी ने सोचा भी नहीं था।

 उधर इस हादसे की सूचना पाते ही गोला विधायक अमन गिरि, भाजपा जिला उपाध्यक्ष व नगर पालिका अध्यक्ष विजय शुक्ला रिंकू, आशू मिश्रा, रविंद्र कटियार, प्रफुल्ल वाजपेयी बेटू समेत तमाम लोग पहुंच गए। सीओ रमेश तिवारी ने बताया कि प्रथम दृष्ट्या आत्महत्या का मामला लग रहा है। अभी कारण स्पष्ट नहीं है। शव का पोस्टमार्टम रात को ही कराने की तैयारी की जा रही है।

 

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें