उत्तम संयम धर्म का महत्व बताया
दशलक्षण पर्व के पांचवे दिन, पंडित संदीप शास्त्री ने दिगंबर जैन मंदिर में उत्तम संयम धर्म का महत्व बताया। उन्होंने इंद्रियों को समझने और संयम रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। धार्मिक प्रश्नोत्तरी और नृत्य...
दशलक्षण पर्व के पांचबे दिन सांगानेर राजस्थान से आए पंडित संदीप शास्त्री ने दिगंबर जैन मंदिर में श्रद्धालुओं को उत्तम संयम धर्म का अर्थ बताया। कहा कि मन, वचन, कर्म की विर्ती का त्याग से ही उत्तम संयम की प्राप्ति होती है। उन्होंने बताया कि उत्तम संयम का अर्थ है इंद्रियों को समझना। पंडित ने कहा कि जिस प्रकार नदी बहते हुए अंत में समुद्र में मिल जाती है। इसी का नाम उत्तम संयम है। उन्होंने कहा कि इंद्रियां पांच होती हैं। स्पर्श इंद्री, रसना इंद्री, घिरांड इंद्री चक्षू इंद्री और करण इंद्री। सम्यक ज्ञान से भी संयम हो सकता है।
शुक्रवार को मंदिर की में धार्मिक प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें दीपक जैन हिंदुस्तानी की ओर से पुरस्कार प्रदान कराए गए। इसके बाद जैन महिलाओं द्वारा भगवान के समक्ष धार्मिक नृत्य प्रस्तुत किया।
जिसमें कृतिका जैन, पलक जैन ने मंगलाचरण गीत प्रस्तुत किया, जबकि सुरभि जैन, मनीष और सोनिया जैन ने दिगंबर हो या श्वेतांबर जैन होना चाहिए, भजन पर शानदार नित्य प्रस्तुत किया। सभी प्रतिभागियों को समाज की ओर से पुरस्कृत किया गया। मौके पर रितिका जैन, अर्चना जैन, शैलजा जैन, अनंत जैन, दिव्या जैन, संस्कार जैन, सम्यक जैन, अतिशय, बबिता, अमित, अंजू, संभव, शोभित, दीपू, संजय मौजूद रहे।
श्रद्धालुओं ने धूप दशमी पर्व मनाया
नहटौर। दशलक्षण पर्व के छठे दिन उत्तम संयम धर्म को धारण कर भक्ति भाव से मनाया। श्रद्धालुओं ने धूप दशमी पर्व भी मनाया गया। शुक्रवार को प्रातः से ही भगवान को धूप समर्पित करने वालों श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। बहन गरिमा जैन व साक्षी जैन ने उत्तम संयम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जीवन में एक संयम व एक नियम तो अवश्य होना चाहिए।अगर मन के साथ शरीर भी जुड़ गया तो फिर संयम का पालन करना असंभव हो जाएगा। उन्होंने कहा की मन तो चंचल होता है,जो कहीं भी किसी से भी लग सकता है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।