यूपी बोर्ड परीक्षा से पहले शिक्षा विभाग में बड़ी लापरवाही उजागर, शासने के निर्देश के बावजूद की गलती
- यूपी बोर्ड परीक्षा से पहले शिक्षा विभाग में बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। शासने के निर्देश बावजूद की गलती की गई है। गोरखपुर में प्रतिबंधित शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई।

24 फरवरी से शुरू हो रही यूपी बोर्ड परीक्षा से पहले शिक्षा विभाग में बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। गोरखपुर में शासन के निर्देशों के बावजूद डिबार (प्रतिबंधित) शिक्षक की ड्यूटी लगाई गई थी, जिसे बाद में आनन-फानन में हटाया गया। इस गलती के कारण शिक्षा विभाग को डाटा खंगालने की प्रक्रिया तेज करनी पड़ी।
बोर्ड परीक्षा में डिबार शिक्षकों की नियुक्ति पर रोक के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय ने पुन जांच शुरू की। इसी क्रम में गोरखपुर के जंगल कौड़िया स्थित अबू राम तुर्कवालिया विद्यालय में प्रधानाचार्य अशोक कुमार द्विवेदी की ड्यूटी केंद्र व्यवस्थापक के रूप में लगी थी, जबकि वे पहले ही डिबार किए जा चुके थे। मामला सामने आने के बाद तत्काल प्रभाव से उन्हें हटाकर विद्यालय के सहायक अध्यापक पन्नीलाल को 20 फरवरी को केंद्र व्यवस्थापक के रूप में तैनात किया गया। नियमों के अनुसार, विद्यालय के प्रधानाचार्य को ही केंद्र व्यवस्थापक बनाया जाता है, लेकिन लापरवाही देखी गई। प्रिंसिपल अशोक द्विवेदी पूर्व में नोएडा में तैनात थे और जुलाई में उनका स्थानांतरण गोरखपुर हुआ था। बताया जा रहा है कि नोएडा में वे डिबार की सूची में शामिल थे।
बैठक में शामिल हुए थे डिबार प्रिंसिपल
बोर्ड परीक्षा की तैयारी को लेकर बाबा गंभीरनाथ परीक्षा केंद्र में हुई बैठक में जनपद के सभी केंद्र व्यवस्थापकों को बुलाया गया था। इस बैठक में अशोक कुमार द्विवेदी भी शामिल हुए थे, जिससे शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।
गोरखपुर डीआईओएस डॉ. अमरकांत सिंह ने बताया कि इस प्रकरण के सामने आने के बाद ट्रांसफर और समायोजन किए गए शिक्षकों की सूची जांचने का आदेश दिया है। शिक्षा विभाग अब यह सुनिश्चित कर रहा है कि किसी भी परीक्षा केंद्र पर डिबार शिक्षकों की ड्यूटी न लगे।
,