Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Big decision regarding outsourcing contract workers Municipal Corporation issued this order

आउटसोर्सिंग संविदा कर्मियों को लेकर बड़ा फैसला, नगर निगम ने जारी किया ये आदेश

  • लखनऊ के आउटसोर्सिंग संविदा कर्मियों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। नगर निगम ने लखनऊ के वार्डों की सड़कों और गलियों की सफाई पूर्व की तरह ही करने के लिए कर्मचारियों को आदेश दिया है।

Dinesh Rathour लाइव हिन्दुस्तान, लखनऊWed, 12 Feb 2025 02:59 PM
share Share
Follow Us on
आउटसोर्सिंग संविदा कर्मियों को लेकर बड़ा फैसला, नगर निगम ने जारी किया ये आदेश

यूपी की राजधानी लखनऊ के आउटसोर्सिंग संविदा कर्मियों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। नगर निगम ने लखनऊ के वार्डों की सड़कों और गलियों की सफाई पूर्व की तरह ही करने के लिए कर्मचारियों को आदेश दिया है। नगर निगम ने यह फैसला वार्डों की स्वच्छता, 15 फरवरी से नगर में शुरू हो रहे स्वच्छता सर्वेक्षण और मार्च में आने वाले होली के त्योहार को देखते हुए लिया है। नगर की मुख्य सड़कों की सफाई निजी कंपनी मशीन से पूर्व की तरह करेगी। हालांकि, इस निर्णय को लेकर नगर निगम का कोई भी अधिकारी आधिकारिक रूप से बोलने को तैयार नहीं है।

नगर के वार्डों की सफाई का ठेका एक फरवरी से निजी कंपनी एलएसए को दिए जाने का पार्षदों ने काफी विरोध किया है। इसके चलते दो फरवरी को चौक कालीजी वार्ड में निजी कंपनी और आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारियों में मारपीट तक हो गई थी। उसके बाद निजी कंपनी को वार्डों की सफाई का काम दिए जाने का विरोध करते हुए आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारियों ने जोन छह के जोनल कार्यालय का पांच घंटे तक घेराव किया था। उसी दिन पार्षदों ने भी ठेके पर सफाई दिए जाने का विरोध करते हुए नगर निगम मुख्यालय पर मेयर और नगर आयुक्त के कक्ष के सामने आठ घंटे तक धरना दिया था।

ये भी पढ़ें:माघी पूर्णिमा पर महाकुंभ में श्रद्धालुओं का रेला, सीएम वॉर रूम से कर रहे निगरानी

इस गतिरोध को खत्म करने के लिए अगले दिन मेयर और नगर आयुक्त ने पार्षदों संग बैठक भी की थी पर पार्षद अपनी मांग पर अड़े रहे थे और ठेके पर सफाई का फैसला वह सदन में करना चाहते थे। उसके बाद मेयर ने 16 फरवरी को सदन बुलाने की बात कही थी। तब से ही नगर के वार्डों की सड़कों और गलियों की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। इस स्थिति को देखते हुए नगर निगम प्रशासन ने फैसला लिया है कि नगर की मुख्य सड़कों की सफाई एलएसए मशीन से करेगा। वार्डों कर सफाई पूर्व की तरफ आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी ही करेंगे। यह व्यवस्था मार्च तक लागू रहेगी। आगे का फैसला नए वित्तीय वर्ष में लिया जाएगा।

ये भी पढ़ें:BJP के नए जिलाध्‍यक्षों की लिस्‍ट रेडी, जल्‍द घोषित हो सकते हैं 70 से अधिक नाम

सड़कों की लंबाई को लेकर भी रार

निजी कंपनी को नगर की मुख्य सड़कों की सफाई का काम देना भी कुछ पार्षदों को पसंद नहीं आ रहा है। सफाई को लेकर कार्यदायी संस्था 3500 किमी सड़क की बात कर रही है तो इस पर कुछ पार्षदों का कहना है कि इस पर भी सदन में फैसला होना चाहिए न कि निगम प्रशासन अपने स्तर से कोई निर्णय ले।

राजनाथ सिंह से मिलेंगे पार्षद

लखनऊ के सांसद और केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का 13 फरवरी को लखनऊ आगमन संभावित है। उनके लखनऊ प्रवास के दौरान भाजपा के पार्षद ठेके पर सफाई के मुद्दे को लेकर मिलेंगे। पार्षद देव शर्मा और अमित चौधरी का कहना है कि अपने क्षेत्र के सांसद से हम लोग मिलेंगे। उनसे नगर के विकास और साफ-सफाई पर चर्चा भी करेंगे।

अगला लेखऐप पर पढ़ें