रिटायरमेंट से पहले मैनेजर ने बीवी-बच्चों के खातों में ट्रांसफर किए बैंक के 12 लाख, धोखाधड़ी का केस दर्ज
- बांदा से जालसाजी का मामला सामने आया है। जहां सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के एक शाखा प्रबंधक ने रिटायरमेंट से पहले ही साढ़े 12 लाख रुपये गबन कर डाला और अपने परिजनं के खातों में पैसे ट्रांसफर करा लिया।
यूपी के बांदा में जालसाजी का मामला सामने आया है। जहां रिटायरमेंट से पहले सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक ने 12.43 लाख रुपये का गबन कर डाला। केसीसी समेत अन्य की रकम अपनी पत्नी, बेटी, बेटों, दामाद और रिश्तेदारों के खातों में ट्रांसफर कर ली। दो साल तक पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की तो वर्तमान शाखा प्रबंधक ने सोमवार को कोर्ट के आदेश पर कोतवाली में धोखाधड़ी, जालसाजी सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
रामलीला मैदान के पास स्थित बैंक शाखा प्रबंधक शेखर के मुताबिक, गणेश कॉलोनी के रहने वाले रामबली सिंह मई 2016 से फरवरी 2020 तक बैंक शाखा प्रबंधक पद पर तैनात थे। 16 फरवरी 2023 में रिटायर हुए, लेकिन उससे पहले पद का दुरुपयोग करते हुए 1243519.67 रुपये का गबन किया। विभिन्न ग्राहकों के खाते से अपनी पत्नी श्यामा देवी, बेटी पिंकी, बेटों ब्रजेन्द्र कुमार और ब्रजेश कुमार, पैलानी के सिंधनकलां निवासी दामाद रमेश कुमार, रिश्तेदार मटौंध के चमरहा निवासी नवल कुमार और राममिलन के खाते में केसीसी आदि की रकम अवैध रूप से ट्रांसफर कर डाली।
प्रबंधक ने इस जालसाजी के लिए बैंक स्टाफ के बीएस कोड का प्रयोग किया। संबंधित बाउचर शाखा रिकॉर्ड में उपलब्ध नहीं हैं। विभागीय जांच में गबन की पोल खुली तो 14 अक्तूबर 2022 में मामले की तहरीर शहर कोतवाली में दी गई पर रिपोर्ट नहीं दर्ज की गई। डीएम और एसपी को प्रार्थनापत्र दिया गया, लेकिन फिर भी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। अब कोर्ट के आदेश पर तत्कालीन शाखा (अब रिटायर) प्रबंधक रामबली सिंह और उनके परिवार के आठ सदस्यों के खिलाफ शहर कोतवाली में एफआईआर दर्ज हुई है।