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रोजगार योजनाओं को गंभीरता से नहीं ले रहे बैंक, छोटी-छोटी वजहों से रद्द कर रहे लोन

  • सरकार की रोजगार योजनाओं को जिम्मेदार बैंक और अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। योजना के तहत आवेदन तो आ रहे हैं, पर छोटे छोटे कारणों से आवेदन निरस्त या पेंडिंग रखा जा रहा है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत एससी, एसटी, ओबीसी वर्ग लिए ऋण का प्रावधान किया गया है।

Ajay Singh लाइव हिन्दुस्तानSun, 13 Oct 2024 08:25 AM
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Bank Loan: युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना चला रही है। लेकिन सरकार की योजनाओं को जिम्मेदार बैंक और अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। योजना के तहत आवेदन तो आ रहे हैं, पर छोटे छोटे कारणों से आवेदन निरस्त या पेंडिंग रखा जा रहा है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत एससी, एसटी, ओबीसी वर्ग लिए ऋण का प्रावधान किया गया है। अलीगढ़ में इस योजना के तहत ऋण के 29 बैंक अधिकृत हैं।

प्रधानमंत्री रोजगार के तहत मौजूदा वित्तीय वर्ष में करीब 31 आवेदन किए गए। जिसमें सिर्फ चार आवेदन ही स्वीकृत कर ऋण दिया गया है। बल्कि 27 आवेदन को निरस्त और लंबित रखा गया है। आवेदनकर्ताओं के मुताबिक आवेदन के महीनों के बाद भी ऋण स्वीकृत नहीं किया जा रहा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार सिर्फ चार आवेदनों में ऋण स्वीकृत किए गए हैं। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत खादी ग्रामोद्योग आयोग के तहत 19 आवेदन आए। जिसमें नौ आवेदन वापस कर दिए और छह पेंडिंग हैं। खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के तहत आठ आवेदन आए सभी पेंडिंग में हैं।

आवेदन रद नहीं, सुधारने के हैं निर्देश

सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के तहत दिए गए लक्ष्य को पूरा करने की समीक्षा बैठक हर तिमाही माह में किया जाता है। जिसमें लीड बैंक मैनेजर द्वारा ऋण के आवेदन को निरस्त न कर सुधारने का निर्देश दिए जात हैं। बैंक अधिकारी गंभीर हो जाएं तो योजनाओं की प्रगति और अच्छी हो सकती है।

क्‍या बोले अधिकारी

अलीगढ़ के एलडीए सुरेश राम ने कहा समीक्षा बैठक में सभी बैंक अधिकारियों को योजनाओं के तहत ऋण वितरित करने के निर्देश दिए गए हैं। आवेदन में कोई कमी है तो उसे लौटाने के बजाय सुधारने के सख्त निर्देश हैं। अगली समीक्षा बैठक में सभी योजनाओं की प्रगति पर चर्चा होगी।

मुख्यमंत्री योजना में भी नहीं मिला ऋण

मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार योजना में मौजूदा वित्तीय वर्ष के अगस्त माह तक 13 आवेदन आए। पर एक भी आवेदन में ऋण नहीं दिया गया। इस योजना के लाभ के लिए केनरा बैंक में चार आवेदन, आर्यव्रत में एक, पीएनबी में पांच, एसबीआई में तीन आवेदन लंबित हैं। वहीं, मुख्यमंत्री माटी कला योजना में तीन आवेदन आए, जो लंबित हैं।

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