बांदा में सचिव व अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार के लगे आरोप, जांच शुरू
Banda News - तिंदवारी के डिस्ट्रिक को-ऑपरेटिव बैंक संचालक और ब्लाक प्रमुख ने सहकारी समिति के सचिव और अध्यक्ष पर फर्जी नियुक्तियों और खाद की कालाबाजारी का आरोप लगाया है। उन्होंने उपायुक्त को शिकायती पत्र देकर जांच...
डिस्ट्रिक को-ऑपरेटिव बैंक संचालक और ब्लाक प्रमुख तिंदवारी ने सहकारी समिति के सचिव व अध्यक्ष पर मनमाने तरीके से फर्जी नियुक्ति करने का आरोप लगाया है। यही नही नई भर्ती के कर्मचारियों से खाद की कालाबाजारी व अवकाश के दिनों की दैनिक मजदूरी दिए जाने सहित कई अन्य आरोप लगाए हैं। उपायुक्त एवं उपनिबंधक सहकारिता को शिकायती पत्र देकर मामले की जांच कराने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। डिस्ट्रिक को-ऑपरेटिव बैंक संचालक अजय प्रताप सिंह व तिंदवारी ब्लाक प्रमुख दीपशिखा सिंह ने उपायुक्त एवं उपनिबंधक सहकारिता को शिकायती पत्र देकर तिंदवारी दक्षिणी के सहकारी समिति (बी-पैक्स) के सचिव व अध्यक्ष पर बिना प्रकाशन के मनमाने तरीके से बिना मंडल की बैठक बुलाए रुपये लेकर दो कर्मचारियों की फर्जी नियुक्ति का आरोप लगाया है। बताया कि भर्ती किए गए कर्मचारियों से 1350 रुपये की डीएपी की बोरी को 1600 रुपये प्रति बोरी के दर से बेच कर कालाबाजारी भी की गई। अध्यक्ष व सचिव पर दोनों कर्मचारियों को अवकाश के दिनों पर भी दैनिक मजदूरी देने का आरोप लगाया। सचिव पर अतर्रा व भदेहदू समिति में कार्यरत रहने के समय एक माह का वेतन दो बार दोनों अलग-अलग समितियों से लिया गया। समिति में कार्यरत न होने पर भी वर्ष 2022-23 के कार्यकाल का बोनस व एरियर भी समिति से प्राप्त किया गया। बताया कि सचिव ने पूर्व में लगभग 30 से 35 लाख के किसानों को वितरित उर्वरक के चेक तीन माह तक बैंक में समायोजित नही किए। इस वजह से समिति को उर्वरक प्राप्त नही हुआ। इससे किसान खाद के लिए दर-दर भटकते रहे। वर्ष 2023 में माह अक्तूबर से दिसंबर तक सचिव समिति में कार्य पर नही आए। लेकिन अध्यक्ष द्वारा अनुपस्थित समय का वेतन का भुगतान सचिव को किया गया है। जो कि समिति के हित में नही है। बैंक संचालक व ब्लाक प्रमुख ने अध्यक्ष व सचिव पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जांच कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
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