बदायूं में कच्चे तेल की संभावना, सर्वे शुरू
Badaun News - बदायूं में कच्चा तेल होने के संकेत मिले हैं, जिसके बाद अल्फाजियो (इंडिया) कंपनी ने खोज शुरू की है। कंपनी अधिकारी टिटौली गांव में कार्य कर रहे हैं और विभिन्न स्थानों पर बोरिंग करके वैज्ञानिक विधियों से...
बदायूं, हिन्दुस्तान टीम। बदायूं में कच्चा तेल होने के संकेत मिले हैं, इसके बाद अल्फाजियो (इंडिया) कंपनी ने खोज शुरू करा दी है। वर्तमान में कंपनी के अधिकारी एवं कर्मचारी उघैती क्षेत्र के गांव टिटौली में डेरा डाले हुये हैं। इससे पहले दातागंज तहसील क्षेत्र के अलावा अन्य इलाकों में कच्चे तेल की खोज की जा चुकी है। अल्फाजियो (इंडिया) कंपनी के अधिकारी कई माह से जिले में डेरा डाले हुये हैं, जो कि अलग-अलग स्थानों पर बोरिंग और वैज्ञानिक विधियों को इस्तेमाल कर कच्चे तेल की खोज कर रहे हैं। कंपनी के अधिकारियों के लिए कुछ स्थानों पर डीजल-पेट्रोल होने के पुख्ता सबूत मिले हैं, जिसके बाद इस दिशा में तेजी से कार्य शुरू कर दिया है। कंपनी के लिए जिन स्थानों पर तेल होने के संकेत प्राप्त हुये हैं, वहां पर तिपाई लगाकर बोरिंग कराया जाता है और बोरिंग के बाद कुछ दूरी पर जीपीएस सैटेलाइट सिस्टम लगाया जा रहा है। कंपनी के अधिकारी बोरिंग करने के बाद शूटर मशीन से जमीन के अंदर ब्लास्ट करते हैं। इस गतिविधि के अपमाने के बाद जीपीएस सिस्टम के जरिये तेल भंडार होने के बारे में पता चल सकेगा। कंपनी के अधिकारी ने बताया कि कच्चे तेल की तलाश में परीक्षण कार्य जारी है। जिले में कुछ स्थानों पर पेट्रोल, डीजल प्राप्त होने के संकेत भी मिल गये हैं। जिसके बारे में रिपोर्ट उच्च स्तर पर भेज दी गयी है।
भूगर्भ वैज्ञानिकों को जाएगी रिपोर्ट
कंपनी के अधिकारी बताते हैं कि परीक्षण कार्य की शुरुआत से पहले सर्वे कराकर पूरा प्लॉन तैयार कराया गया। इसके बाद अब वैज्ञानिक तरीके से पेट्रेाल, डीजल की खोज की जा रही है। खोज कार्य पूर्ण होने के बाद रिपोर्ट भूगर्भ वैज्ञानिकों को उपलब्ध करायी जाएगी। इसके बाद वैज्ञानिक पुष्टि करेंगे कि जमीन के नीचे कहां-कहां पर तेल हो सकता है।
रिफाइनरी में बनेगा डीजल-पेट्रोल
जिन-जिन स्थानों पर कच्चा तेल मिलेगा उन स्थानों से भूमि के अंदर-अंदर पाइप लाइन के माध्यम से उसे जो भी नजदीक में रिफाइनरी होगी वहां तक पहुंचायी जाएगी। यहां पर कच्चे तेल से पेट्रोल, डीजल बनाकर सप्लाई किया जाएगा।
किसानों को दी जाएगी क्षतिपूर्ति
कच्चे तेल की खोज में बोरिंग करने के दौरान वर्तमान में किसानों की गेहूं, गन्ना, सरसों की फसल को क्षति पहुंच रही है। इसके बदले में कंपनी की ओर से किसानों को प्रभावित ऐरिया में होने वाले नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए एक रशीद काटकर दी जा रही है। जिस पर किसान का नाम, गांव, बैंक डिटेल, लाइन नंबर कुल प्रभावित ऐरिया का ब्यौरा लिखा जाता है। बाद में किसान के खाते में प्रभावित ऐरिया की क्षतिपूर्ति पहुंच जाएगी, ऐसा कंपनी के अधिकारियों द्वारा किसानों को रशीद देने के दौरान कहा गया है।
उपज पर नहीं पड़ेगा फर्क
किसी किसान के खेत में अगर कच्चा तेल निकलता है तो उसके ऐवज में किसान को रकम मिलेगी। इसके बाद ही वहां से कच्चा तेल निकालकर रिफाइनरी तक पहुंचाया जाएगा। इस प्रकिया अपनाने के दौरान भूमि की उपज पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। खेती जैसे अभी हो रही है, वैसे बाद में होती रहेगी।
एसडीएम करें सहयोग
अल्फाजियो (इंडिया) कंपनी के प्रोजक्ट मैनेजर केएम राव के पत्र के क्रम में एडीएम प्रशासन अरुण कुमार सिंह सदर, दातागंज, बिसौली, बिल्सी, सहसवान एसडीएम को पात्र जारी कर चुके हैं। एडीएम प्रशासन ने सभी एसडीएम से कहा है कि ऑयल इंडिया लिमिटेड को पेट्रोलियम अंवेषण के लिए आपेक्षित सहयोग प्रदान करें।
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