नीलकंठ महादेव-जामा मस्जिद मामले की सुनवाई 28 मई को
Badaun News - बदायूं में नीलकंठ महादेव मंदिर और जामा मस्जिद के मामले की सुनवाई 28 मई को होगी। पिछली सुनवाई में मस्जिद पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि सुनवाई नहीं होनी चाहिए, जबकि मंदिर पक्ष...

बदायूं, विधि संवाददाता। नीलकंठ महादेव बनाम जामा मस्जिद मामले की सुनवाई बुधवार 28 मई को होगी। पिछली 20 मार्च को हुई सुनवाई में मस्जिद पक्ष की ओर से अधिवक्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए दलील दी कि इस मामले की सुनवाई नहीं होनी चाहिए। नीलकंठ महादेव मंदिर पक्ष के अधिवक्ताओं ने इसका विरोध किया था। जिसके बाद सिविल जज सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई दो अप्रैल कर दी। न्यायिक अधिकारियों के तबादले के चलते दो अप्रैल की तिथि को आगे बढ़ाकर 21 अप्रैल कर दी थी। सोमवार को होने वाली सुनवाई की जगह कोर्ट ने अगली तारीख दी। सिविल जज सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक कोर्ट के न्यायाधीश पुष्पेंद्र चौधरी के न्यायालय में केस चलने योग्य है या नहीं, इस मामले की सुनवाई विचाराधीन है। 20 मार्च को हुई सुनवाई के दौरान जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए दलील दी कि इस मामले की सुनवाई नहीं होनी चाहिए। नीलकंठ महादेव मंदिर पक्ष के अधिवक्ताओं ने इसका विरोध किया था। कहा, सुप्रीम कोर्ट ने किसी भी प्रकार के निर्णय लेने पर रोक लगाई है, न कि सुनवाई पर। अदालत में दोनों पक्षों के बीच जोरदार बहस हुई। अब तक सरकारी वकील की ओर से बहस पूरी हो चुकी है और पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट भी प्राप्त हो चुकी है। वर्तमान में इंतजामिया कमेटी की ओर से बहस जारी है, जिसके बाद नीलकंठ महादेव मंदिर के वकील अपना पक्ष रखेंगे। सभी पक्षों की बहस के बाद कोर्ट यह निर्णय लेगा कि क्या यह मामला सुनवाई योग्य है या नहीं।
विदित हो अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश पटेल ने 2022 में दावा किया था कि जामा मस्जिद की जगह पर पहले नीलकंठ महादेव मंदिर था। मस्जिद इंतजामिया कमेटी ने इस दावे को खारिज करते हुए मंदिर के अस्तित्व से इंकार किया है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।