Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़बदायूंDiwali Date Confusion Celebrations on October 31 or November 1

31 को ही होगा दीपावली का पर्व : आचार्य राजेश

बदायूं में दीपावली की तिथि को लेकर असमंजस की स्थिति है। इस बार कार्तिक माह की अमावस्या तिथि 31 अक्तूबर और 1 नवंबर दोनों दिन पड़ रही है। विद्वान आचार्य राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि दीपावली का पर्व हर...

Newswrap हिन्दुस्तान, बदायूंWed, 23 Oct 2024 07:01 PM
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बदायूं, संवाददाता। इस साल दीपावली की तारीख को लेकर संदेह की स्थिति बनी हुई है, दरअसल इस वर्ष कार्तिक माह की अमावस्या तिथि दो दिवस पड़ रही है। जिसके चलते कुछ विद्वान दीपावली 31 अक्तूबर को तो कुछ एक नवंबर को मनाने की बात कह रहे हैं। ज्योतिष और वैदिक विद्वान आचार्य राजेश कुमार शर्मा ने दीपावली को लेकर अपना विचार जारी किया है। कहा कि हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की प्रदोष व्यापिनी अमावस्या तिथि पर दीपावली का त्योहार बड़े ही उमंग और उत्साह के साथ मनाया जाता है। दीपावली का त्योहार न सिर्फ भारत में मनाया जाता है, बल्कि दुनिया के कई हिस्सों में भी इस पर्व को मनाया जाता है। दीपावली का त्योहार पांच दिनों तक चलता है।

आचार्य राजेश कुमार शर्मा का कहना है शास्त्रों के अनुसार दीपावली हर साल कार्तिक अमावस्या तिथि को मनाई जाती है लेकिन इस बार अमावस्या तिथि 31 अक्तूबर और 01 नवंबर दोनों ही दिन पड़ने के कारण संशय की स्थिति बनी हुई है। वैदिक पंचांग के अनुसार इस साल अमावस्या तिथि 31 अक्तूबर को दोपहर 3 बजकर 55 मिनट पर शुरू हो जाएगी, जो एक नवंबर की शाम 06 बजकर 18 मिनट तक रहेगी। इसके बाद प्रतिपदा तिथि की शुरूआत होगी। वैदिक पंचांग के अनुसार दीपावली पर लक्ष्मी पूजन हमेशा अमावस्या तिथि के रहने पर और प्रदोष काल यानी सूर्यास्त के बाद से लेकर देर रात तक करने का विधान होता है। स्कंदपुराण के द्वितीय भाग वैष्णवखंड के कार्तिकमहात्म्य के 10वें अध्याय में दीपावली कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा महात्म्य नामक अध्याय के श्लोक क्रमांक 11 में भगवान श्रीब्रह्माजी ने स्पष्ट कह दिया। कि

माङ्गल्यंतद्दिनेचेत्स्याद्वित्तादितस्यनश्यति।

बलेश्चप्रतिपद्दर्शाद्यदिविद्धं भविष्यति॥

अर्थात

अमावस्या विद्ध बलि प्रतिपदा तिथि में मोहवशात् माङ्गल्य कार्य को अनुष्ठान करने से सारा धन नष्ट हो जाता है।

इस तरह से 31 अक्तूबर को अमावस्या तिथि, प्रदोष काल और निशिताकाल के मुहूर्त में दीपावली मनाना शुभ होगा।

दीपावली पूजन शुभ मूहूर्त:-

दीपावली पूजन का शुभ मुहूर्त : 31 अक्तूबर को सायं 6 बजकर 27 मिनट से रात लेकर 8 बजकर 32 बजे तक।

दीपावली पूजन का निशिता मुहूर्त : रात 11 बजकर 39 मिनट से देर रात तक 12 बजकर 31 मिनट तक।

प्रदोष काल

सायं 05:36 से 08:12 रात्रि तक

वृषभ काल

सायं 06:22 से 08:19 रात्रि तक

दीपावली प्रकाश माला

धनतेरस :- 29 अक्तूबर

नरक चतुर्दशी (छोटी दीपावली):- 30 अक्तूबर

लक्ष्मी पूजा:- 31 अक्तूबर

गोवर्धन पूजा :- 02 नवंबर

भाई दूज:- 03 नवंबर

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