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जमीन के अभाव में रुका दो कस्तूरबा विद्यालयों का उच्चीकरण

Azamgarh News - आजमगढ़ जिले में दो कस्तूरबा विद्यालयों के उच्चीकरण के लिए एक साल में जमीन नहीं मिल सकी है। जबकि शासन ने 40 फीसदी धनराशि अवमुक्त कर दी है। सात विद्यालयों का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है, लेकिन तहबरपुर...

Newswrap हिन्दुस्तान, आजमगढ़Thu, 6 March 2025 03:23 AM
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जमीन के अभाव में रुका दो कस्तूरबा विद्यालयों का उच्चीकरण

आजमगढ़, संवाददाता। जिले में दो कस्तूरबा विद्यालयों के उच्चीकरण के लिए बेसिक शिक्षा विभाग को एक साल में भी जमीन नहीं मिल सकी। जबकि इन विद्यालयों के उच्चीकरण के लिए शासन की तरफ से स्वीकृत बजट के सापेक्ष 40 फीसदी धनराशि अवमुक्त कर दी गई है। हालांकि विभाग का दावा है कि दोनों विद्यालयों के उच्चीकरण के लिए जमीन की तलाश कर ली गई है। शीघ्र निर्माण कार्य शुरू होगा। जिले में कुल 21 कस्तूरबा विद्यालय संचालित हैं। जिनमें कुल 21 सौ छात्राएं पढ़ाई कर रही हैं। इनमें 75 प्रतिशत सीटों पर अनुसूचित जाति-जनजाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्ग की वंचित बालिकाओं के प्रवेश की व्यवस्था है। शेष 25 फीसदी सीटों पर सामान्य वर्ग के उन परिवारों की बालिकाओं का प्रवेश लिया जाता है, जो गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन कर रही हैं। वर्ष 2023-24 में शासन ने नौ कस्तूरबा गांधी विद्यालयों के उच्चीकरण का निर्णय लिया था। इन विद्यालयों में छात्राओं को कक्षा नौ से बारहवीं तक की पढ़ाई के लिए छात्रावास के साथ ही एकेडमिक ब्लाक का निर्माण कराया जाना है। प्रत्येक कस्तूरबा विद्यालय पर चार करोड़ 56 लाख से अधिक की धनराशि खर्च होनी है। इसके सापेक्षा शासन की ओर से चालीस फीसदी यानि एक करोड़ 67 लाख की धनराशि उपलब्ध करा दी गई है। नौ में से सात कस्तूरबा विद्यालयों के उच्चीकरण का काम शुरू हो चुका है। तहबरपुर और बिलरियागंज ब्लाक में जमीन के अभाव में कस्तूरबा विद्यालयों के उच्चीकरण का काम शुरू नहीं हो सका है। इन विद्यालयों में जमीन न होने के कारण अन्यत्र निर्माण कराया जाना है। बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ जमीन की तलाश की जा रही है।

इन ब्लाकों में चयनित किए गए हैं विद्यालय

जिले के नौ ब्लाकों में चयनित कस्तूरबा विद्यालयों में प्राप्त जमीन नहीं है। जिसके कारण बेसिक शिक्षा विभाग स्कूल परिसर से अलग जमीन में नौवीं से 12वीं तक की बालिकाओं की पढ़ाई के लिए छात्रावास और एकेडमिक ब्लॉक का निर्माण करवा रही है। सात ब्लाकों में अलग-अलग स्थानों पर कस्तूरबा विद्यालयों के छात्रावास और एकेडमी ब्लाक बनवाए जा रहे हैं। दो ब्लाकों में जमीन न मिलने से निर्माण कार्य रुका है। अहरौला के उप्रावि माहुल, अतरौलिया के कंपोजिट विद्यालय भगतपुर, हरैया के प्रावि रामगढ़ प्रथम, महराजगंज के उप्रावि परसनपुर, मोहम्मदपुर के कंपोजिट विद्यालय वजीरमलपुर, रानी की सराय उप्रावि लछिरामपुर, फूलपुर के खानजहांपुर प्रथम के परिसर में चयनित कस्तूरबा विद्यालयों में छात्रावास एवं एकेडमी ब्लाक बनाया जा रहा है। जबकि तहबरपुर और बिलरियागंज में जमीन न मिलने से अभी कार्य शुरू नही हो सका है।

विद्यालय के नाम जमीन कराने के लिए शासन को लिखा पत्र

आजमगढ़। तहबरपुर और बिलरियागंज ब्लाक क्षेत्र में चयनित जमीन को विद्यालय के नाम कराने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने पत्र लिखा है। बीएसए राजीव पाठक ने बताया कि कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय तहबरपुर और बिलरियागंज के उच्चीकरण करने के लिए जमीन न होने के कारण उच्चीकरण नहीं हो पा रहा है। विद्यालय से कुछ ही दूरी पर सरकारी जमीन है। उस जमीन को विद्यालय के नाम कराने के लिए राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा को पत्र लिखा गया है।

कोट

जिले में नौ कस्तूरबा विद्यालयों को उच्चीकरण के लिए चयनित किया गया है। इनमें छात्रावास और एकेडमिक ब्लॉक का निर्माण कराया जाना है। सात विद्यालयों को छात्रावास और एकेडमिक ब्लॉक के लिए जमीन मिल चुकी है। निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है। शेष दो विद्यालयों के लिए जमीन तलाश कर ली गई है। जल्द निर्माण शुरू होगा।

राजीव पाठक, बीएसए

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