अंतर्राज्यीय सॉल्वर गैंग के चार सदस्य गिरफ्तार
Azamgarh News - आजमगढ़ में प्रतियोगी परीक्षाओं के सॉल्वर गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उनके पास से एक कार, छह मोबाइल, एक फर्जी आधारकार्ड, तीन एडमिट कार्ड और एक प्रश्नपुस्तिका बरामद की। गिरोह ने...
आजमगढ़, संवाददाता। नगर कोतवाली पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने सोमवार को बाग लखरांव पुल के पास से प्रतियोगी परीक्षाओं के अंतर्राज्यीय सॉल्वर गैंग के चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से एक कार, छह मोबाइल, एक फर्जी आधारकार्ड, तीन एडमिट कार्ड और एक प्रश्नपुस्तिका बरामद हुई। यह गैंग प्रतियोगी परीक्षाओं में 10 लाख रुपये लेकर सॉल्वर उपलब्ध कराता था। गिरोह द्वारा उपलब्ध कराए गए सॉल्वर अभ्यर्थी के स्थान पर बैठकर परीक्षा देते थे। गिरफ्तार आरोपियों में तीन गाजीपुर और एक बिहार का निवासी है। इस मामले में छह लोग फरार चल रहे हैं। चार और पांच जनवरी को संपन्न हुई यूपीसीसीएससीआर (जिला न्यायालयों में विभिन्न श्रेणियों के लिए स्टॉफ भर्ती परीक्षा) परीक्षा के लिए शहर के शिब्ली कालेज को केंद्र बनाया गया था। पुलिस ने शनिवार को अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा दे रहे सॉल्वर विकास कुमार निवासी असनिया कुआं थाना कदमकुआं पटना बिहार को गिरफ्तार किया था। इसके बाद अभ्यर्थी अनूप सागर निवासी मऊपारा, देवकली गाजीपुर को भी दबोच लिया। पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर इस मामले की छानबीन में जुटी थी। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि प्रतियोगी परीक्षाओं में सॉल्वर बैठाने के लिए पूरा गिरोह का काम कर रहा है। इस पर पुलिस ने गैंग को पकड़ने के लिए योजना बनाई। सोमवार को पुलिस को सूचना मिली कि सॉल्वर गैंग के कुछ लोग बाग लखरांव पुल के पास मौजूद हैं। इस पर नगर कोतवाल कोतवाल शशिमौलि पांडेय और स्वॉट टीम प्रभारी नंद कुमार तिवारी ने अपनी टीम के साथ घेराबंदी कर ली। इसके बाद कार सवार सॉल्वर गैंग के सदस्य रामप्रवेश यादव निवासी चितावनपट्टी थाना जमानियां जनपद गाजीपुर, सुनील कन्नौजिया निवासी चौकिया थाना कोतवाली जनपद गाजीपुर, अंकित गुप्ता निवासी इस्लामपुर थाना इस्लामपुर नालंदा बिहार (सॉल्वर) और अमित कुमार कन्नौजिया निवासी डोरा थाना सादात जनपद गाजीपुर (परीक्षार्थी) को गिरफ्तार कर लिया। एसपी हेमराज मीना ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से एक कार, छह मोबाइल, एक फर्जी आधारकार्ड, तीन एडमिट कार्ड और एक प्रश्नपुस्तिका बरामद हुई। गैंग के लोग करीब 10 लाख रुपये लेकर अभ्यर्थी के स्थान पर सॉल्वर बैठाते थे। इस गिरोह का सरगना दुर्गेश तिवारी है। वह सॉल्वर उपलब्ध कराता है। सरगना सहित छह लोग फरार चल रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम दबिश दे रही है।
परीक्षा से पहले देने होते थे दो लाख रुपये
प्रतियोगी परीक्षाओं में परीक्षार्थी के स्थान पर सॉल्वर बैठाने के लिए लगभग 10 लाख रुपये की डील होती थी। इसमें दो लाख रुपये परीक्षा देने से पहले तथा शेष रुपये परीक्षा देने के बाद लिए जाते थे। इसमें सरगना दुर्गेश तिवारी मुख्य भूमिका रहती थी। वह बिहार से फर्जी आधारकार्ड तैयार कराकर प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने के लिए सॉल्वर की व्यवस्था करता था। उत्तरप्रदेश में रामप्रवेश यादव, सुनील कन्नौजिया, बबलू यादव, श्रवण कुमार यादव, सूर्यकांत कुशवाहा उर्फ पिंटू प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने के लिए परीक्षार्थियों की तलाश कर उनके साथ डील करते थे। इसके बाद दुर्गेश तिवारी के साथ मिलकर योजना बनाकर फर्जी तरीके से परीक्षार्थियों के स्थान पर साल्वर बैठाने का काम करते थे।
इन आरोपियों की पुलिस को तलाश
सॉल्वर गैंग के फरार आरोपियों की जनपद की पुलिस तलाश कर रही है। बिहार निवासी दुर्गेश तिवारी, विक्की कुमार और अमित फरार हैं। इसी तरह पुलिस गाजीपुर जनपद के जंगीपुर निवासी बबलू यादव, बिरनो थाना क्षेत्र के बिहरा निवासी श्रवण कुमार, गाजीपुर जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र के अंधौन निवासी सूर्यकांत कुशवाहा उर्फ पिंटू की तलाश कर रही है।
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