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घाघरा उफान पर, प्रति घंटा 1.25 सेमी की रफ्तार से बढ़ रहा जलस्तर

सगड़ी तहसील क्षेत्र में घाघरा नदी उफान पर है। 15 गांव बाढ़ से घिर गए हैं। 12 से 36 नावों की संख्या बढ़ाई गई है। एसडीएम ने स्कूलों को 1 से 8 सितंबर तक बंद रखने के निर्देश दिए हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों...

Newswrap हिन्दुस्तान, आजमगढ़Sun, 25 Aug 2024 01:11 AM
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लाटघाट, हिंदुस्तान संवाद। सगड़ी तहसील क्षेत्र के उत्तर देवारा में बहने वाली घाघरा नदी एक बार फिर से उफान मारने लगी है। बदरहुआ गेज पर खतरा बिंदु से 71.68 मीटर से 84 सेमी ऊपर जलस्तर पहुंच गया है। प्रति घंटा 1.25 सेमी की रफ्तार से नदी बढ़ रही है। चौबीस घंटा में 30 सेमी जलस्तर में वृद्धि हुई है। 15 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। आवागमन के लिए नावों की संख्या 12 से बढ़ाकर 36 कर दी गयी है। एसडीएम सगड़ी शनिवार को नाव से चक्की हाजीपुर गांव पहुंच और ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में स्थित सभी परिषदीय और प्राइवेट विद्यालय को एक सितंबर से 8 सितंबर तक बंद रखने का निर्देश दिया है।

जलस्तर बढ़ने के बाद देवारा खास राजा के झगरहवा का पूरा, कोमल का पूरा, बासु का पूरा, बगहवा का पूरा, चक्की हाजीपुर, लाल का पूरवा, पालकी का पुरवा, बांका बुढनपट्टी, सोनौरा,अजगरा मगरवी, अभन पट्टी, भदौरा, शाहडीह समेत 15 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। दर्जन भर गांवों के रास्ते एक बार फिर पानी में डूब गए हैं। लोगों के आवागमन के लिए जलस्तर 72 मीटर पार होने पर प्रशासन की ओर से नाव की संख्या बढ़ाकर 12 से बढ़ाकर 36 कर दी गई है। चक्की हाजीपुर में आठ नावों का संचालन शनिवार को शुरू कर दिया गया। वहीं सोनौरा में दो, हाजीपुर में एक, बांका में तीन, मानिकपुर में दो, हाजीपुर में एक, शाहडीह में चार, अजगरा मगरवी में दो, अराजी अजगर मगरवी में दो, देवारा गरीब दुबे में एक, देवारा आंचल सिंह में एक, देवारा खास राजा में पांच, बुढनपट्टी में तीन नावों का संचालन हो रहा है। एसडीएम सगड़ी और तहसीलदार सगड़ी ने ड्यूटी में लगाए गए पुलिसकर्मियों से कहा की क्षमता के हिसाब से ही नाव पर लोगों को आने-जाने दें। अगर कोई ग्रामीण सुरक्षा के नियमों का पालन नहीं कर रहा है,बात को नहीं मान रहा है तो हमें तुरंत सूचना दें।

बाढ़ के पानी घुसने से छह विद्यालय बंद

बाढ़ के पानी से चारों तरफ गांव घिर जाने के कारण पशुओं के लिए हरे चारे की समस्या उत्पन्न हो गई है। देवरा वासी बंधे से दक्षिण तरफ जाकर पशुओं के लिए हरा चारा काट कर नाव से ले जा रहे हैं, जो काफी दूर पड़ रहा है और अधिक समय भी लग रहा है।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में बीस विद्यालय हैं। जिसमें 6 विद्यालयों के परिसर में बाढ़ का पानी घुस गया है। इन विद्यालयों को बंद कर दिया गया है। खंड शिक्षा अधिकारी हरैया अशोक राय ने कहा कि हालात को देखते हुए 20 परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया गया है कि जहां कहीं भी आवागमन में समस्या हो, वहां बच्चों को अवकाश देने के साथ शिक्षक आसपास के स्कूलों में रहकर बाढ़ की स्थिति पर नजर रखने के साथ संचारी रोगों से बचाव के लिए ग्रामीणों को जागरूक करें। बाढ़ की स्थिति को कार्यालय को अवगत कराते रहें। बाढ़ के समय अगर किसी भी शिक्षक की लापरवाही की शिकायत मिली तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

एसडीएम, तहसीलदार ने किया क्षेत्र का निरीक्षण

एसडीएम सगड़ी नरेंद्र कुमार गंगवार और तहसीलदार विवेकानंद दूबे ने शनिवार को सभी बाढ़ चौकियों का निरीक्षण किया। कर्मचारियों को बाढ़ चौकियों पर उपस्थित रहने का निर्देश दिया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हाजीपुर का निरीक्षण किया। दवाओं के बारे में जानकारी प्राप्त किया। सांप काटने की दवा के बारे में पूछा तो डॉक्टरों ने बताया कि दवा उपलब्ध है। उसके बाद बाढ़ से घिरे गांव चक्की हाजीपुर नाव से पहुंचकर लोगों से समस्याओं के बारे में बात किया। चक्की हाजीपुर निवासी रामनिवास,पारसनाथ यादव, छोटे लाल यादव, रामजन्म आदी ग्रामीणों ने कहा कि गांव से एक किलोमीटर तक एप्रोच मार्ग के रास्ते को उच्चीकरण कराया जाए। जिससे बाढ़ के समय नाव नहीं लगाना पड़ेगा। लोगों की समस्या खत्म हो जाएगी। इस पर एसडीएम ने आश्वासन दिया। एसडीएम ने खंड शिक्षा अधिकारी हरैया अशोक राय से कहा कि बंधे के उत्तर तरफ परिषदीय और प्राइवेट विद्यालय एक से आठ तक बंद कर दिए जाएं। जिससे कि स्कूली बच्चों के साथ कोई अनहोनी घटना ना हो। 47वें दिन गिरजा, शारदा व सरयू बैराजों से घाघरा में 3,19,528 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। शुक्रवार को मुख्य मापक गेज बदरहुआ नाले पर नदी का जलस्तर 72. 22 मीटर पर था। वहीं पर 30 सेमी बढ़ाव के साथ शनिवार को शाम 4:00 बजे 72.52 मीटर दर्ज किया गया। जलस्तर में तीन महीने उतार-चढ़ाव के कारण फिलहाल प्रशासन अलर्ट है।

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