बेटे के बर्थडे पर गिफ्ट लेकर कचहरी पहुंचे थे अतुल सुभाष, एक झलक पाने के लिए तरस कर रह गए
- निकिता सिंघानिया बेटे को लेकर जौनपुर चली गयी थी। उसके बाद अतुल की कभी अपने बेटे से मुलाकात नहीं हो पायी। एक बार बेटे के जन्मदिन पर कोर्ट में केस की जौनपुर में सुनवाई थी। तब अतुल बेटे के लिए गिफ्ट खरीदकर ले गया था। अतुल ने जज से बेटे से मिलवाने की गुहार लगायी थी कि बेटे को देखे काफी दिन हो चुके हैं।
अतुल सुसाइड केस में नित्य नए खुलासे हो रहे हैं। परिजनों का कहना है कि अतुल बेटे की एक झलक पाने के लिए भी तरसता रहता था। पत्रकारों से बातचीत में अतुल के पिता पवन मोदी ने बताया कि बेटे के जन्म के बाद ही अतुल और उसकी पत्नी में विवाद शुरू हो गया था। इसके बाद बहू निकिता सिंघानिया बेटे को लेकर जौनपुर चली गयी थी। उसके बाद अतुल की कभी अपने बेटे से मुलाकात नहीं हो पायी। एक बार बेटे के जन्मदिन पर 20 फरवरी को कोर्ट में केस की जौनपुर में सुनवाई थी। तब अतुल बेटे के लिए गिफ्ट खरीदकर ले गया था। अतुल ने कोर्ट की जज से यह कहते हुए अपने बेटे से मिलवाने की गुहार लगायी थी कि बेटे को देखे काफी दिन हो चुके हैं। आज उसका जन्मदिन है। उसके लिए गिफ्ट लेकर आया है, उसे बेटे से मिलवाने की व्यवस्था की जाए। पिता ने बताया कि इस गुहार के बाद भी उसकी इच्छा पूरी नहीं हो पायी थी।
उन्होंने कहा कि अब पोते को अपने पास लाने के लिए वे हर स्तर पर संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा कि रामनाथ ठाकुर अभी केंद्र सरकार में मंत्री हैं। वे उनसे भी पोते को दिलाने के लिए राष्ट्रपति से मिलने की गुहार लगाएंगे। कर्पूरी ठाकुर उनके यहां आते थे। रामनाथ ठाकुर को उनके पोते के लिए राष्ट्रपति के पास जाना ही होगा।
बेटे को समझ लिया था एटीएम मशीन
पिता का कहना है कि निकिता सिंघानिया और उसके परिवार वालों ने अतुल को एटीएम मशीन समझ लिया था। वे सभी उसके पैसे पर ऐश करने की मंशा पाले हुए थे। ससुराल वालों ने जौनपुर में व्यवसाय अच्छा नहीं चलने और आर्थिक कष्ट होने का हवाला देकर अतुल से बेंगलुरू में ही शिफ्ट होने की इच्छा जताई थी। ससुराल वालों ने दूसरा बड़ा घर लेने की अतुल को सलाह दी थी,ताकि सभी साथ रह सकें। अतुल ने पिता को जानकारी दी तो उन्होंने बेटे को ससुराल वालों की बात नहीं मानने की सलाह दी। यह भी कहा कि उसी वन बीएचके में रहना है। जिसमें रहते हो