Hindustan Special: ये हैं अल्पना जिनकी कल्पना का कमाल, खेल-खेल में बच्चों को पढ़ाने के बनाए नए-नए वीडियो
- सरकारी स्कूलों में युवा शिक्षकों की भर्ती हुई तो पढ़ाई के तरीके भी बदल गए। आज हम ऐसी ही एक शिक्षिका के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी कल्पना ने ऐसा कमाल कर दिया कि देश ही नहीं विदेशों तक उनके नाम की धूम मची है।
सरकारी स्कूलों में युवा शिक्षकों की भर्ती हुई तो पढ़ाई के तरीके भी बदल गए। आज हम ऐसी ही एक शिक्षिका के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी कल्पना ने ऐसा कमाल कर दिया कि देश ही नहीं विदेशों तक उनके नाम की धूम मची है। जी हां... हम बात कर रहे हैं बिजनौर में किरतपुर ब्लॉक के सिसौना जट्ट प्राइमरी विद्यालय की सहायक अध्यापिका अल्पना देवी की। खेल-खेल में बच्चों को पढ़ने के लिए अल्पना देवी ने फेसबुक पेज के माध्यम से नई पहल शुरू की। आज उनके फेसबुक पेज से कई देशों के शिक्षक और अभिभावक अपने बच्चों को उनकी वीडियो के माध्यम से पढ़ा रहे हैं। लगभग 3.20 लाख लोग उनके फेसबुक पेज के फॉलोअर हैं l
खेल, कला और नाटक के माध्यम से शिक्षण कार्य शुरू किया
2018 में कंपोजिट विद्यालय सिसौना जट के प्राथमिक कक्षाओं में काम करना शुरू किया। कोरोना काल में बच्चों के साथ स्कूल में गतिविधियों, खेल, कला एवं नाटक आदि के माध्यम से शिक्षण कार्य शुरू किया। समय-समय पर उनको प्रोत्साहित करने के लिए सरप्राइज गिफ्ट निपुण बैच स्टेशनरी दी। अल्पना हमेशा अपने पास में स्टेशनरी का सामान रखती है ताकि बच्चों को कोई कमी ना हो। उनका कहना है कि मेरा मकसद एक मां जैसा प्यार देकर उनके लिए एक महत्वपूर्ण वातावरण का निर्माण करना है। और उसमें वे काफी हद तक सफल भी रही हैं।
अल्पना बोली, बीएसए बने प्रेरणा
अल्पना का कहना है कि 2021 में बीएसए जयकरन यादव ने स्कूल में निरीक्षण किया। तो उन्होंने शिक्षक सहायक सामग्री से सुसज्जित कक्षा की प्रशंसा की। सुझाव दिया कि एक ऐसा प्लेटफॉर्म हो जहां ऐसे अध्यापक अपनी गतिविधियों, शिक्षण तरीकों, शिक्षण सहायक सामग्री को एक दूसरे के साथ साझा कर सकें। उन्ही की प्रेरणा से एक छोटा सा प्रयास अल्पना देवी नामक फेसबुक पेज बनाया गया। जहां अपने कक्षा कक्ष की गतिविधियों शिक्षक तरीकों, योजनाओं और शिक्षण सहायक सामग्री को शेयर करना शुरू कर दिया।
विदेशों में भी पढ़ना के तरीका किया जा रहा पसंद
शिक्षिका अल्पना जनपद की एकमात्र ऐसी शिक्षिका हैं जिनके फेसबुक पेज के माध्यम से 3,20000 लोग जुड़े हैं। पेज की जो पहुंच है वह 4 करोड़ 60 लाख लोगों तक है। जिसमें अधिकतर अध्यापक, प्राइवेट स्कूल, प्राइवेट शिक्षक और माता-पिता हैं जो इन तरीकों को पसंद करते हैं।
फेसबुक पेज से कई देशों के लोग जुड़े
कल्पना के फेसबुक पेज पर भारत ही नहीं पाकिस्तान, सऊदी अरब, नेपाल, बांग्लादेश, रोमानिया कुवैत आदि से भी लोग जुड़े हुए हैं। सभी इन शिक्षण पद्धति को अपने स्कूल में अपना रहे हैं और मैसेज के माध्यम से धन्यवाद भी प्रेषित करते रहते हैं।
नए-नए नवाचार करने चाहिए : बीएसए
बिजनौर के बीएसए जयकरन यादव ने बताया कि शिक्षिका अल्पना देवी ने एक शानदार पहल की है। इस तरह के नए नवाचार की ही जरूरत है। जनपद के अन्य शिक्षकों को भी शिक्षा का स्तर उठाने के लिए नए-नए नवाचार करने चाहिए।