फालोअप----विधिक सवाल पूछने पर उल्टा दरोगा ने की अभद्रता, धमकी देकर चला गया
अलीगढ़ में एक दरोगा ने न्यायिक अधिकारी के खिलाफ अभद्रता और धमकी का आरोप लगाया। दरोगा ने आत्महत्या करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे रोका। न्यायिक अधिकारी ने रिमांड रिपोर्ट में दरोगा की धमकियों का...
विधिक सवाल पूछने पर उल्टा दरोगा ने की अभद्रता, धमकी देकर चला गया सब हेड....
दरोगा के रेलवे ट्रैक पर पहुंचने के घटनाक्रम में नया मोड़, न्यायिक अधिकारी ने दरोगा के खिलाफ दी रिपोर्ट
--प्वाइंटर--
रिमांड रिपोर्ट में किया घटनाक्रम का उल्लेख, सीजेएम और एसएसपी को भेजी प्रति
रिमांड रिपोर्ट में किया गया इस दुराचार को कोर्ट की अवमानना मानने का उल्लेख
अलीगढ़। एक न्यायिक अधिकारी पर अभद्रता और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाकर दरोगा द्वारा खुदकुशी कर रेलवे लाइन पर पहुंचने का दांव उल्टा पड़ता दिख रहा है। न्यायिक अधिकारी ने अपनी रिमांड रिपोर्ट में विधिक सवाल पूछे जाने पर दरोगा पर उल्टा अभद्रता करने और धमकी देकर परिसर से चले जाने का आरोप लगाया है। साथ में इसे कोर्टकी अवमानना माना है। इस रिपोर्ट की प्रति एसएसपी और सीजेएम को भेजी है। हालांकि अभी पूरा मामला जांच में है। मगर अब न्यायिक अधिकारी द्वारा दी गई रिपोर्ट के बाद एक्शन क्या होगा? यह सवाल चर्चाओं में है।
वाकया सोमवार का है। बन्नादेवी पुलिस ने पांच बाइक चोर गिरफ्तार कर सात दोपहिया वाहन बरामद किए थे। गिरफ्तार आरोपियों को रसलगंज चौकी प्रभारी सचिन कुमार रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेशी के लिए लेकर गए। इसी दौरान हुए घटनाक्रम को लेकर एसआई ने आरोप लगाया कि उन्हें रात दस बजे तक वहां रोके रखा गया और कई बार अपने कक्ष में बुलाकर न्यायिक अधिकारी द्वारा अभद्रता की गई और धमकाया गया। न्यायिक अधिकारी ने रिमांड स्वीकृत नहीं किया गया और मर्यादा पार करते हुए उसे आत्महत्या का कदम उठाने के लिए विवश कर दिया। इसी के चलते वह आत्महत्या करने ट्रैक पर पहुंच गया। मगर पुलिस ने उसे पकड़ लिया। यह घटनाक्रम मंगलवार को सुर्खियों में रहा।
इधर, रिमांड मजिस्ट्रेट के तौर पर मौजूद रहे न्यायिक अधिकारी ने अपनी रिमांड रिपोर्ट तैयार की है। जिसे न्यायालय के जरिये सीजेएम व एसएसपी को भेजने के आदेश दिए हैं। इस रिपोर्ट में साफ उल्लेख है कि रिमांड प्रक्रिया के दौरान प्रपत्र देखकर दरोगा से पूछा गया कि गिरफ्तारी सूचना मुल्जिमों के परिवारों को दिए जाने का उल्लेख नहीं है। गिरफ्तारी में इस अनियमितता की सूचना एसएसपी को प्रेषित की जाए। इस बात को सुनते ही दरोगा बुदबुदाने लगा कि ये फालतू काम पुलिस के नहीं हैं। इस पर दरोगा को समझाने की दृष्टि से कहा कि न्यायालय में यह देखा जाना जरूरी है तो दरोगा तर्क देने लगा कि आपका काम रिमांड करना है। कागजों की बारीकी न देखते हुए रिमांड करना आपकी मजबूरी है। इस पर दरोगा को इस तरह की भाषा का प्रयोग न करने की हिदायत दी तो वह धमकाते हुए कहने लगा कि पुलिस ने अच्छे अच्छे सही किए हैं। आपके खिलाफ रिपोर्ट लिख देंगे और यह कहते हुए केशडायरी व प्रपत्र फेंकते हुए कहा कि यह कागज आप रख लें। हम मुल्जिमों को ले जा रहे हैं और यह रिपोर्टलिखवाएंगे कि आपने अपमानित कर आत्महत्या के लिए मजबूर किया है। इसके बाद दरोगा सचिन वहां से चले गए। ऐसा दरोगा ने इस आशय से किया कि उनके दबाव में आकर बिना प्रपत्रों की जांच पड़ताल के रिमांड मंजूर कर ली जाए। ये न्यायालय की अवमानना की श्रेणी में आता है। क्योंकि यह डरा धमकाकर न्यायिक आदेश प्राप्त करने का प्रयास है।
रिमांड रिपोर्ट के अंत में दरोगा द्वारा छोड़े गए प्रपत्र कोर्टमोहर्रिर को अपने पास रखने के आदेश दिए हैं। साथ में विवेचक द्वारा किए गए दुराचार की सूचना इस आदेश की प्रति के साथ सीजेएम व एसएसपी को भेजने के आदेश दिए हैं।
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मंगलवार को मंजूर हुआ फिर रिमांड
इस घटनाक्रम के चलते सोमवार को मुल्जिमों को थाना वापस ले आया गया। मंगलवार को फिर प्रपत्रों में सभी कमियां पूरी कर खुद थाना प्रभारी अपने साथ मुल्जिमों को लेकर कोर्ट में गए। जहां रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष आरोपी पेश किए गए और रिमांड मंजूर होने के बाद उन्हें जेल भेजा गया।
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दरोगा का हुआ था चौकी में सिगरेट पीते का फोटो वायरल
दरोगा सचिन कुमार अपने व्यवहार को लेकर पहले भी सुर्खियों में रहे हैं। दरोगा यहां से पहले इगलास और उससे पहले सिविल लाइंस की अतरौली गेट चौकी पर तैनात था। अतरौली गेट चौकी पर तैनाती के दौरान चौकी प्रभारी की कुर्सीपर वर्दी पहने बैठकर सिगरेट पीते हुए फोटो वायरल हुआ था। जिसके बाद तत्कालीन एसएसपी ने दरोगा को यहां से देहात ट्रांसफर किया था।
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-रिमांड मजिस्ट्रेट द्वारा भेजी गई रिमांड रिपोर्ट मिल गईहै। पूरा मामला जिला जज महोदय के संज्ञान में है और अपने वरिष्ठ अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है। पूरे मामले में जांच के बाद ही तय होगा और उसी अनुसार कार्रवाई तय होगी।-संजीव सुमन, एसएसपी
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-दरोगा द्वारा लगाए गए आरोपों के मामले में रिमांड रिपोर्ट भी अधिकारियों को भेज दी गई है। यह रिपोर्ट जिला जज महोदय और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष पहुंच गई है। जिसमें कोर्टकी अवमानना का भी उल्लेख है। अब मामले में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश व जांच के आधार पर आगे कार्रवाई तय होगी।-सतेंद्र कुमार, वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी
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