एएमयू: जामा मस्जिद पर नमाज के बाद बांटी मिठाई
एएमयू के अल्पसंख्यक दर्जे पर सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद जामा मस्जिद में नमाज के बाद मिठाई बांटी गई। पूर्व छात्र गुलजार अहमद ने इसे यादगार दिन बताया। हालांकि, कुछ नेताओं ने इसे एकपक्षीय और...
एएमयू: जामा मस्जिद पर नमाज के बाद बांटी मिठाई अलीगढ़। एएमयू के अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ऊपरकोट जामा मस्जिद पर नमाज के बाद मिठाई बांटी गई। एएमयू के पूर्व छात्र गुलजार अहमद ने कहा कि यह फैसला एतिहासिक होने के साथ आज की तारीख इतिहास में यादगार रहेगी। राजनीतिक लोग यह भ्रम फैलाते आए हैं कि यहां सिर्फ मुस्लिमों को ही तबज्जों मिलती है लेकिन ऐसा नहीं है। यहां हर हिन्दू-मुस्लिम विद्यार्थी साथ मिलकर तालीम हासिल करते हैं।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण
छात्रनेता और भाजयुमो उपाध्यक्ष अमित गोस्वामी ने फैसले को एकपक्षीय बताते हुए कहा कि यह फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। हम इसकी निंदा करते हैं। इस फैसले से पिछड़े व एससी-एसटी समुदाय के छात्रों के लिए आरक्षण का लाभ पाना कठिन बना देगा हालांकि आने वाले समय में तीन नए जजों की जो बेंच फैसला करेगी वो यकीनन निश्चित रूप से एकपक्षीय मुस्लिम समुदाय के पक्ष में सुनाने की अपेक्षा गरीब तबके के दलित छात्रों सहित समस्त हिन्दू जनमानस के हक़ और अधिकारो को देखते हुए करेगी।
0-अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर एएमयू का एतिहासिक फैसला
दारा शिकोह फाउंडेशन के अध्यक्ष आमिर रशीद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अल्पसंख्यक दर्जे को लेकर ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। जिसका देश भर के मुसलमान तहे दिल से स्वागत करते हैं और उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में पूर्ण रूप से एएमयू के पक्ष में ही फैसला आएगा।
0-फैसले एससी-एसटी पक्ष विरोधी
एबीवीपी के पूर्व प्रदेश मंत्री बल्देव चौधरी ने कहा एएमयू का अल्पसंख्यक दर्जा बरकरार रखने को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला एससी-एसटी पक्ष विरोधी है। इस समुदाय के छात्रों के लिए आरक्षण का लाभ पाना कठिन हो जाएगा।
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