Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़अलीगढ़Postal agents said: We should also get respect and financial strength

बोले डाक अभिकर्ता: हमें भी मिले सम्मान और आर्थिक मजबूती

अलीगढ़ के डाक अभिकर्ताओं ने अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर आवाज़ बुलंद की है। अभिकर्ताओं का कहना है कि वे डाक विभाग की विभिन्न योजनाओं को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है।

Sunil Kumar हिन्दुस्तानThu, 20 Feb 2025 07:30 PM
share Share
Follow Us on
बोले डाक अभिकर्ता: हमें भी मिले सम्मान और आर्थिक मजबूती

डाकघर अधिनियम के अनुसार डाकघर में सभी अभिकर्ताओं को बैठने का समुचित स्थान दिया जाना चाहिए। क्योंकि अधिक धनराशि को ग्राहक के साथ डाकघर अभिकर्ता काउंटर पर जमा नहीं कर सकता। काउंटर पर खड़ा होने से अभिकर्ता के साथ कोई भी अनहोनी हो सकती है। अभिकर्ता डाकघर व जमाकर्ता के मध्य की कड़ी है जो भारत सरकार की योजनाओं का प्रचार प्रसार करता हैं। लेकिन, इसके बाद भी वह आर्थिक रूप से कमजोर है।

मंगलवार को हिन्दुस्तान समाचार पत्र की टीम ने तस्वीर महल स्थित मुख्य डाकघर में डाक अभिकर्ताओं से संवाद किया। बोले अलीगढ़ अभियान के तहत डाक अभिकर्ताओं ने टीम को अपनी समस्याएं बताई। उन्होंने कहा कि डाकघर अभीकर्ता को कोई सामाजिक सुरक्षा नहीं है। क्योंकि अभिकर्ता प्रदेश सरकार के लिए कार्य करता है। जबकि धनराशि भारत सरकार को दी जाती है। इसलिए दोनों सरकारों के बीच उपेक्षित रहता है। कोई सरकार अभिकर्ता के लिए प्रयास नहीं करती है। अगर अभिकर्ता को कुछ हो जाता है तो उसका परिवार सड़क पर आ जाता है। बताया कि सर्वर न होने की स्थिति में अभिकर्ता जमाकर्ता का पैसा लेकर घूमता रहता है। लेकिन उसका कोई समाधान नहीं होता। जिस प्रकार डाकघर सर्वर न होने की स्थिति में अपना पैसा मैनुअल कोषगार में जमा करते हैं।

वैसे ही अभिकर्ताओं को भी मैन्युअल पैसा जमा करने की इजाजत दी जाए। जिस प्रकार भारत सरकार अंग्रेजों के कानून को बदल रही है, उसी प्रकार अभिकर्ता हित में इसमें पुराने गैर प्रासंगिक नियमों को बदला जाए। जिस स्कीम का टारगेट पूरा नहीं होता है। उसके लिए अभिकर्ताओं पर दबाव बनाया जाता है। जबकि उन स्कीमों से अभिकर्ताओं को कोई आय प्राप्त नहीं होती है। जो अभिकर्ता देश के विकास का भागीदार है वही आज परेशान है। महंगाई कई गुना बढ़ गई है। लेकिन, अभिकर्ताओं का कमीशन ढाई फीसद से घटाकर आधा फीसद कर दिया गया है। जो अभिकर्ता और महिला अभिकर्ता घर-घर जाकर लोगों को जागरुक कर देश का भविष्य बनाने का काम करते हैं। जिस अल्प बचत कार्यक्रम को भारत सरकार चल रही है। लेकिन, सरकार की बेरुखी से महिलाएं मायूस हैं। जो सरकार महिला सशक्तिकरण की बात करती है इस सरकार में महिलाओं को कमीशन आधा परसेंट कर दिया गया। जबकि महंगाई कितने गुना बढ़ गई है। इसके लिए सड़क से लेकर संसद तक आवाज उठाई गई। लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई है। कहा कि जरूरत पड़ी तो राष्ट्रीय अल्प बचत अभिकर्ता संगठन दिल्ली में एक बड़ा आंदोलन करेगा।

बोले अलीगढ़

डाक अभिकर्ताओं को उनकी मेहनत के अनुसार उचित कमीशन नहीं मिल रहा है। सरकार को चाहिए कि वह हमारे कमीशन में बढ़ोतरी करे। जिससे हम अपने कार्य को सुचारू रूप से कर सकें।

आलोक पाराशर, प्रदेश अध्यक्ष, राष्ट्रीय अल्प बचत अभिकर्ता संघ

....................................

डिजिटल प्रक्रियाओं में हमें कई तकनीकी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हमें सही प्रशिक्षण और सहायता दी जानी चाहिए। जिससे हम ग्राहकों को सही जानकारी और बेहतर सेवाएं दे सकें।

अमर बाबू शर्मा, प्रदेश संगठन मंत्री

.............................

डाक विभाग के नियमों में आए दिन बदलाव होते रहते हैं। जिससे हमें कार्यों में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हमें स्पष्ट और स्थायी नियमों की आवश्यकता है। डाकखानों में बैठने तक की व्यवस्था नहीं है।

केके वार्ष्णेय

........................

पेमेंट में देरी एक गंभीर समस्या है। हम अपनी सेवाएं समय पर देते हैं। लेकिन भुगतान में देरी हमारे आर्थिक संतुलन को बिगाड़ देती है। सरकार को इसे प्राथमिकता देनी चाहिए।

दयानंद वार्ष्णेय

.........................

हम लगातार अपने ग्राहकों को डाक योजनाओं से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन अगर हमें ही पर्याप्त लाभ नहीं मिलेगा, तो हमारा मनोबल गिर जाएगा। कई सरकारी योजनाओं में हमें कमीशन नहीं दिया जा रहा है।

संजय जैन

........................

सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता होनी चाहिए। कई बार हमें स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं मिलते। जिससे ग्राहकों को संतुष्ट करने में कठिनाई होती है। केवाईसी के लिए अभिकर्ताओं को डाकखाने के चक्कर लगाने पड़ते हैं।

भारत भूषण

.............................

डाक विभाग को चाहिए कि वह अभिकर्ताओं के साथ नियमित बैठकें करे। जिससे उनकी समस्याओं का समाधान निकल सके। हम अपने कार्य को और अधिक प्रभावी बना सकें। अभिकर्ताओं का कमीशन काफी कम है।

मोहित अग्रवाल

...................................

नई तकनीकों को अपनाने के लिए हमें नियमित रूप से प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। जिससे हम डिजिटल सिस्टम को आसानी से समझ सकें। ग्राहकों को अच्छी सेवा दे सकें।

मनीष

.........................................

डाक अभिकर्ताओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए सरकार को हमारी कमीशन संरचना में सुधार करना चाहिए। ढाई प्रतिशत कमीशन से केवल आधा प्रतिशत ही कमीशन ही रह गया है।

अशोक

............................

हमारे कार्य में पारदर्शिता और स्पष्टता जरूरी है। हमें सभी प्रक्रियाओं की पूरी जानकारी समय पर दी जानी चाहिए। जिससे हम ग्राहकों को अच्छी सेवाएं मुहैया करा सकें। प्रमुख डाकघर में सुविधाओं का अभाव है।

नीरज

.............................

डाक विभाग में सुधार आवश्यक है। हमें एक ऐसा मंच मिलना चाहिए, जहां हम अपनी समस्याएं सीधे उच्च अधिकारियों तक पहुंचा सकें। समय-समय पर अभिकर्ताओं के साथ बैठक होनी चाहिए।

ज्ञान सिंह

...............................

यदि हमारी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो हमें आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। हम अपने हक के लिए लड़ेंगे। डाकघर में कर्मचारियों का व्यवहार ठीक नहीं रहता। इस पर ध्यान देना चाहिए।

धीरज अरोरा

........................

हम डाक सेवाओं को आम जनता तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन हमें ही सुविधाओं से वंचित रखा जाता है। सरकार को हमारे हितों की रक्षा करनी चाहिए। डाकघर की व्यवस्थाओं में सुधार होना चाहिए।

भद्र गुप्ता

........................

महिला डाक अभिकर्ताओं के लिए विशेष सुविधाएं और सुरक्षा उपाय किए जाने चाहिए। जिससे हम बिना किसी चिंता के अपना कार्य कर सकें। डाकघर में सम्मान नहीं मिलता, कर्मचारियों का रवैया काफी गलत है।

निधि गुप्ता

............................

डाक अभिकर्ताओं के लिए स्वास्थ्य बीमा और पेंशन जैसी योजनाएं लागू की जानी चाहिए। जिससे हमें भविष्य की सुरक्षा मिल सके। डाकघर में अच्छा व्यवहार होना चाहिए। बैठने की कोई उचित व्यवस्था नहीं है।

किरण राठौड़

......................

हमें केवल काम पर ध्यान देने को कहा जाता है। लेकिन हमारे अधिकारों की रक्षा कोई नहीं करता। यह दोहरा रवैया बंद होना चाहिए। इतना टारगेट पूरा करने के बाद भी अधिकारी परेशान करते हैं।

ज्ञानेंद्र सिंह

..............................

हम सरकार और डाक विभाग से अपील करते हैं कि वे हमारी मांगों पर ध्यान दें। यदि हमें न्याय नहीं मिला, तो हम सामूहिक रूप से विरोध करने के लिए मजबूर होंगे। डाकघर में कर्मचारियों का रवैया सुधरना चाहिए।

रमेश गुप्ता

.............................

डाकघर अधिनियम के अनुसार डाकघर में सभी अभिकर्ताओं को बैठने का समुचित स्थान दिया जाए। क्योंकि अधिक धनराशि को ग्राहक के साथ डाकघर अभिकर्ता काउंटर पर जमा नहीं कर सकता।

मधुलिका सारस्वत

........................

जिस स्कीम का टारगेट पूरा नहीं होता है उसके लिए अभिकर्ताओं पर दबाव बनाया जाता है। जबकि उन स्कीमों से अभिकर्ताओं को कोई आय प्राप्त नहीं होती है। कमीशन में वृद्धि होनी चाहिए।

मधुबाला

......................

महिलाओं को कमीशन आधा परसेंट कर दिया गया है। जबकि महंगाई कितने गुना बढ़ गई है। अभिकर्ताओं की बात की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसे में आर्थिक रूप से कमजोर हो रहे हैं।

आरती सक्सेना

...........................

बोले जिम्मेदार

डाक अभिकर्ता डाकघर की एक अहम कड़ी हैं। इनके माध्यम से घर-घर योजनाओं का प्रचार-प्रसार होता है। आम लोगों की बचत और आमदनी को ये लोग सरकारी योजनाओं में निवेश कराते हैं। इनकी समस्याओं को लेकर चर्चा की जाएगी। किसी भी असुविधा के लिए अभिकर्ता कार्यालय में आकर संपर्क कर सकते हैं। सभी समस्याओं का निदान कराया जाएगा। डिजिटल साधनों की जानकारी दी जाएगी।

-विनय वार्ष्णेय, सीनियर पोस्ट मास्टर

केवाईसी के लिए काट रहे चक्कर

डाक अभिकर्ताओं ने बताया कि तस्वीर महल डाकघर में अव्यवस्थाओं का अंबार है। केवाईसी के लिए अभिकर्ताओं को चक्कर काटने पड़ते हैं। जिससे उनका मानसिक उत्पीड़न होता है। वहीं ग्राहक को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार उनके पुराने संबंध भी खराब होते हैं। बताया कि कई अभिकर्ताओं को महीनों से कमीशन का भुगतान नहीं मिला है, जिससे वे आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। अभिकर्ताओं का आरोप है कि नई डाक योजनाओं में उनकी भागीदारी को सीमित कर दिया गया है। जिससे उनके भविष्य पर खतरा मंडरा रहा है। डाक अभिकर्ताओं ने डाक विभाग के उच्च अधिकारियों से मांग की है कि उनकी समस्याओं को जल्द से जल्द हल किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को अनसुना किया गया तो वे आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। इस संबंध में डाक विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि उनकी समस्याओं पर विचार किया जा रहा है और जल्द ही समाधान निकाला जाएगा। अब देखना यह होगा कि डाक अभिकर्ताओं को कब तक राहत मिलती है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें