यूपी की सियासत में अली और बजरंगबली की एंट्री, मठाधीश बांटेंगे और काटेंगे के बाद सपा ने लगाया नया पोस्टर
- यूपी विधानसभा की नौ सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले यूपी की सियासत में लगातार पोस्टर वार हो रहा है। सपा और भाजपा दोनों ने अपने-अपने नारों के पोस्टर लगाकर एक-दूसरे पर हमलावर हैं। सपा ने अब एक और नया पोस्टर लगाया है।
यूपी विधानसभा की नौ सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले यूपी की सियासत में लगातार पोस्टर वार हो रहा है। सपा और भाजपा दोनों ने अपने-अपने नारों के पोस्टर लगाकर एक-दूसरे पर हमलावर हैं। सपा ने अब एक और नया पोस्टर लगाया है। यह पोस्टर 175-कैंट विधानसभा के पास लगाया गया। इस पोस्टर में अली और बजरंगबली दोनों का जिक्र है। साथ ही पोस्टर में पीडीए के एकता की टोली भी है, जिसे देखकर विरोधियों में हलचल पैदा हो गई। सपा प्रवक्ता अभिषेक बाजपेई द्वारा लगाए गए इस पोस्टर में लिखा हैं, अली भी है, बजरंगबली भी हैं। संग पीडीए के एकता की टोली भी है। जिसे देख विरोधियों में मच गई खलबली भी है।
सपा कार्यकर्ताओं ने तीन जगह और लगाया पोस्टर
वहीं दूसरी ओर सपा के लोहिया वाहिनी के उपाध्यक्ष मृत्युंजय यादव ने भी एक पोस्टर लगाया है। जिसमें जुड़ेंगे तो बढ़ेंगे का नारा दिया गया है। इसके अलावा सपा नेता रणजीत सिंह द्वारा भी एक पोस्टर लगाया गया है, जिसमें लिखा है, बांटने वाले बांट नहीं पाएंगे, काटने की बात करने वाले 2027 में मुंह की खाएंगे। सपा से जुड़ेंगे तो सेफ रहेंगे, नेक रहेंगे। इसके अलावा अल्पसंख्यक मार्चे के राष्ट्रीय सचिव मोहम्मद कमाल ने पोस्टर लगाया है कि न कटेंगे न बटेंगे, पीडीए से जुड़ेंगे तो सफलता की उड़ान भरेंगे।
बतादें कि तीन नवंबर को अखिलेश यादव ने सीएम योगी के बंटेंगे तो कटेंगे वाले बयान के जवाब में मठाधीश बांटेंगे और काटेंगे, पीडीए जोड़ेगी और जीतेगी का पोस्टर लगाया था। यह पोस्टर महराजगंज जिले के फरेन्दा से सपा नेता अमित चौबे ने लगवाया था। अमित चौबे ने कहा था कि पीडीए एक मिशन है। इस मिशन के तहत दलितों, शोषितों, वंचितों की लड़ाई कोई लड़ता है तो सपा प्रमुख अखिलेश यादव लड़ते हैं। पोस्टर का यही संदेश है कि समाजवादी पार्टी न बंटने देगी न कटने देगी। वहीं इसके पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा के 'बटेंगे तो कटेंगे' के नारे को ‘नकारात्मक-नारा बताते हुए कहा था कि यह भाजपा की निराशा-नाकामी का प्रतीक है।