Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Akhilesh Yadav said Great fall in stock market played a big role demand to dissolve government machinery

अखिलेश यादव बोले- शेयर बाजार में महागिरावट बड़ा खेला, सरकारी तंत्र को भंग करने की मांग

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शेयर बाजार में लगातार हो रही गिरावट के लिए सरकार निशाना साधा है। कहा कि सरकार तुरंत कुंभकर्णी नींद से जागे और 6 महीने से गिर रहे बाज़ार को बचाने के उपाय ढूंढे नहीं तो ये मान लिया जाएगा कि सरकार को बाजार चला रहा है और सरकार पूरी तरह असफल हो चुकी है।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तानFri, 28 Feb 2025 07:28 PM
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अखिलेश यादव बोले- शेयर बाजार में महागिरावट बड़ा खेला, सरकारी तंत्र को भंग करने की मांग

शेयर बाजार में इस समय भूचाल आया हुआ है। लगातार बाजार गिर रहा है और निवेशकों के पैसे डूब रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में ही तीन लाख करोड़ से ज्यादा डूब चुके हैं। इसे लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा है। इस बड़ा खेल बताते हुए अखिलेश यादव ने शेयर बाजार पर निगरानी रखने वाले सरकारी तंत्र को भंग करने की मांग कर दी है। अखिलेश ने कहा कि सरकार तुरंत कुंभकर्णी नींद से जागे और 6 महीने से गिर रहे बाज़ार को बचाने के उपाय ढूंढे नहीं तो ये मान लिया जाएगा कि सरकार को बाजार चला रहा है और सरकार पूरी तरह असफल हो चुकी है।

अखिलेश यादव सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि शेयर बाज़ार की ‘महागिरावट’ युवा पीढ़ी के शेयर मार्केट में लगाए अरबों रुपये को निगल गयी है। इसके पीछे भ्रामक एप और शेयर की खरीद-फरोख्त करने वाले एक बड़े चालाक तंत्र का खेल खेला जा रहा है। ऐसे ‘स्टॉक माफिया’ लोग खरीदने पर भी कमाते हैं और बेचने पर भी। इन्हें निवेशकों के पैसे डूबने से कोई मतलब नहीं। इन जैसे शातिर लोगों से शेयर बाज़ार में नये निवेशकों के रूप में जुड़ी युवा पीढ़ी की निवेशित पूंजी को बचाना शेयर मार्केट से जुड़े सरकारी निगरानी तंत्र का काम होता है। यदि ऐसा करने में ये सरकारी तंत्र विफल है तो ऐसे निष्क्रिय और नाकाम तंत्र पर करोड़ों रुपए खर्च करने का क्या फ़ायदा, उसे तत्काल भंग कर देना चाहिए।

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अखिलेश ने कहा कि इस महागिरावट का असर अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र पर पड़ेगा। युवा पीढ़ी का ये नुकसान ईएमआई पर लिए गए घरों और सामानों पर भी पड़ेगा और भुगतान न कर पाने की अवस्था में लोन देना वाले बैंक और फ़ाइनेंस कंपनियां भी इस गिरावट की चपेट में आ जाएंगी। सरकार तुरंत कुंभकर्णी नींद से जागे और 6 महीने से गिर रहे बाज़ार को बचाने के उपाय ढूंढे नहीं तो ये मान लिया जाएगा कि सरकार को बाज़ार चला रहा है, और सरकार पूरी तरह असफल हो चुकी है।

अखिलेश ने कहा कि भाजपा’ नागरिकों को ‘ग्राहक’ समझकर उनका उत्पीड़न करना बंद कर दे और युवा और आम जनता के धन और निवेश का शोषण करने वालों को दंडित करे। सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकती, युवा पीढ़ी अपनी एक-एक पाई का हिसाब सरकार से लेकर रहेगी। युवाओं से आग्रह है कि अपनी मेहनत की कमाई को बहुत सोच-समझकर ही कहीं लगाएं और बहलाने-फुसलाने और लुभानेवालों के जुमलों से दूर रहें।

एक अन्य पोस्ट में अखिलेश ने कहा कि शेयर बाजार की गिरावट सालों-साल का रिकॉर्ड तोड़ रही है, इसका सबसे ज़्यादा बुरा असर आम जनता और मध्य वर्ग पर पड़ा है। भाजपा की पक्षपाती आर्थिक नीतियों में जितनी गिरावट होगी उतनी ही गिरावट शेयर मार्केट में भी होगी और डॉलर के मुक़ाबले रुपये के मूल्य में भी।

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