मैं गंगा नहा आया, बीजेपी वाले उसे कैसे धोएंगे, अखिलेश यादव का योगी सरकार पर हमला
अखिलेश यादव ने रविवार को एक बार फिर मुख्यमंत्री आवास को गंगा जल से धुलवाने का मामला उठाया। अखिलेश ने कहा कि अब तो मैं गंगा नहा आया, अब गंगा को कैसे धुलवाएंगे।
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सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महाकुंभ स्नान को लेकर कहा कि पहली बार किसी मुख्यमंत्री के आवास छोड़ने पर उसको बीजेपी ने गंगाजल से धुलवाया। मैनपुरी और कन्नौज में मंदिर में दर्शन करने जाने पर गंगाजल से मंदिर परिसर धुलवाया गया। अब तो मैं गंगा स्नान कर आया, बीजेपी वाले गंगा को कैसे धोएंगे। अखिलेश यादव रविवार को जाजमऊ में सपा नेता महफूज अख्तर की बेटी के निकाह में शामिल होने आए थे।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान अखिलश ने कहा कि इस तरह की जो घटनाएं हो रही हैं, ऐसे में लड़ाई भी बड़ी है। मंत्री ओमप्रकाश राजभर के अखिलेश पर गंगा स्नान करने पर उठाए सवाल पर उन्होंने कहा कि यह फुलझड़ियां छोड़ी जा रही हैं। राजभर के विभाग में इतना भ्रष्टाचार और कमीशनबाजी है कि लोग उस पर भजन और श्लोक सुना देते हैं।
पिछले नौ बजट में पीडीए को कुछ नहीं दिया
पूर्व सीएम ने कहा कि भाजपा सरकार के पिछले नौ बजट में पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) को कुछ नहीं दिया गया। जो कुछ मिल भी रहा था, उसके साथ भी भेदभाव किया जा रहा है। डॉ. आंबेडकर का दिया आरक्षण पीडीए के लोगों का हक और सम्मान था लेकिन सरकार उसे भी छीन रही है। आरोप लगाया कि विश्वविद्यालयों में पीडीए के लोगों को जिम्मेदारी नहीं दी जा रही है।
आईआईआईटी, सीएसए, एचबीटीयू समेत किसी भी संस्थान में पीडीए के लोगों को पिछले नौ सालों में कोई पद नहीं दिया गया। मिल्कीपुर का नाम लिए बिना कहा कि एक विधानसभा चुनाव में चार सौ बीसी की थी, यूपी चुनाव की 403 विधानसभा सीटों पर यह चार सौ बीसी नहीं चलेगी।
सीएम के कठमुल्ला वाले बयान पर मुस्कुरा रहे थे सदन अध्यक्ष
अखिलेश ने सीएम योगी के कठमुल्ला वाले बयान पर कहा कि मुख्यमंत्री कुछ भी बोल सकते हैं। वह सदन में बोल रहे थे और सदन के अध्यक्ष मुस्कुरा रहे थे। उन्हें मुख्यमंत्री को रोकना चाहिए था। यह लोकतंत्र की हत्या के समान था। बोले-उर्दू हमें बहुत कुछ सिखाती है। आज जब कानपुर आ रहा था, तब गंगा का जलस्तर बेहद कम दिखा। बच्चे गंगा किनारे रेती पर क्रिकेट खेल रहे थे। मई-जून में क्या स्थिति होगी। तंज कसा कि आज मुख्यमंत्री आगरा में हैं, वहां यमुना भी सूख जाएगी। ये सरकार महाफेल और महाघपलेबाज है।
अखिलेश ने आरोप लगाया कि महाकुंभ भगदड़ में मरने वालों के आंकड़े अभी तक साफ तौर पर सरकार नहीं दे सकी है। जो लोग कुंभ जाते वक्त हादसों में दम तोड़ रहे हैं, उनकी भी मदद नहीं की जा रही है। अब तो ये सरकार गंगाजल की गुणवत्ता बताने में भी फेल हो गई है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और यूपी पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड गंगा की गुणवत्ता को लेकर आपस में लड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार महाकुंभ की तारीख आगे बढ़ाए। कई संतों ने बताया है कि मई-जून तक समय शुभ है। मैं चाहता हूं कि जब तक देश के 100 करोड़ लोग गंगा स्नान न कर लें, तब तक कुंभ मेला आयोजित किया जाए। इस मौके पर विधायक नसीम सोलंकी, अमिताभ बाजपेई, मोहम्मद हसन रूमी, सपा नगर अध्यक्ष फजल महमूद, मिंटू यादव, यूनुस सिद्दीकी, बंटी सेंगर, अर्पित त्रिवेदी मौजूद रहे।