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Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Akhilesh Yadav attacked Chief Minister said should not be called Yogi asked CM Where did wolf come from

मुख्यमंत्री को योगी नहीं कहना चाहिए, अखिलेश यादव का हमला, सीएम से पूछा- भेड़िया कहां से आया?

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला है। अखिलेश कहा कि मुख्यमंत्री को योगी कहना ही नहीं चाहिए। वह योगी नहीं हैं। अगर योगी होते तो उन्हें गुस्सा नहीं आता।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तानTue, 17 Sep 2024 11:30 AM
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समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला है। अखिलेश कहा कि मुख्यमंत्री को योगी कहना ही नहीं चाहिए। वह योगी नहीं हैं। अगर योगी होते तो उन्हें गुस्सा नहीं आता। योगी को गुस्सा नहीं आता। हमने जितना जाना है, उसके अनुसार योगी वही है, जो क्रोध न करे। जो योगी होता है, वह त्याग करता है। लेकिन, वह कैसी भाषा का इस्तेमाल करते हैं? एक योगी से उनके जैसी भाषा की उम्मीद नहीं कर सकते।

अखिलेश यादव न्यूज-18 चैनल पर आयोजित कार्यक्र में बोल रहे थे। सीएम योगी ने पिछले दिनों अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव की तुलना प्रदेश के जिलों में फैले भेड़िया के आतंक से कर दी थी। इसी का जवाब अखिलेश दे रहे थे। अखिलेश ने कहा कि सीएम को बताना चाहिए कि आदमखोर भेड़िया यूपी में क्या कर रहा है? अखिलेश ने कहा कि आखिर यूपी के सीएम को यह सोचना चाहिए कि प्रदेश में भेड़िए कहां से आ गए? यूपी अच्छी चीजों के लिए जाना जाना चाहिए लेकिन इन दिनों भेड़िया के आतंक के लिए जाना जा रहा है। हर तरफ भेड़िया की चर्चा हो रही है। भेड़िया ने कितने ही लोगों को मार डाला है। लोग दहशत में है लेकिन सरकार उन्हें किसी तरह की राहत नहीं दे पा रही है।

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अखिलेश ने अपनी सरकार आने पर बुलडोजर गोरखपुर की ओर चलाने पर भी जवाब दिया। अखिलेश ने कहा कि जहां भी गोरखधंधा चल रहा होगा, वहीं पर बुलडोजर जाएगा। बुलडोजर को प्रतीक किसने बनाया? सच्चाई यह है कि जो लोग यह कहते थे कि डबल इंजन की सरकार है, उससे ध्यान हटा रहे। बुलडोजर न्याय का प्रतीक नहीं है। सुप्रीम कोर्ट कह रहा है कि इस तरह का काम नहीं होना चाहिए। लेकिन आप डर दिखा रहे हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार कहती है कि सात साल में साढ़े 12 हजार एनकाउंटर होने का दावा कर रही है। इसमें 207 अपराधी मारे गए। लेकिन, मैंने पढ़ा है कि यूपी में 18 हजार से अधिक एनकाउंटर हुए। तो बाकी एनकाउंटर के आंकड़े कहां हैं?

अखिलेश ने पीडीए का मामला उठाते हुए कहा कि देश की जेलों में 84 फीसदी से ज्यादा ऐसे विचाराधीन कैदी बंद हैं, जो PDA (पिछड़ा, दलित और आदिवासी) से हैं। यूपी में फेक एनकाउंटर का शिकार हुए 60 फीसदी लोग PDA परिवार से हैं।

अखिलेश ने कानपुर में विकास दुबे एनकाउंटर का मामला भी उठाया। कहा कि कानपुर में गाड़ी पलटा दी गई। कौन विश्वास करेगा? क्या सरकार जो कह रही है, वह बात जनता स्वीकार कर रही। आजकल जमाना गूगल मैप का है। थोड़ा मेहनत करनी चाहिए, पता चल जाता है। वह गाड़ी भी पलटी नहीं थी। उसे पलटाया गया था। मंगेश एनकाउंटर पर कहा कि तस्वीर खिंचवाने के लिए चप्पल में ही लोग चले आए। सवाल उठाया कि कोई चप्पल में एनकाउंटर करता है क्या।

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