Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Air Force chief Amarpreet Singh reached Kanpur after cycling 200 km

200 किमी साइकिल चलाकर कानपुर पहुंचे वायुसेना प्रमुख, 14 एनसीसी कैडेट्स भी रहे शामिल

  • 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के बलिदानियों के सम्मान के प्रति प्रेरणा देने के लिए एनसीसी की साइकिल यात्रा ‘साइक्लोथॉन-संग्राम 1857’ सोमवार को चकेरी एयरफोर्स स्टेशन पहुंची। अभियान के तहत भारतीय वायुसेना के प्रमुख अमरप्रीत सिंह भी 200 किलोमीटर तक साइकिल चलाकर कानपुर पहुंचे।

Pawan Kumar Sharma लाइव हिन्दुस्तान, कानपुरMon, 13 Jan 2025 09:02 PM
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1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के बलिदानियों के सम्मान और युवाओं को सुनहरे अतीत के प्रति प्रेरणा देने के लिए एनसीसी की साइकिल यात्रा ‘साइक्लोथॉन-संग्राम 1857’ सोमवार को कानपुर के चकेरी एयरफोर्स स्टेशन पहुंची। अभियान के तहत भारतीय वायुसेना के प्रमुख अमरप्रीत सिंह भी 200 किलोमीटर तक साइकिल चलाकर कानपुर पहुंचे। प्रयागराज से फतेहपुर होते हुए वह साइकिल चला कर यहां आए। उनके साथ पांच बालिकाओं समेत 14 एनसीसी कैडेट्स भी शामिल रहे।

वायुसेना प्रमुख के नेतृत्व में प्रयागराज के बम्हरौली से यह यात्रा रविवार को फतेहपुर पहुंची। वहां रात में विश्राम के बाद सोमवार सुबह कड़ाके की सर्दी और कोहरे के बीच 7:35 बजे अमरप्रीत सिंह साइकिल से टीम के साथ रवाना हुए और दोपहर 12:20 बजे चकेरी एयरफोर्स स्टेशन पहुंच गए। एयरफोर्स स्टेशन के सारंग सभागार परिसर में उनका स्वागत किया गया। वायुसेना प्रमुख ने यहां सेना के अफसरों से मुलाकात की। सभागार में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। इसमें सबसे रोमांचक 1857 क्रांति के नायक मंगल पांडेय के जीवन पर आधारित कार्यक्रम रहा। सेना की 8, राजपूताना राइफल्स के पाइप बैंड के हेड सूबेदार लखबीर हुसैन की टीम ने ‘सारे जहां से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा’ धुन पर एयर चीफ मार्शल को सलामी दी। सेना के अफसरों समेत एनसीसी के 250 कैडेट्स ने कानपुर में अमरप्रीत सिंह का स्वागत किया। साइकिल यात्रा मंगलवार सुबह छह बजे उरई के लिए रवाना होगी।

कानपुर तक 1400 किमी पूरी हुई यात्रा

साइकिल यात्रा एक जनवरी को मेरठ से शुरू हुई थी जो अंतिम पड़ाव पर नई दिल्ली पहुंचेगी। गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साइक्लोथॉन का स्वागत करेंगे। 2025 किमी की यात्रा कानपुर तक 1400 किमी का सफर तय कर चुकी है। यह उन्हीं शहरों से होकर गुजर रही जो 1857 की क्रांति के अहम पड़ाव थे। बिठूर नाना साहब पेशवा की कर्मभूमि रही, इसलिए अहम पड़ाव के तौर पर वायुसेना प्रमुख खुद यहां साइकिल चलाकर पहुंचे। मेरठ से शुरू यात्रा मुरादाबाद, बरेली, हरदोई, लखनऊ, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, जौनपुर, वाराणसी, प्रयागराज, फतेहपुर, कानपुर, उरई, झांसी, ग्वालियर, आगरा, मथुरा होते हुए दिल्ली पहुंचेगी। रोजाना 113 किमी का सफर तय किया जा रहा है।

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14 एनसीसी कैडेट्स के हौसलों को सराहा

यूपी के अलग-अलग शहरों के 14 कैडेट्स को साइक्लोथॉन के लिए चुना गया है। इसमें पांच बालिकाओं में तान्या, निकिता परिहार, सोनी, बिन्नी, चंचल और बालकों में आकाश वर्मा, शुभम उपाध्याय, हिमांशु, विशु, नमन, प्रतीक, प्रियांशु, प्रमोद, तरुण शामिल हैं। टीम की अगुवाई आगरा एनसीसी के ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर एनएस चागर कर रहे हैं। एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह के साथ प्रयागराज से कानपुर की यात्रा में एनसीसी निदेशालय, लखनऊ के एडीजी मेजर जनरल विक्रम कुमार भी रहे। चकेरी एयरफोर्स स्टेशन के एयर ऑफिसर कमांडिंग एयर कमोडोर एमके प्रवीण, सीओडी कानपुर के कमांडेंट ब्रिगेडियर वीके पूनिया, एनसीसी कानपुर के ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर एसपीएस रौतेला, एनसीसी के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल एसके कौशिक आदि मौजूद रहे।

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