नागा साधुओं के धूनी रमाने से धर्ममय हुई तीर्थ नगरी
Agra News - मार्गशीर्ष मेला में मोक्षदा एकादशी से स्नान पर्व शुरू हो गया है। नागा साधु और संत हरिपदी किनारे धूनी रमाए हुए हैं। विभिन्न राज्यों से नागा साधु सोरों आ रहे हैं। स्नान पर्व का विशेष महत्व है और भक्त...
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मार्गशीर्ष मेला में बुधवार को मोक्षदा एकादशी से स्नान पर्व शुरू हो गए हैं। हरिपदी किनारे नागा साधु व संतों ने धूनी रमाए हुए हैं। हरियाणा, उत्तराखंड के साथ ही प्रदेश के विभिन्न जनपदों के नागा साधुओं के सोरों आने से तीर्थ नगरी धर्ममय नजर आ रही है। बुधवार की दोपहर श्रीशंभू पंचदशनाम आहा्वान अखाड़ा के महंत किशन गिरी ने बताया कि हरिपदी के स्नान पर्वां पर स्नान का विशेष महत्व है। मार्गशीर्ष एकादशी पर होने वाले नागा साधुओं के स्नान पर्व पर हर वर्ष विभिन्न प्रांतों से नागा साधु सोरों आते रहे हैं। मोक्षदा एकादशी से पूर्व नागा साधु सोरों आते हैं और पूर्णिमा तक हरिपदी किनारे आश्रम में ही धूनी रमाते हैं। हरिपदी स्थित अखाड़ों पर नागा साधुओं से आर्शीवाद लेने के लिए भक्त आ रहे हैं। देरशाम होते ही अखाड़ों पर अलाव जल जाते हैं। शंभूपंच दशनाम अखाड़ा पर इस बार रमेश गिरि, दयाल गिरि, अशोक गिरि, शांति गिरि, बरहन से पर्वत गिरि, हरियाणा के करनाल से आकाश गिरि, हिसार से त्रिलोक गिरि के साथ ही ऊधम सिंह नगर से रवि गिरि आए हैं। मुरादाबाद, बुलंदशहर व आगरा के भी नागा साधु व महंत सोरों में हैं।
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