आगरा पुलिस की खुली पोल, दबिश की रात मोबाइल बंद कर सोते रहे, 6 दारोगा लाइन हाजिर
आगरा में लूटकांड के दौरान सराफा कारोबारी की हत्या में लगाई गई सभी टीमों ने काम नहीं किया था। समीक्षा हुई तो अधिकारी हैरान रह गए। एसओजी पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। वहीं, छह दरोगा लाइन हाजिर कर दिया गया है।

यूपी के आगरा में लूट के दौरान सराफा कारोबारी की हत्या में लगाई गई सभी टीमों ने काम नहीं किया था। समीक्षा हुई तो अधिकारी हैरान रह गए। एसओजी पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। छह दरोगा लाइन हाजिर किए गए हैं। दरोगा सिकंदरा और न्यू आगरा थाने में तैनात थे। कई थाना प्रभारियों पर कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है। वे दबिश के दौरान मोबाइल बंद करके आराम से सो गए थे। जल्द ही उनके खिलाफ भी पुलिस आयुक्त बड़ा फैसला ले सकते हैं।
दरअसल दो मई को कारगिल चौराहा (सिकंदरा) के पास बालाजी ज्वैलर्स की दुकान में लूट हुई थी। लूट करके भाग रहे बदमाशों ने सराफा कारोबारी योगेश चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने छह मई की सुबह वारदात का खुलासा किया था। अमन नाम का बदमाश मुठभेड़ में मारा गया था। उसके भाई और पिता को जेल भेजा गया था। 50 हजार का इनामी फारुख फरार है। उसकी तलाश की जा रही है।
पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने शुक्रवार की रात अधिकारियों की बैठक बुलाई थी। बैठक में खुलासे में लगाई पुलिस टीमों की समीक्षा की गई। समीक्षा में टीमों में शामिल किए गए पुलिस कर्मियों की कलई खुलकर सामने आई। पुलिस आयुक्त के निर्देश पर डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने सिकंदरा थाने की चौकी प्राक्षी टॉवर के प्रभारी बबलू पाल, एसएसआई सिकंदरा सुनील कुमार, एसआई अरविंद कुमार, एसआई नरेंद्र कुमार, चौकी इंचार्ज डिवीजन न्यू आगरा अखिलेश कुमार, चौकी प्रभारी दयालबाग थाना न्यू आगरा अमित कुमार को लाइन हाजिर कर दिया। आरआई को निर्देश दिए गए हैं कि सभी लाइन हाजिर दरोगा लाइन में नियमित मुल्जिम ड्यूटी करेंगे।
पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि नई एसओजी का गठन नहीं होने पर पुरानी टीम काम करेगी। सभी पुलिस कर्मियों से पूछा गया है कि कौन-कौन एसओजी में काम करना चाहता है। पुलिस कर्मियों को साक्षात्कार के बाद एसओजी के लिए चयनित किया जाएगा। पुलिस सूत्रों की मानें तो पांच मई की रात पुलिस को बदमाशों की सटीक लोकेशन मिली थी। दबिश पर भेजने के लिए जब पुलिस कर्मियों को फोन मिलाए गए तो फोन बंद आ रहे थे। बाद में सभी ने अलग-अलग बहाने बनाए। पुलिस आयुक्त ने इसे गंभीरता से लिया। डीसीपी और एडीसीपी को निर्देश दिए गए कि समय पर गायब हुए दरोगा और पुलिस कर्मियों को चिन्हित किया जाए। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पुरानी टीम के कुछ सिपाही बचेंगे
कमिश्नरेट की एसओजी टीम जल्द भंग कर दी जाएगी। नई टीम बनेगी। नई टीम में पुरानी टीम के उन सिपाहियों को शामिल किया जाएगा, जिन्होंने कारगिल चौराहे पर हुई वारदात में दिनरात मेहनत की थी। सुराग जुटाए।
कई थाना प्रभारी हुए बेनकाब
एक वारदात ने कई थाना प्रभारियों को बेनकाब कर दिया। जब समय पर इनकी जरूरत थी, तो ये गायब थे। मोबाइल बंद थे। ये वे थाना प्रभारी थे, जो घटना के बाद खुलासे के लिए लगाए गए थे। पुलिस आयुक्त जल्द इन थाना प्रभारियों को भी लाइन का रास्ता दिखाएंगे। उन्होंने बैठक में साफ बोला है।