After Neha Singh Rathore case against Lucknow University teacher had commented on Pahalgam नेहा सिंह राठौर के बाद लखनऊ यूनिवर्सिटी की टीचर पर देशद्रोह का केस, पहलगाम पर की थी टिप्पणी, Uttar-pradesh Hindi News - Hindustan
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नेहा सिंह राठौर के बाद लखनऊ यूनिवर्सिटी की टीचर पर देशद्रोह का केस, पहलगाम पर की थी टिप्पणी

लोक गायिका नेहा सिंह राठौर के बाद लखनऊ यूनिवर्सिटी की टीचर माद्री काकोटी के खिलाफ हसनगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। माद्री काकोटी पर भी पहलगाम को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है। यूनिवर्सिटी ने भी नोटिस जारी की है।

Yogesh Yadav लखनऊ, संवाददाताMon, 28 April 2025 09:12 PM
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नेहा सिंह राठौर के बाद लखनऊ यूनिवर्सिटी की टीचर पर देशद्रोह का केस, पहलगाम पर की थी टिप्पणी

लोक गायिका नेहा सिंह राठौर के बाद लखनऊ विश्वविद्यालय के भाषा विज्ञान विभाग की सहायक आचार्य डॉ. माद्री काकोटी के पहलगाम आतंकी हमले पर की गई टिप्पणी को लेकर हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज हो गया है। काकोटी पर देशद्रोह की धाराओं में केस दर्ज किया गया है।विद्यार्थी परिषद के महानगर सहमंत्री ने तहरीर में डॉ. माद्री पर देश की अखंण्डता और संप्रभुता को खतरे में डालने का आरोप लगाया है। वहीं एलयू परिसर में भी टीचर के खिलाफ जमकर हंगामा हुआ। एबीवीपी की मुहिम से आम छात्र भी जुड़े। दिन भर प्रशासनिक भवन का आम छात्रों के कई गुटों ने घेराव कर प्रदर्शन किया। शिक्षिका के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। दोनों गुटों के छात्रों ने कुलपति को ज्ञापन देकर शिक्षिका पर कठोरतम कार्रवाई की मांग भी उठाई। इसके बाद कुलसचिव ने शिक्षिका को कारण बताओ नोटिस जारी कर पांच दिन में लिखित स्पष्टीकरण कार्यालय में देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही अनुशासनिक कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।

एलयू में पहले दर्जनों आम छात्रों ने संस्कृत विभाग के शोधार्थी गुलशन पांडेय की अगुवाई में प्रशासनिक भवन के कॉरिडोर में प्रदर्शन किया। भाषा विज्ञान विभाग की शिक्षिका डॉ. माद्री काकोटी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। छात्रों ने आरोप लगाया कि शिक्षिका की टिप्पणी राष्ट्र विरोधी और राष्ट्र की अखंडता के खिलाफ है। कुलपति से कार्रवाई की मांग भी उठाई। छात्रों ने कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय को ज्ञापन सौंपकर अपना धरना समाप्त किया।

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इसके बाद एलयू के 50 से अधिक छात्रों ने शोधार्थी अमन दुबे के नेतृत्व में प्रशासनिक भवन का घेराव किया और मुख्य गेट पर पर ताला जड़ दिया। तकरीबन एक घंटे तक छात्रों ने ताला बंदकर प्रदर्शन किया। मौके पर चीफ प्रॉक्टर प्रो. राकेश द्विवेदी के साथ पहुंचे प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों ने छात्रों संग कई बार मानमनौव्वल करने का प्रयास किया, मगर छात्र अपनी मांग पर अड़े रहे। तकरीबन चालीस मिनट तक चला प्रदर्शन कुलपति को ज्ञापन सौंपकर समाप्त हुआ। साथ ही शोधार्थी अमन ने एफआईआर के लिए पुलिस को तहरीर भी दी। प्रदर्शन में आदर्श सिंह, सत्यम, अमर, प्रसून, हर्ष, कमल, शिखर, आदर्श, राघव, देवांग, प्रियांशु, विवेक, प्रांजल, आदित्य, आशीष समेत तमाम अन्य छात्र उपस्थित रहे।

छात्रों की प्रमुख मांगें

1. डॉ. माद्री काकोटी के बयान पर एक निष्पक्ष उच्च स्तरीय जांच समिति गठित हो।

2. जांच पूरी होने तक शिक्षिका को शिक्षण कार्य से अलग किया जाए।

3. विश्वविद्यालय नियमों के अनुसार कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।

4. विश्वविद्यालय परिसर में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी हों।

क्या कहा शिक्षिका ने अपनी टिप्पणी में

शिक्षिका ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि धर्म पूछकर गोली मारना आतंकवाद है। धर्म पूछकर लिंच करना, धर्म पूछकर नौकरी से निकाल देना, धर्म पूछकर घर न देना, धर्म पूछकर घर बुलडोज कर देना वगैरह-वगैरह भी आतंकवाद है। असली आतंकी को पहचानो। इसी टिप्पणी पर सोशल मीडिया पर खूब बयानबाजी चल रही है। शिक्षिका को कारण बताओ नोटिस जारी कर पांच दिन में लिखित स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही अनुशासनिक कार्यवाही की चेतावनी भी दी है।

पाकिस्तानी हैंडल ने वीडियो पोस्ट किया

शिक्षिका के ‘एक्स’ पर पोस्ट किए गए एक वीडियो को पाकिस्तान के हैंडल पीटीआई प्रमोशन द्वारा प्रसारित किया जा रहा है। जिसके कैप्शन में लिखा है कि यह संदेश सभी भारतीय मित्रों के नाम। डॉ. काकोटी के इस वीडियो पर मिलीजुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।

कुलसचिव ने जारी किया नोटिस

एलयू कुलसचिव विद्यानंद त्रिपाठी ने शिक्षिका को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि शिक्षिका के इस बयान से एलयू और समूचे राष्ट्र की छवि धूमिल हुई है और इससे समाज में गलत संदेश प्रसारित हुआ है। यह कृत्य एलयू की प्रथम परिनियमावली की अनुसूची सी (कोड ऑफ कंडक्ट फॉर टीचर ) में शिक्षकों के लिए निर्धारित व्यवस्था के खिलाफ है।