रामपुर में धर्मांतरण का आरोपी पुलिस मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार, 24 साल पहले लापता हुए किशोर का कराया था धर्म परिवर्तन
- रामपुर में सालों पहले धर्मांतरण कराने के आरोपी को पुलिस ने रविवार को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। शनिवार को उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। 2005 में लापता हुए एक युवक का उसने धर्मांतरण कराया था।
यूपी के रामपुर में सालों पहले धर्मांतरण कराने के आरोपी को पुलिस ने रविवार को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। शनिवार को उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। उसने 2005 में हापुड़ से लापता हुए एक किशोर का धर्मांतरण कराया था। पुलिस ने आरोपी के पास से तमंचा और कारतूस भी बरामद किए हैं। दो दिन पहले हापुड़ जिले के पिलखुवा थाना क्षेत्र के मोहल्ला साकेत निवासी रामानंद राय की पत्नी मंजू शुक्रवार को शाहबाद कोतवाली पहुंची थी।
उसने बताया कि साल 2005 में बेटा सत्यम राय लापता हो गया था। काफी तलाश की गई, गुमशुदगी भी दर्ज कराई गई। लेकिन कुछ पता नहीं चला। करीब बारह साल बाद 2017 में सत्यम वापस लौट आया तो मंदिर जाने से इनकार करते हुए उसने बताया कि उसने धर्म परिवर्तन कर लिया है। वह सत्यम नहीं रहा, समीर बन चुका है। मंजू का आरोप है कि घर से भागने के बाद रामपुर जिले के शाहबाद के मोहल्ला वेदान निवासी राशिद उसे मिला था। राशिद उसे दिल्ली में मिला था और उसे अपने कबाड़ की दुकान पर ले गया था। इसके बाद वह शाहबाद घर ले आया। प्रलोभन देकर उसका धर्मांतरण करा दिया। उसके पास समीर नाम का आधार कार्ड भी मिला था। तीन-चार महीने के बाद ही शाहबाद का एक गैर समुदाय का युवक उसे बुलाकर ले गया, तब से सत्यम रातभर के लिए दो-तीन बार घर गया। लेकिन, अब काफी समय से सत्यम घर नहीं पहुंचा, जिस पर पीड़ित मां आधार कार्ड के जरिए कई दफा शाहबाद आई। आरोपियों ने उसे सत्यम से नहीं मिलने दिया, जिस पर शुक्रवार को हिन्दू संगठनों का सहारा लेकर वह कोतवाली पहुंच गई और आरोपी पर कार्रवाई की जिद पर अड़ गई। पुलिस ने आरोपी राशिद पर शनिवार को केस दर्ज कर लिया।
पुलिस को जवाब में करनी पड़ी चार राउंड फायरिंग
शनिवार को मुकदमा दर्ज होने के बाद से पुलिस आरोपी राशिद की तलाश में जुटी थी। उसकी गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें दिल्ली भी रवाना की गईं। लेकिन राशिद पूरे प्रकरण पर नजर रखने के लिए शाहबाद आ गया था। शनिवार रात में पुलिस को मुखबिर ने उसके शाहबाद के लक्खी बाग में छुपे होने की खबर दी तो पुलिस पूरी तैयारी के साथ पहुंच गई। आरोप है कि आरोपी ने पुलिस टीम को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी। खुद के बचाव में कोतवाल पंकज पंत ने एक, एसएसआई कुलदीप सिंह ने दो और एसआई आदेश कुमार ने एक फायर करते हुए उसे दबोच लिया।
मां बोली, खाना खिलाया पर हिन्दू तो रहने देता
मुकदमा पंजीकृत होने के बाद ही सत्यम की मां शाहबाद से जाने को राजी हुई। जाते वक्त मां मंजू ने कहा कि कुछ लोग सत्यम को पालने की दुहाई दे रहे हैं। उसने कहा कि रोटी तो कोई भी खिला देता है। लेकिन, उसका धर्मांतरण कराना गलत था। अगर कोई बच्चा मिला था तो आरोपी राशिद को उसे लेकर थाने जाना चाहिए था।
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