उन्नाव में हादसा: दो स्कूल बसें आपस में टकराईं, 40 बच्चे पहुंचे अस्पताल
- उन्नाव में मंगलवार को एक प्राइवेट स्कूल की दो बसें आपस में टकरा गईं। इससे अंदर बैठे 40 बच्चे घायल हो गए। जिन्हें इलाज के लिए ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद सभी को घर भेज दिया गया।
यूपी के उन्नाव से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां एक प्राइवेट स्कूल की दो बसें आपस में टकरा गईं। इससे 40 बच्चे घायल हो गए। सभी को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। हादसे की जानकारी होने पर एडीएम ने विद्यालय प्रबंधक को थाने में बुला लिया। जहां उससे पूछताछ चल रही है। जानकारी के मुताबिक आगे चल रही बस के ड्राइवर ने अचानक ब्रेक लगा दिया जिससे पीछे चल रही बस उसमें भिड़ गई है।
पुरवा कोतवाली के मौरावां रोड स्थित सुब्बाखेड़ा गांव में ढाबा के सामने मंगलवार दोपहर बाद एक ही स्कूल की दो बसें आपस में टकरा गईं। हादसे में एक बस में सवार 41 छात्र-छात्राएं जख्मी हो गईं। बच्चों में चीख पुकार मच गई। सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद बच्चों को घर भेज दिया गया। आनन-फानन एसडीएम, एआरटीओ, पुलिस के अफसर मौके पर पहुंचे। एक बस के चालक समेत दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। प्रबंधक को एसडीएम ने तहसील में बैठाया है। एक बस का चालक शराब के नशे में पाया गया।
पुरवा कोतवाली क्षेत्र स्थित रामकली बुद्धिलाल साहू स्कूल में मंगलवार दोपहर छुट्टी होने पर बस नंबर पांच और छह बच्चों को घर छोड़ने जा रही थी। बस नंबर छह आगे चल रही थी। छह नंबर बस के चालक के अचानक ब्रेक मारने से पीछे चल रही पांच नंबर की बस उससे टकरा गई। इस बस में सवार सभी 41 बच्चे जख्मी हो गए। बताया जाता है कि छह नंबर बस के सामने मवेशी आने की वजह से चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाया। जांच में पता चला कि पांच नंबर के बस चालक ने शराब पी रखी थी। पुरवा इंस्पेक्टर कुंवर बहादुर सिंह फोर्स के साथ पहुंचे और घायल बच्चों को सीएचसी ले गए।
डॉक्टर ने बच्चों को आई मामूली चोट का उपचार किया। सूचना पर एसडीएम पुरवा उदित नारायण सेंगर भी पहुंचे और उन्होंने परिवहन विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी। एआरटीओ प्रवर्तन अरविंद सिंह ने बस और चालक की जांच की। बस चालक शराब के नशे में पाया गया। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने स्कूल पहुंचकर व्यवस्थाएं देखीं, जिसमें कई कमियां पाई गई। एआरटीओ अरविंद सिंह ने बताया कि वाहन का फिटनेस, बीमा और प्रदूषण के मानक पूरे रहे। बस 37 सीटर है जिसमें 41 बच्चे सवार थे।
इस मामले में एसडीएम उदित नारायण ने कहा कि स्कूली वाहन के साथ सभी आवश्यक अभिलेखों की जांच की जा रही है। कई मानकों की अनदेखी सामने आई है। इसके लिए नोटिस भेजा जा रहा है। सात दिन में उन्हें दूर नहीं किया गया है तो आगे कठिन कार्रवाई होगी। किसी प्रकार की हीलाहवाली बख्शी नहीं जाएगी।