एक्सप्रेसवे पर बनेंगे एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं वाले एसी टॉयलेट, यूपी सरकार ने पेट्रोल पंप मालिकों को दिया अल्टीमेटम
यूपी के एक्सप्रेसवे प एयरपोट की तर्ज एसी टॉयलेट बनेंगे। यह टॉयलेट आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे व अन्य एक्सप्रेसवे पर बनेंगे। यह काम 45 दिन में पूरा करना होगा वर्ना पेट्रोल पंप संचालकों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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यूपी के एक्सप्रेसवे पर वातानुकूलित टॉयलेट बनेंगे। एयरपोर्ट में बने टॉयलेट की तरह इनका निर्माण होगा। यह टॉयलेट आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे व अन्य एक्सप्रेसवे पर बनेंगे। यह काम 45 दिन में पूरा करना होगा वर्ना पेट्रोल पंप संचालकों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने शुक्रवार को यूपीडा व पेट्रोलियम कंपनियों के अधिकारियों की बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यूपीडा के एक्सप्रेस-वे के निकट पेट्रोल पम्पों पर वातानुकूलित टॉयलेट डेढ़ माह के भीतर बना लिया जाएं। उन्होंने कहा कि समय-सीमा के भीतर टॉयलेट का निर्माण नहीं होने पर सम्बन्धित पेट्रोल पम्पों के विरुद्ध की सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि पेट्रोल पम्प पर महिला एवं पुरुष के लिए अलग-अलग टॉयलेट होना अनिवार्य है साथ ही पेयजल व स्वच्छता जैसी अन्य बुनियादी सुविधाएं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पेट्रोल पम्प संचालकों को बुनियादी सुविधाओं तथा स्वच्छता का विशेष तौर पर ध्यान रखना होगा। इसके अलावा पेट्रोल पम्पों पर स्नैक्स की दुकान खोलने की भी अनुमति प्रदान की जाए। निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे पर भी दोनों ओर जनसुविधा परिसर बनाए जाएंगे।
बेहतर कनेक्टिविटी पर करें फोकस
उधर, नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम ने कहा कि वाराणसी-विंध्य आर्थिक विकास क्षेत्र का मुख्य उद्देश्य परियोजना के जिलों के लोगों की प्रति व्यक्ति आय बढ़े। इसके लिए वाराणसी और आसपास के जिलों में एडुसिटी, एयरोसिटी, मेडिसिटी के साथ गंगा रिवर फ्रंट को विकसित किया जाए। उन्होंने सभी जिलों में योगा, आयुर्वेद, वेलनेस, आर्ट ऐंड क्राफ्ट, इको टूरिज्म, धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया।
मिर्जापुर, चंदौली, सोनभद्र में विकसित होगा मेगा इंडस्ट्रियल पार्क
सीईओ आगे कहा किकि प्रस्तावित विकास क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मिर्जापुर, चंदौली, सोनभद्र आदि में मेगा इंडस्ट्रियल पार्क विकसित करना चाहिए। बड़ी आवासीय परियोजनाएं लाई जाएं। यहां क्लस्टर में प्रोजेक्ट तैयार किया जाए। उन्होंने इन जनपदों में इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल एरिया विकसित करने पर भी जोर दिया।