Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़4 policemen including 3 sub inspectors forcibly retired strict action by Kanpur Police Commissioner

3 दरोगा समेत 4 पुलिसकर्मी जबरन रिटायर, पुलिस कमिश्नर का सख्त ऐक्शन

  • यूपी के कानपुर में पुलिस कमिश्नर का सख्त ऐक्शन लिया। यहां ड्यूटी में लापरवाही, भ्रष्टाचार और अनुशासनहीनता करने वाले तीन दरोगा समेत चार पुलिस कर्मियों को जबरन रिटायर कर दिया।

Deep Pandey लाइव हिन्दुस्तानFri, 7 Feb 2025 07:26 AM
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3 दरोगा समेत 4 पुलिसकर्मी जबरन रिटायर, पुलिस कमिश्नर का सख्त ऐक्शन

कानपुर में ड्यूटी में लापरवाही, भ्रष्टाचार और अनुशासनहीनता करने वाले पुलिस कर्मियों को लेकर विभाग सख्त है। ऐसे पुलिस कर्मियों की छंटाई कर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। इसी कड़ी में गुरुवार को पुलिस आयुक्त ने तीन दरोगा समेत चार पुलिस कर्मियों को जबरन सेवानिवृत्त कर पुलिस विभाग से बाहर कर दिया। यह पुलिस कर्मी 10 वर्षों की नौकरी के दौरान 18 से 30 बार तक विभाग से दंडित हो चुके हैं। जांच के लिए बनी समिति के सामने सफाई रखने पहुंचे लेकिन वहां भी उन्हें राहत नहीं मिली। जिसके बाद पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने यह कार्रवाई की है।

पुलिस विभाग में तैनात दरोगा अनिल कुमार श्रीवास्तव (लेखा), दरोगा संजय सक्सेना, दरोगा अरविंद बहादुर सिंह व हेड कांस्टेबल शिव मंगल सिंह को गुरुवार को जबरन सेवानिवृत्त कर दिया गया। अपर पुलिस आयुक्त विपिन मिश्रा ने बताया कि पूर्व में मिले विभागीय दंड के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। दरोगा अनिल कुमार को पूर्व में 30 बार दंडित किया जा चुका है जबकि दरोगा संजय सक्सेना को 28, दरोगा अरविंद बहादुर को 25 और हेड कांस्टेबल शिव मंगल सिंह को 18 बार विभाग से दंडित किया जा चुका है। इन पुलिस कर्मियों के खिलाफ काम में लापरवाही, गलत आचरण, भ्रष्टाचार समेत अन्य गंभीर आरोप लगे थे। पुलिस कर्मियों को मिले दंड की अपील करने के लिए विभाग की ओर से एक कमेटी बनाई गई थी। कमेटी ने भी पुलिस कर्मियों की दलील और तर्कों को खारिज कर दिया था। अपर पुलिस आयुक्त ने बताया कि भ्रष्टाचार, कदाचार और दागी पुलिस कर्मियों को छंटनी करके उन्हें भी जबरन सेवानिवृत्त दी जाएगी।

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कानपुर में ड्यूटी में लापरवाही, भ्रष्टाचार और अनुशासनहीनता करने वाले पुलिस कर्मियों को लेकर विभाग सख्त है। ऐसे पुलिस कर्मियों की छंटाई कर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। इसी कड़ी में गुरुवार को पुलिस आयुक्त ने तीन दरोगा समेत चार पुलिस कर्मियों को जबरन सेवानिवृत्त कर पुलिस विभाग से बाहर कर दिया। यह पुलिस कर्मी 10 वर्षों की नौकरी के दौरान 18 से 30 बार तक विभाग से दंडित हो चुके हैं। जांच के लिए बनी समिति के सामने सफाई रखने पहुंचे लेकिन वहां भी उन्हें राहत नहीं मिली। जिसके बाद पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने यह कार्रवाई की है।

पुलिस विभाग में तैनात दरोगा अनिल कुमार श्रीवास्तव (लेखा), दरोगा संजय सक्सेना, दरोगा अरविंद बहादुर सिंह व हेड कांस्टेबल शिव मंगल सिंह को गुरुवार को जबरन सेवानिवृत्त कर दिया गया। अपर पुलिस आयुक्त विपिन मिश्रा ने बताया कि पूर्व में मिले विभागीय दंड के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। दरोगा अनिल कुमार को पूर्व में 30 बार दंडित किया जा चुका है जबकि दरोगा संजय सक्सेना को 28, दरोगा अरविंद बहादुर को 25 और हेड कांस्टेबल शिव मंगल सिंह को 18 बार विभाग से दंडित किया जा चुका है। इन पुलिस कर्मियों के खिलाफ काम में लापरवाही, गलत आचरण, भ्रष्टाचार समेत अन्य गंभीर आरोप लगे थे। पुलिस कर्मियों को मिले दंड की अपील करने के लिए विभाग की ओर से एक कमेटी बनाई गई थी। कमेटी ने भी पुलिस कर्मियों की दलील और तर्कों को खारिज कर दिया था। अपर पुलिस आयुक्त ने बताया कि भ्रष्टाचार, कदाचार और दागी पुलिस कर्मियों को छंटनी करके उन्हें भी जबरन सेवानिवृत्त दी जाएगी।

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10 से 15 साल की है नौकरी

विभागीय सूत्र बताते हैं कि इन पुलिस कर्मियों ने पिछले 10 वर्षों में ही अनुशासनहीनता और कदाचार की सारी हदें पार कर दी थीं। इनमें से सभी की नौकरी को 10 से 15 वर्ष ही हुए हैं। बताया जा रहा है कि यह सभी पुलिस कर्मी 53 वर्ष से कम आयु के हैं।

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