Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़35 lakhs were swindled by pretending to be an employee Women Commission

महिला आयोग में खुद को बताया कर्मचारी, नौकरी लगवाने एवं ठेकेदारी दिलवाने के नाम पर 35 लाख ठगे

  • एटा में नौकरी और ठेकेदारी दिलाने के नाम पर धोड़ाधड़ी करने का मामला सामने आया है। राज्य महिला आयोग में खुद को कर्मी बताकर लाखों रूपये ठग लिए। ठेकेदारी का फर्जी प्रपत्र भी दे दिया।

Dinesh Rathour हिन्दुस्तान, एटाMon, 3 Feb 2025 09:24 PM
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महिला आयोग में खुद को बताया कर्मचारी, नौकरी लगवाने एवं ठेकेदारी दिलवाने के नाम पर 35 लाख ठगे

यूपी के एटा में नौकरी और ठेकेदारी दिलाने के नाम पर धोड़ाधड़ी करने का मामला सामने आया है। राज्य महिला आयोग में खुद को कर्मी बताकर लाखों रूपये ठग लिए। ठेकेदारी का फर्जी प्रपत्र भी दे दिया। जानकारी के बाद पता चला कि आरोपी ठगी करता है। पीड़ित ने एडीजी से जाकर शिकायत की तो पुलिस ने तहरीर पर तीन आरोपियों के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज कर ली।

कोतवाली जलेसर के गांव पिलखतरा निवासी संजय कठेरिया ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि वर्ष 2024 में आरोपी रिश्तेदार देवेन्द्र पुत्र प्रेमशंकर निवासी हुसैडिंया लखनऊ से मुलाकात हुई थी। आरोपी ने खुद को राज्य महिला आयोग लखनऊ में कर्मचारी बताया। झांसा दिया कि किसी को नौकरी, ठेकेदारी की जरूरत हो तो बताना। पीड़ित आरोपी के झांसे में आ गया। आरोप है कि आरोपी ने नौकरी लगवाने के नाम पर रिश्तेदार अभिषेक निवासी सिकहरा कासगंज से नौ लाख, सकरौली निवासी चन्द्रपाल से आठ लाख, पड़ोसी पुष्पेंद्र से दो लाख रूपये के दिए थे।

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इतना ही आरोपी की पत्नी निर्मला, विशाल ने ठेकेदारी के नाम पर 16 लाख रूपये लिए थे। तीनों आरोपियों ने कुल मिलाकर 35 लाख रूपये लिए थे। काफी समय बाद भी कार्य न होने पर पीड़ित ने जानकारी की। पता चला कि तीनों आरोपी ठग है और रूपये ठगने का काम करते है। लखनऊ सचिवालय में बताकर लोगों को ठगते हैं। पीड़ित ने एडीजी आगरा से शिकायत की। मामले में कोतवाली जलेसर में तीन आरोपियों के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज की गई है।

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ठेकेदारी का दे दिया फर्जी प्रपत्र

पीड़ित ने अनुसार ठेकेदारी दिलाने के लिए उन्होने आरोपी को रूपये दे दिए थे। आरोप है कि आरोपी ने किसी कंपनी का फर्जी प्रपत्र दे दिया जो फर्जी मिला है। रूपये भी वापस नहीं कर रहा है। पीडित ने तीन आरोपियों के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई है।

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