25 जांचें सिर्फ 25 मिनट में, IIT कानपुर ने तैयार की देश की पहली पोर्टेबल डिवाइस
- आईआईटी के स्टार्टअप प्राइमरी हेल्थटेक ने इसे विकसित किया है। डिवाइस का उपयोग वर्तमान में ट्रायल के रूप में सेना में भी किया जा रहा है। प्राइमरी हेल्थटेक के को-फाउंडर अंकित चौधरी और साहिल ने बताया कि डिवाइस बैटरी से संचालित होती है।
IIT Kanpur: आईआईटी कानपुर ने एचबीए1सी (तीन माह का औसत ब्लड शुगर) और लिवर, किडनी फंक्शन समेत कई महत्वपूर्ण जांच करने वाली देश की पहली पोर्टेबल डिवाइस तैयार कर ली है। अहम बात है कि यह शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा लेह जैसे दुर्गम इलाकों में भी जांच करने में सक्षम है। महज दो एमएल खून से सिर्फ 25 मिनट में 25 पैरामीटर पर जांच कर डिवाइस रिपोर्ट दे देती है। बताया जा रहा है कि जांच की यथार्थता भी 97% है।
आईआईटी के स्टार्टअप प्राइमरी हेल्थटेक ने इसे विकसित किया है। डिवाइस का उपयोग वर्तमान में ट्रायल के रूप में सेना में भी किया जा रहा है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के स्टार्टअप प्राइमरी हेल्थटेक के को-फाउंडर अंकित चौधरी और साहिल ने बताया कि डिवाइस बैटरी से संचालित होती है। क्लीनिकल ट्रायल एम्स दिल्ली, मारवाड़ी हॉस्पिटल गुवाहाटी, आईआईटी गुवाहाटी हॉस्पिटल, गुवाहाटी न्यूरोलॉजिकल रिसर्च सेंटर, नेमकेयर हॉस्पिटल, गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में किया जा चुका है। इसका उपयोग फ्रंटलाइन वर्कर भी कर सकते हैं। अंकित चौधरी ने बताया कि सेना के अधिकारियों की देखरेख में डिवाइस का ट्रायल चल रहा है। सेना माइनस डिग्री तापमान में भी इसका उपयोग कर सके, इसके लिए डिवाइस को तापमान के अनुरूप बदला जा रहा है।
आईसीएमआर ने दिया बेस्ट इनोवेशन अवॉर्ड
स्टार्टअप प्राइमरी हेल्थटेक को बेस्ट इनोवेशन अवॉर्ड मिला है। यह आईसीएमआर की ओर से हेल्थ रिसर्च एक्सीलेंस समिट 2024 में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने दिया।
आईएसओ प्रमाणित
अंकित ने बताया कि डिवाइस आईएसओ से सर्टिफाइड है। इसके निर्माण के लिए सीडीएससीओ (सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन) से लाइसेंस भी है। इस डिवाइस का निर्माण चल रहा है। इसकी कीमत लगभग डेढ़ लाख रुपये है।
25 पैरामीटर पर जांच
प्रोफेसर इन चार्ज-एसआईआईसी आईआईटी प्रो.दीपू फिलिप ने बताया कि पोर्टेबल डिवाइस 25 पैरामीटर पर जांच कर रिपोर्ट देती है। इसका ट्रायल एम्स दिल्ली समेत छह अस्पतालों में किया गया है। डिवाइस25 मिनट में दो एमएल खून से जांच कर देती है। जल्द सेना के साथ समझौता हो सकता है।
ये जांच करेगी
- एचबीए1सी
- ग्लूकोज लेवल
- हीमोग्लोबिन
- लिपिड प्रोफाइल
- लिवर फंक्शन टेस्ट
- किडनी फंक्शन टेस्ट