यूपी में तैयार होंगे 15 कच्चे माल के बैंक, लाखों एमएसएमई उद्योगों को मिलेगा लाभ
यूपी में 15 कच्चे माल के बैंक तैयार होंगे। इससे प्रदेशभर के लाखों एमएसएमई उद्योगों को मिलेगा लाभ
उत्तर प्रदेश में उद्यमियों को आसानी से व अपेक्षाकृत सस्ते कच्चे माल की आपूर्ति हो सकेगी। प्रदेश में अभी सात जिलों में रा मटेरियल बैंक शुरू किए गए हैं। अब 15 जिलों में इस तरह के और बैंक खोलने की जरूरत है। इससे एमएसएमई सेक्टर को काफी बढ़ावा मिलेगा। 15 कच्चे माल के बैंक से लाखों एमएसएमई उद्योगों को लाभ मिलेगा ।
यूपी में कार्यरत उद्योगों को कच्चा माल आपूर्ति में तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। कच्चा माल भी अलग-अलग जगहों से लाना पड़ता है। इससे उत्पाद की लागत बढ़ती है। अभी किसी उत्पाद की लागत में केवल कच्चेमाल की हिस्सेदारी 70 प्रतिशत है। ऐसे में कच्चे माल की लागत को स्थिर या कम कर उत्पाद की लागत कम की जा सकती है।
इसकी वजह यह है कि कच्चे माल की थोक मात्रा में खरीद होगी। रा मटेरियल बैंक माल की लागत स्थिर रख कर, एमएसएमई इकाइयों को माल आपूर्ति समय से सुनिशिचित करेंगे। यह आरएमबी केंद्र व राज्य सरकार की एजेसिंयों व निर्माताओं व उद्यमियों के साथ एक पार्टनरशिप विकसित करेंगे।
मिर्जापुर में कारपेट, उन्नाव में जरी जरदोजी, सीतापुर में कारपेट, अम्बेडकरनगर में टेक्सटाइल, मैनपुरी में स्टोन कटिंग, लखनऊ में चिकनकारी व भदोही में कारपेट के निर्माण के लिए रा मटेरियल बैंक ने काम शुरू कर दिया है। रा मटेरियल बैंक खोलने के लिए उन जिलों पर फोकस किया जाएगा। जहां किसी खास उत्पाद निर्माण के लिए मशहूर हैं और एमएसएमई उद्योग के बड़े केंद्र हैं। एमएसएमई सेक्टर से निर्यात बढ़ाने के लिए यूपी सरकार इस दिशा में तेजी से काम कर रही है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में एमएसएमई उत्पादों को बनाए रखने के लिए जरूरी है कि गुणवत्ता, पैकेजिंग के साथ-साथ लागत भी नियंत्रित रखी जाए।
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