महाकुम्भ नगर में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने परमार्थ निकेतन शिविर का दौरा किया। उन्होंने स्वामी चिदानन्द सरस्वती और साध्वी भगवती का आशीर्वाद लिया। इस पवित्र मेले में उन्हें आध्यात्मिक...
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने संगम में स्नान किया। उन्होंने वीआईपी मूवमेंट रद कर श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच स्नान किया। आरती के बाद मां गंगा को नारियल, दूध और पुष्प अर्पित किए।...
सियासी जानकारों का कहना है कि वसुंधरा राजे को बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है। जेपी नड्डा का कार्यकाल खत्म हो गया है। ऐसे में वसुंधरा राजे की वापसी के आसार जताए जा रहे है।
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शुक्रवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। राजे ने इस मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा कि यह एक शिष्टाचार भेंट...
राजस्थान ऐसा राज्य जिसकी लगातार सेवा का भाजपा को मौका मिलता रहा है। पहले भैरों सिंह शेखावत ने राजस्थान में विकास के सशक्त नींव रखी। उसके बाद वसुंधरा राजे ने कमाल संभाली और सुशासन की विरासत को आगे बढ़ाया। अब भजनलाल की सरकार सुशासन की धरोहर को और मजबूत करने में जुटी हुई है।
राजनीतिक विश्लेषक शांत बैठी वसुंधरा राजे के तल्ख तेवरों के सियासी मायने निकाल रहे है। पहला यह है वसुंधरा राजे सियासी मैसेज देना चाहती है कि वह शांत जरूर है,लेकिन इसे कमजोरी नहीं माना जाए।
वसुंधरा राजे ने कहा-महाराणा का जीवन हमें बताता है कि सांप से कितना ही प्रेम करलो, वह अपने स्वभाव के अनुरूप कभी न कभी तो आप पर जहर उगलेगा ही। सर कटा लो, लेकिन दुश्मन के सामने कभी सर मत झुकाओ।
राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने इशारों में अपने सियासी विरोधियों पर जमकर निशाना साधा है। राजे ने कहा-कई लोगों को पीतल की लौंग क्या मिल जाती है, वह अपने आप को सराफ समझ बैठते है।
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एक बार फिर बढ़ा बयान दे गईं है। वसुंधरा राजे ने पद, कद और मद का जिक्र किया है। अब इस बयान के सियासी जानकार राजनीति मायने निकाले जा रहे हैं।
राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने कहा कि राजनीति का दूसरा नाम है वो है उतार-चढ़ाव। हर व्यक्ति को इस दौर में गुरजना पड़ता है। राजे ने कहा कि यदि पद का मद हो जाता है तो कद कम हो जाता है।