चार वर्षीय बीएड में योग का कोर्स भी लांच होगा। एनसीटीई अगले साल से इस कोर्स को शुरू करने का प्रस्ताव तैयार कर रहा है। इसके अलावा संस्कृत विषय भी शुरू होगा।
एनसीटीई ने देशभर के बीएड कॉलेजों को बड़ी राहत दी है। इन कॉलेजों को अब अपनी परफोर्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट (पीएआर) 10 दिसंबर तक जमा करनी होगी। रिपोर्ट में 2021-22 और 2022-23 में दाखिले, शिक्षकों का ब्योरा देना होगा।
विद्यालयों में टीचर बनने के लिए तीन रास्ते हैं -10+2 के बाद 2 वर्षीय डीएलएड या डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन कोर्स, 10+2 के बाद ही 4 वर्षीय आईटेप यानी इंटिग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम और ग्रेजुएशन के बाद 2 वर्षीय बीएड।
चार साल का बीएड कोर्स करने वाले एससी, एसटी, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस वर्ग और सिंगल गर्ल चाइल्ड को स्कॉलरशिप मिलेगी। एनसीटीई ने अधिसूचना जारी की है। चार वर्षीय बीएड कॉलेजों को निर्देश भी भेज दिया है।
Bihar BEd CET : बिहार के सरकारी व प्राइवेट बीएड कॉलेजों में 98.28 प्रतिशत एडमिशन हो चुका है। पीपीयू में 160 और मगध विश्वविद्यालय के बीएड कॉलेजों में 98 सीटें रिक्त हैं।
बीआरएबीयू ने चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड का रिजल्ट मंगलवार शाम जारी किया। परीक्षा में कुणाल कश्यप ने टॉप किया है। उसे 120 अंकों में 90 अंक मिले हैं।
बिहार के सरकारी और निजी बीएड कॉलेजों में एडमिशन के लिए बची हुई सीटों पर विश्वविद्यालय को दाखिला की जिम्मेवारी सौंपी गई है। विश्वविद्यालयों को 25 से 28 तक एडमिशन लेना है।
एनसीटीई की 26 जून 2018 की अधिसूचना सुप्रीम कोर्ट से 11 अगस्त 2023 को खारिज होने के बावजूद आर्मी पब्लिक स्कूल ने प्राथमिक (पीआरटी) शिक्षकों के ऑनलाइन स्क्रीनिंग टेस्ट (ओएसटी) के लिए बीएड को मान्य किया है।
एपीएस यानी आर्मी पब्लिक स्कूलों में टीजीटी, पीजीटी व पीआरटी शिक्षकों की भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने प्राइमरी टीचर भर्ती में बीएड डिग्री को अमान्य घोषित किया है। लेकिन एपीएस प्राइमरी टीचर भर्ती में बीएड वाले आवेदन कर सकते हैं।
आईआईटी धनबाद में चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएससी बीएड (बैचलर ऑफ एजुकेशन) कोर्स वर्ष 2025-26 से शुरू हो सकता है। कोर्स में 120 सीटें होंगी। इनमें फिजिक्स, केमिस्ट्री और गणित में 40-40 सीटें हैं।
मध्य प्रदेश में बीएड डिग्रीधारी प्राइमरी शिक्षकों की नौकरी जाएगी। बीएड डिग्री के आधार पर प्राइमरी टीचर बनने वाले 341 शिभकों की भर्ती रद्द की जाएगी। विभाग का यह आदेश 11 अगस्त 2023 और उसके बाद भर्ती किए गए शिक्षकों पर लागू होगा।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के लखनऊ जोन कार्यालय ने बुधवार को जेवीएल एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड समेत झुनझुनवाला समूह की अन्य कंपनियों की 814 करोड़ की संपत्तियों को अस्थाई तौर पर जब्त कर लिया।
एनसीटीई ने कॉलेजों से चार वर्षीय बीएड कोर्स (आईटीईपी कोर्स ) शुरू करने के लिए आवेदन मांगा है। वर्ष 2025 से एनसीटीई चार वर्षीय बीएड कोर्स चलाएगी। एनसीटीई ने आवेदन करने के लिए मानक भी तैयार किए हैं।
दिल्ली की आईपीयू यूनिववर्सिटी चार वर्षीय बीए, बीएससी और बीकॉम के साथ बीएड कोर्स संचालित करने की तैयारी में है। इससे छात्र एक साथ दो डिग्री हासिल कर सकेंगे। हालांकि एआईसीटीई की मंजूरी का इंतजार है।
बिहार शिक्षक नियोजन के छठे चरण में कक्षा 1 से 5 में जो बीएड डिग्रीधारक शिक्षक नियुक्त हुए थे, उनकी सेवा समाप्त कर दी जाएगी। उनके स्थान पर उसी मेरिट लिस्ट से नए शिक्षकों का चयन किया जाएगा।
Recruitment News: रसोइया और चपरासी के एक-एक पद के लिए क्रमश: 27 और 14 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है जिनमें एक-एक बीएड अभ्यर्थी हैं। जबकि इसके लिए न्यूनतम योग्यता कक्षा आठ पास ही है।
NEP के अंतर्गत 4 वर्षीय आईटीईपी यानी इंटिग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम प्रारंभ किया गया है। इसमें अलग से ग्रेजुएशन करने की जरूरत नहीं होती और इसमें ग्रेजुएशन और बीएड की संयुक्त डिग्री दी जाती है।
बीएड को प्राइमरी शिक्षक भर्ती के लिए अमान्य करार देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद गाजियाबाद के छात्रों में बीएड के प्रति रुचि कम हुई है। बीएड के लिए आवेदन तो खूब आए मगर दाखिला उतने नहीं हो रहे है
बिहार शिक्षक भर्ती मामले पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई जिसने अब इस मामले को दूसरी बेंच को ट्रांसफर कर दिया है। फिलहाल बीएड अभ्यर्थियों को कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है। सरकार ने अर्जी वापस ली।
चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्रा व जस्टिस आनंद सेन की अदालत ने एसोसिएशन ऑल माइनरिटी ट्रेनिंग कॉलेज की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह निर्देश दिया। इस मामले की अगली सुनवाई 15 दिसंबर को होगी।
झारखंड बीएड कॉलेजों में 85 फीसदी सीटों पर झारखंड के स्थानीय और झारखंड से ही स्नातक पास करने वालों का ही दाखिला करने के प्रावधान पर कुलाधिपति, जेसीईसीईबी, झारखंड सरकार से कोर्ट ने जवाब देने को कहा है।
कक्षा एक से पांच तक के स्कूलों की शिक्षक भर्ती में बीएड को मान्य करने वाली एनसीटीई की 28 जून 2018 की अधिसूचना सुप्रीम कोर्ट से खारिज होने के बाद डीएलएड और बीएड अभ्यर्थियों में तल्खी बढ़ गई है।
राजस्थान में प्राथमिक शिक्षक भर्ती पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा बीएड पास अभ्यर्थियों को बाहर करने के आदेश के बाद अब बीएडवालों और डीएलएड पास अभ्यर्थियों के बीच तल्खी बढ़ गई है। उत्तर प्रदेश के डीएलएड पास अभ
नियामक की ओर से जारी सूचना के मुताबिक एनसीटीई से मान्यता प्राप्त डीएलएड संस्थान शैक्षिक सत्र 2024-25 से संबद्धता के लिए 20 अक्टूबर तक जिले के डायट प्राचार्य के कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं।
बीपीएससी टीआरई में भाग लेने वाले बिहार शिक्षक भर्ती के बीएड पास अभ्यर्थियों के लिए बड़ी राहत की खबर है। बिहार सरकार सुप्रीम कोर्ट एसएलपी दायर कर बीएड पास अभ्यर्थियों को इस भर्ती में शामिल करने की अनुम
पहले BEd, DElEd कोर्स अंत तक न्यूनतम 85 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य की गई थी, जिसके बिना परीक्षा फॉर्म भरने की अनुमति प्रशिक्षुओं को नहीं थी। अब संस्थानों में 100 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य की गई है।
NCTE ने सभी राज्यों सरकार को पत्र लिखकर कहा है कि वे बीएड डीएलएड बीटीसी विवाद पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानें। SC ने कहा था कि बीएड डिग्रीधारक लेवल-1 में आवेदन करने के योग्य नहीं हैं।
प्राथमिक विद्यालय की शिक्षक भर्ती से बीएड को अमान्य किए जाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से बीएड डिग्रीधारियों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही। परिषदीय स्कूलों में 69000 सहायक अध्यापक भर्ती
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से यूपी में बीएड डिग्रीधारियों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही। बीएड डिग्रीधारी शिक्षकों को 6 महीने का अनिवार्य ब्रिज कोर्स न करवाने को लेकर हाईकोर्ट में यचिका की गई
बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में प्री-पीएचडी में नामांकन के लिए एक ही परीक्षा होगी। सहायक प्रोफेसर की अर्हता के लिए नेट की तर्ज पर बेट शुरू करने और चार वर्षीय बीएड कोर्स शुरू करने पर भी सहमति बनी है।